इंदौर में किन्नरों ने फिनाइल पीकर किया सामूहिक आत्महत्या का प्रयास! जानिये क्या है समुदाय का दर्द

हाल ही में दो फर्जी पत्रकारों पंकज और अक्षय द्वारा एक किन्नर के साथ दुष्कर्म, ब्लैकमेल और डेढ़ लाख रुपये वसूली के मामले ने भी समुदाय में आक्रोश बढ़ा दिया था। इस मामले में पुलिस ने एसआईटी का गठन किया था, लेकिन कोई गिरफ्तारी न होने से किन्नर नाराज थे।
अस्पताल पहुंचने पर कई किन्नरों ने मुख्य द्वार पर चार घंटे तक धरना दिया और पेट्रोल डालकर आत्मदाह की धमकी दी। पुलिस अधिकारियों ने हाथ जोड़कर समझाया, तब जाकर स्थिति नियंत्रित हुई।
अस्पताल पहुंचने पर कई किन्नरों ने मुख्य द्वार पर चार घंटे तक धरना दिया और पेट्रोल डालकर आत्मदाह की धमकी दी। पुलिस अधिकारियों ने हाथ जोड़कर समझाया, तब जाकर स्थिति नियंत्रित हुई।
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इंदौर- मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के नंदलालपुरा इलाके में बुधवार देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई जहां किन्नर समुदाय के करीब 24 सदस्यों ने आपसी गुटबाजी और पूर्व गुरु सपना हाजी व उनके सहयोगियों के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई न होने से आक्रोशित होकर फिनाइल पीकर आत्महत्या का प्रयास किया। सभी को तत्काल एमवाय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। दो किन्नरों को विशेष निगरानी में रखा गया है।

घटना पंधरीनाथ थाना क्षेत्र के नंदलालपुरा में हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, किन्नरों ने एक बंद कमरे में इकट्ठा होकर घरेलू सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाले जहरीले पदार्थ फिनाइल का सेवन किया। जब साथी किन्नरों को उनकी तड़प की आवाजें सुनाई दीं, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। एसीपी सराफा और एडिशनल डीसीपी सोनपुर समेत वरिष्ठ अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर सभी को बाहर निकाला। लगभग 24 किन्नरों को एम्बुलेंस से नजदीकी एमवाय अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार जारी है।

इस घटना का मुख्य कारण किन्नर समुदाय में लंबे समय से चली आ रही गुटबाजी है। पूर्व गुरु सपना हाजी उर्फ सपना को मई माह में नंदलालपुरा डेरे से हटा दिया गया था, क्योंकि उन पर गुटबाजी फैलाने, किन्नरों की संपत्ति (सोना, चांदी और नकदी) के दुरुपयोग तथा उनके प्रेमी राजा हाशमी और अन्य मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को धन सौंपने के आरोप थे। हटाए जाने के बाद सपना हाजी ने नया गुट बना लिया और किन्नरों को कथित तौर पर प्रताड़ित करने लगीं, जिससे डेरे के 11 किन्नर महामंडलेश्वर मंगला गोरी नंदगिरी के संरक्षण में आ गए। किन्नर समाज ने बताया कि सपना हाजी, राजा हाशमी, विजय, वकील पंकज और अक्षय के खिलाफ पिछले दस महीनों से शिकायतें दर्ज हैं, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

इसके अलावा हाल ही में दो फर्जी पत्रकारों पंकज और अक्षय द्वारा एक किन्नर के साथ दुष्कर्म, ब्लैकमेल और डेढ़ लाख रुपये वसूली के मामले ने भी समुदाय में आक्रोश बढ़ा दिया था। इस मामले में पुलिस ने एसआईटी का गठन किया था, लेकिन कोई गिरफ्तारी न होने से किन्नर नाराज थे। किन्नर गुरु नेहा ने कहा, "पुलिस हर बार दबाव में आरोपी पकड़ती है, लेकिन फिर छोड़ देती है। सपना हाजी पर खरगोन, लाड़ी, रिंगनोद जैसे जिलों में कई मुकदमे हैं, फिर भी कार्रवाई नहीं हो रही।"

घटना के बाद सैकड़ों किन्नर सड़क पर उतर आए। उन्होंने जवाहर मार्ग पर डेढ़ घंटे से अधिक चक्काजाम किया और पंधरीनाथ थाने पर हंगामा मचाया। अस्पताल पहुंचने पर करीब 150 किन्नरों ने मुख्य द्वार पर चार घंटे तक धरना दिया और पेट्रोल डालकर आत्मदाह की धमकी दी। पुलिस अधिकारियों ने हाथ जोड़कर समझाया, तब जाकर स्थिति नियंत्रित हुई।

पुलिस ने सपना हाजी, राजा हाशमी, पंकज और अक्षय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने किन्नर गुरुओं को आश्वासन दिया है कि तत्काल कार्रवाई की जाएगी। सीएमएचओ माधव हसानी ने बताया, "24 किन्नरों को अस्पताल लाया गया। सभी की हालत स्थिर है, लेकिन दो को अधिक मात्रा में फिनाइल पीने के कारण ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। प्रारंभिक जांच में फिनाइल का सेवन पुष्टि हो गया है।" पुलिस ने कहा कि सभी की तबीयत सुधरने के बाद बयान दर्ज किए जाएंगे।

किन्नर समाज ने चेतावनी दी है कि यदि आरोपी तुरंत गिरफ्तार नहीं किए गए, तो वे आत्मदाह जैसे कदम उठाएंगे। यह घटना ट्रांसजेंडर समुदाय की लंबे समय से चली आ रही पीड़ा को उजागर करती है, जहां सामाजिक भेदभाव और न्याय की कमी उन्हें हताश कर रही है।

अस्पताल पहुंचने पर कई किन्नरों ने मुख्य द्वार पर चार घंटे तक धरना दिया और पेट्रोल डालकर आत्मदाह की धमकी दी। पुलिस अधिकारियों ने हाथ जोड़कर समझाया, तब जाकर स्थिति नियंत्रित हुई।
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अस्पताल पहुंचने पर कई किन्नरों ने मुख्य द्वार पर चार घंटे तक धरना दिया और पेट्रोल डालकर आत्मदाह की धमकी दी। पुलिस अधिकारियों ने हाथ जोड़कर समझाया, तब जाकर स्थिति नियंत्रित हुई।
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