'महाकुंभ' पर टिप्पणी को लेकर मुरादाबाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने की खबरों पर 'दीदी' निर्देश सिंह ने क्या कहा—जानिये पूरा मामला

आठ माह की गर्भवती निर्देश ने द मूकनायक से बातचीत में बताया कि पुलिस ने उनसे माफी का वीडियो बनाने को कहा, जिसे उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने कहा कि वे अदालत में अपनी बात साबित करने को तैयार हैं।
निर्देश सिंह ने 6 दिसंबर 2024 को मीडिया के सवालों के जवाब में कहा था कि वे ऐसे धर्म में विश्वास नहीं करती जो पाप करने की छूट देता है और फिर पवित्र स्नान से पापमुक्त होने का दावा करता है।
निर्देश सिंह ने 6 दिसंबर 2024 को मीडिया के सवालों के जवाब में कहा था कि वे ऐसे धर्म में विश्वास नहीं करती जो पाप करने की छूट देता है और फिर पवित्र स्नान से पापमुक्त होने का दावा करता है।
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नई दिल्ली - उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद पुलिस ने हिंदू देवताओं, संतों और महा कुंभ मेले का अपमान करने के आरोप में अम्बेडकरवादी कार्यकर्ता 'दीदी' निर्देश सिंह के विरुद्ध कारवाई की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें गुरुवार (30 जनवरी) को नोएडा में अरेस्ट किया गया।

साथ ही सोशल मीडिया पर एक फोटो प्रसारित हो रहा है जिसमे निर्देश सिंह (जिनका चेहरा साफ़ नहीं दिख रहा है) दो पुलिस कर्मियों के साथ बताई जा रही हैं, सोशल मीडिया में बताया गया कि निर्देश सिंह आठ महीने की गर्भवती हैं। अतः पुलिस ने मानवीय आधार पर उन्हें थाने से ही जमानत दे दी। हालाँकि पुलिस हैंडल से इस प्रकरण में सिंह की गिरफ्तारी को लेकर कोई बयान या फोटो प्रसारित नहीं किया गया है।

आपको बता दें, बजरंग दल के प्रखण्ड संयोजक प्रमोद सैनी की शिकायत पर मझोला थाने में निर्देश सिंह के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की गई थी। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 की धारा 196(1), 299, 302, 353(1)c, 353(2) और सूचना प्रौद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

प्राथमिकी में शिकायतकर्ता ने कहा: सोशल मीडिया प्लेट फार्म Twitter पर एक महिला जिसका नाम निर्देश सिह के द्वारा अपने मोबाइल फोन से एक वीडियो पोस्ट की गई अर्थात Tweet किया गया जिसमे हिन्दू धर्म के देवी देवताओ को अपमानित किया गया और पवित्र गंगा मईया के उपर भी अभद टिप्पणी की गई और हिन्दू धर्म की भावनाओ को ठेस पहुँचाने के तथा धार्मिक उन्माद फैलाने की नियत से अपने फोन से Tweet किया गया जो काफी वायरल हो रहे है .इस Tweet को लेकर समस्त हिन्दू धर्म को मानने वाले लोगो तथा हिन्दू संगठनो मे रोष है। इस Tweet मे मेरी व समस्त हिन्दू समाज की भावनऐ आहत हुई है अतः महोदय जी से अनुरोध है कि महिला निर्दोष सिंह के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत करने की कृपा करे।

गिरफ्तारी की खबरों को लेकर द मूकनायक ने 'दीदी' निर्देश सिंह से बात की और इस सम्पूर्ण घटनाक्रम को समझने का प्रयास किया। निर्देश सिंह ने स्पष्ट किया कि उन्हें ना तो किसी थाने ले जाया गया ना ही जुडिशल कस्टडी में भेजी गयीं, " मैं अपने घर में ही हूँ, लेकिन सत्य है कि वह फोटो मेरी ही है जो मैंने पुलिस अधिकारियों के कहने पर कारवाई पूर्ण करने के लिए खिंचवाई। 27 जनवरी को मेरे नोएडा वाले घर में करीब 12-13 पुलिस कर्मियों की टीम आई जिसमे विभिन्न थानों और एसओजी के सदस्य थे. मैंने उन्हें साफ़ कहा कि मेरे जिस बयान को लेकर यह मुकदमा दर्ज किया गया है वो बेबुनियाद है क्योंकि इससे कोई अपराध नहीं बनता, फिर भी अगर आपको एक्शन लेना है तो मैं इसे कोर्ट में चैलेंज करने को तैयार हूँ".

निर्देश ने बताया कि पुलिस वालों की बातों से साफ़ जाहिर हो रहा था कि वो अंडर प्रेशर कारवाई करने को विवश थे, उन्होंने मुझसे एक माफीनामें वाला विडियो बनाकर जारी करने का सुझाव दिया लेकिन मैंने इससे इनकार कर दिया, करीब 2-3 घंटे तक समझाईश हुई, मेरी बात उच्चाधिकारी से भी करवाई गई जिसकी डिटेल्स मैं अभी सार्वजनिक नहीं करना चाहती। पुलिस ने फॉर्म 41 पर हस्ताक्षर करवाए और फोटो ली, जिसे निर्देश ने शुरू में मना किया लेकिन बाद में पुलिस अधिकारियों और परिवार के सदस्यों के आग्रह पर सहमति दी। उन्हें न तो पुलिस हिरासत में लिया गया और न ही न्यायिक हिरासत में भेजा गया।

निर्देश सिंह ने कहा ये फोटो उन्होने अपने घर पर पुलिस कारवाई के लिए उच्चाधिकारी के कहने पर खिंचवाई.
निर्देश सिंह ने कहा ये फोटो उन्होने अपने घर पर पुलिस कारवाई के लिए उच्चाधिकारी के कहने पर खिंचवाई.

