यौनिक हिंसा

छतरपुर में तीन साल की मासूम से दुष्कर्म करने वाले को उम्रकैद
आनंदु ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, "आरएसएस के सदस्यों से कभी दोस्ती न करें। चाहे वे पिता, भाई या बेटा ही क्यों न हों, उन्हें जीवन से काट दें। वे जहर फैलाते हैं, असली अपराधी वही हैं।" उन्होंने जोर दिया कि वे अकेले पीड़ित नहीं हैं और कई अन्य बच्चे भी ऐसे शोषण का शिकार हो चुके हैं।
पोस्ट में आनंदु ने खुलासा किया कि जब वह सिर्फ 3-4 साल के थे, तभी पड़ोसी एनएम नाम के एक व्यक्ति जो आरएसएस का सक्रिय कार्यकर्ता था, ने उन पर यौन शोषण शुरू कर दिया।  बाद में आरएसएस के आईटीसी और ओटीसी कैंपों में भी कई सदस्यों ने उन्हें यौन और शारीरिक शोषण का शिकार बनाया।
जांच में खुलासा हुआ कि चैतन्यानंद रात के समय छात्राओं को अपने कमरे में बुलाता था और उनकी ग्रेड कम करने या फेल करने की धमकी देकर उनके साथ जबरदस्ती करता था।
सांसद चंद्रशेखर आजाद पर यौन शोषण का आरोप!
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट.
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कोर्ट ने कहा कि पुराना रिश्ता या परिचय एक सामान्य या निरंतर सहमति का मतलब नहीं समझा जा सकता है, न ही यह किसी भी बाद की हिंसा की कार्यवाही को सही ठहरा सकता है।"
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ग्वालियर में नाबालिग से रेप
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