
नई दिल्ली- बिहार सीएम नीतीश कुमार के नकाब खींचने के विवाद ने अब राष्ट्रीय स्तर पर कानूनी मोड़ ले लिया है। हैदराबाद की सोशियो-पॉलिटिकल एक्टिविस्ट खलिदा परवीन ने बुधवार को लंगर हाउस पुलिस स्टेशन में बिहार सीएम के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें डॉ. नुसरत परवीन के नकाब को मंच पर जबरन खींचने को अपराध और अपमान बताया।
परवीन ने एसएचओ से बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) की धारा 74, 79, 299 और 302 के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की, इसे महिला की गरिमा और धार्मिक भावनाओं का उल्लंघन करार देते हुए सख्त कार्रवाई की अपील की। यह शिकायत बिहार सरकार की चुप्पी के बीच आई है, जहां विपक्ष लगातार कुमार की मानसिक स्थिति पर सवाल उठा रहा है।
परवीन ने सोशल मीडिया पर अपील की थी कि नागरिक शांतिपूर्ण तरीके से उनका समर्थन करें, जो अब वायरल हो रही है। यह कदम मुस्लिम समुदाय में बढ़ते आक्रोश को दर्शाता है, जहां इसे सत्ता के दुरुपयोग के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस ने शिकायत प्राप्त कर ली है, लेकिन एफआईआर पर अभी कोई अपडेट नहीं आया।
इधर विवाद की मुख्य पात्र आयुष डॉक्टर नुसरत परवीन ने सरकारी सेवा जॉइन करने से इनकार कर दिया है। 15 दिसंबर को पटना के 'संवाद' कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र लेने के दौरान नीतीश कुमार द्वारा उनके नकाब को खींचे जाने से आहत डॉ. परवीन 20 दिसंबर की जॉइनिंग डेडलाइन तक इंतजार नहीं करेंगी। कोलकाता से उनके भाई, जो सरकारी लॉ यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं, ने eNewsroom को बताया, "वह सेवा ज्वाइन नहीं करने के अपने फैसले पर दृढ़ संकल्पित है। हालांकि मैं और परिवार के सभी सदस्य उसे समझाने की कोशिश कर रहे हैं। हम उसे बता रहे हैं कि गलती दूसरे की है, फिर वह क्यों इसका दंड भोगें?" डॉ. परवीन के पति एक कॉलेज में क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं।
सोशल मीडिया पर नीतीश कुमार के प्रति लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है और मुख्यमंत्री से माफ़ी मांगने की डिमांड की जा रही है। अखिल भारतीय मुस्लिम महिला पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने कहा, "एक संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति उस महिला का हिजाब खींच रहे हैं और बेशर्मी से हंस रहे हैं। ये अभद्र और शर्मनाक है। इसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है। उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए..."
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के एक्स हैंडल ने वीडियो शेयर कर कुमार की मानसिक स्थिति पर तंज कसा: "यह क्या हो गया है नीतीश जी को? मानसिक स्थिति बिल्कुल ही अब दयनीय स्थिति में पहुंच चुकी है या नीतीश बाबू अब 100% संघी हो चुके हैं?" यह पोस्ट वायरल हो गई, खासकर महिलाओं इस हरकत को अनुचित बता रही हैं।
पूर्व अभिनेत्री ज़ायरा वसीम ने भी एक्स पर कड़ी निंदा की: "महिला की गरिमा को सार्वजनिक मंच पर खिलौना नहीं बनाया जा सकता। @NitishKumar को बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।" एक दिन से ज्यादा बीतने के बावजूद जेडीयू या बिहार सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई, जिससे विवाद और भड़क रहा है। कशमीरी एक्टिविस्ट इल्तिजा मुफ़्ती ने कहा," सत्ता आपको हम मुसलमानों को अपमानित करने का अधिकार नहीं देती। अगर बुढ़ापा आपकी कार्यशैली और शालीन व्यवहार करने की क्षमता को प्रभावित कर रहा है, तो कृपया पद छोड़ दें। क्योंकि मुख्यमंत्री को भी मर्यादा का पालन करना चाहिए।"
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