विवाद की यूँ हुई शुरुआत

निर्देश सिंह ने बताया कि विवाद 6 दिसंबर 2024 को बनाए गए एक वीडियो से शुरू हुआ। "एक मीडिया व्यक्ति ने मुझसे पूछा कि क्या मैं महाकुंभ जाऊंगी और पवित्र गंगा जल में स्नान करूंगी। मैंने कहा कि मैं वहां क्यों जाऊंगी जहां लोग मल-मूत्र त्याग कर रहे हैं। मैंने यह भी स्पष्ट किया कि मैं ऐसे धर्म में विश्वास नहीं करती जो पाप करने की छूट देता है और फिर पवित्र स्नान से पापमुक्त होने का दावा करता है।" इसी वीडियो के आधार पर मुकदमा दर्ज हुआ.

निर्देश सिंह ने कहा, "FIR दवाब में करवा तो दी है लेकिन टिकेगी कैसे? पुलिस प्रशासन सब जानता है कि मेरे द्वारा कही गयी एक एक बात सही है। देवी देवताओं को कोई गाली नही दी सिर्फ सवाल किए है। इन्ही के धर्म ग्रंथों से बोला है।अगर मनुवादियो को कोर्ट में और फ़जीहत करानी है तो मैं और मेरे वकीलों की टीम तैयार है।"

निर्देश ने बताया कि 21 जनवरी को शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस टीमें उनके घर का सर्वेक्षण करने लगीं। "मैं दिल्ली में थी और वे मेरे नोएडा लौटने का इंतजार कर रहे थे। मेरी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी - मैं कहां जा रही हूं, किससे मिल रही हूं।" 27 जनवरी को विभिन्न थानों और एसओजी के पुलिसकर्मी उनके घर पहुंचे।

निर्देश ने आगे कहा, "मैंने पुलिस वालों को कहा कि बिना मेरा पक्ष जाने वे एकतरफा कारवाई नहीं कर सकते हैं, फिर मैंने अपना स्टेटमेंट रिकॉर्ड करवाया. मैं एक सुधारवादी लीडर हूं। संत कबीरदास, रैदास, राजा राम मोहन रॉय, बाबा साहेब अंबेडकर, सावित्री बाई फुले - ये सभी सुधारवादी नेता थे जो लोगों को शिक्षित करना चाहते थे और धर्म में मौजूद कुरीतियों, पाखण्ड, विसंगतियों और अंधविश्वासों को शिक्षा के जरिये दूर करने की बात करते थे, जब मैंने भी वही बातें की है तो मैं गलत कैसे हो गई? क्या उन सब महापुरुषों को भी ये फांसी पर चढा देंगे?"

आगे निर्देश ने कहा, " मैं भी हिन्दू हूँ, अपने धर्म की बात की है, मैं अपने धर्म में सुधार करना चाहती हूँ और इसके लिए कुछ कहती हूँ तो वो अपराध कैसे हो सकता है? अगर अपराध है तो आइये कोर्ट में मुझे गलत साबित करके दिखाइए।"

2011 में सामाजिक कार्यकर्ता बनीं निर्देश के खिलाफ पिछले 12 वर्षों में लगभग 14 एफआईआर दर्ज हुई हैं। निर्देश कहती हैं, "अधिकतर मामले थाने में ही सुलझ गए क्योंकि पुलिस भी जानती है कि ये शिकायतें आवाज दबाने के लिए राजनीतिक हथियार के रूप में दायर की जाती हैं। वे कहती हैं, "वर्तमान में उनके खिलाफ दो आपराधिक शिकायतें लंबित हैं। सोशल मीडिया के जमाने में कोई कहीं भी बैठकर किसी के खिलाफ मुकदमे कर सकता है, मेरे उपर मामले बनने लगे तो मैंने कानून की पढाई जरूरी समझी ताकि सिस्टम मुझे झूठे आरोपों में घेरे तो मैं स्वयं अपना बचाव करने में सक्षम हो सकूं". उन्होंने एलएलबी के बाद अब एलएलएम् में प्रवेश लिया है. हिंदुत्व को लेकर अपने कथनों पर जबर्दस्त ट्रोल होने वाली निर्देश सिंह कहती हैं उनके पास 200 से अधिक स्क्रीन शॉट्स हैं जिसमे उन्हें भद्दी गालियां दी गई है और अश्लील कमेंट्स किये गए हैं.

कुंभ की वास्तविकता पर निर्देश का दावा है कि उनके 6 दिसंबर के वीडियो में कही गई बातें सच साबित हो रही हैं। "इंटरनेट पर हर जगह वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें लोग शौच करते दिख रहे हैं। एनजीटी की रिपोर्ट में पानी की गुणवत्ता स्नान के लिए भी अनुपयुक्त बताई गई है। बाबा लोग महिलाओं के स्नान के अश्लील वीडियो बना रहे हैं।"

इस मामले में जब पुलिस का पक्ष जानने के लिए मझोला थाना के SHO से बात की तो उन्होंने निर्देश सिंह के अरेस्ट या थाने से जमानत दिए जाने को लेकर पूर्ण अनभिज्ञता जाहिर की और जानकारी लेने के बाद बताने का कहा।

निर्देश सिंह ने 6 दिसंबर 2024 को मीडिया के सवालों के जवाब में कहा था कि वे ऐसे धर्म में विश्वास नहीं करती जो पाप करने की छूट देता है और फिर पवित्र स्नान से पापमुक्त होने का दावा करता है।
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