'प्रोटोकोल' नहीं, ये सम्मान की बात— बतौर CJI महाराष्ट्र की पहली यात्रा पर पहुंचे जस्टिस गवई ने टॉप ऑफिसर्स की गैर मौजूदगी पर जताई नाराज़गी तो...

CJI के इन टिप्पणियों के बाद महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सुजाता सावनिक, DGP रश्मि शुक्ला और मुंबई पुलिस आयुक्त देवेन भारती उनके साथ डॉ. बीआर आंबेडकर के समाधि स्थल चैत्यभूमि पर दिखाई दिए।
'प्रोटोकोल' नहीं, ये सम्मान की बात—
बतौर CJI महाराष्ट्र की पहली यात्रा पर पहुंचे जस्टिस गवई ने टॉप ऑफिसर्स की गैर मौजूदगी पर जताई नाराज़गी तो...
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मुंबई। भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस बीआर गवई ने रविवार को महाराष्ट्र के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक (DGP) और मुंबई पुलिस आयुक्त की अनुपस्थिति पर नाराज़गी जताई। CJI गवई हाल ही में देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश बने हैं और यह उनकी महाराष्ट्र की पहली आधिकारिक यात्रा थी।

बार कौंसिल ऑफ़ महाराष्ट्र एंड गोआ की और से उनका अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया था।

उन्होंने मराठी में कहा, "मैं प्रोटोकोल की बात नहीं कर रहा, लेकिन लोकतंत्र के तीनों स्तंभों (कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका) को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए। जब संविधान के एक प्रमुख अंग का प्रमुख (CJI) पहली बार अपने ही राज्य में आए और उसे ये सम्मान न मिले, तो यह उनके सोचने की बात है।"

हालांकि, CJI के इन टिप्पणियों के बाद महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सुजाता सावनिक, DGP रश्मि शुक्ला और मुंबई पुलिस आयुक्त देवेन भारती उनके साथ डॉ. बीआर आंबेडकर की समाधि स्थल चैत्यभूमि पर दिखाई दिए।

इससे पहले, बार काउंसिल ऑफ महाराष्ट्र एंड गोआ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में CJI गवई ने कहा, "मैं छोटी-छोटी बातों में नहीं पड़ना चाहता, लेकिन यह सम्मान का मामला है। लोगों को पता होना चाहिए।"

सीजेआई गवई ने अपनी सेवानिवृत्ति के बाद की योजनाओं के बारे में कहा: "मुझे खुशी है कि यह कार्यक्रम जस्टिस अभय ओका की उपस्थिति में हो रहा है। मैं और मेरे भाई जस्टिस ओका दोनों ने पहले ही घोषणा कर दी है कि हम सेवानिवृत्ति के बाद कोई कार्यभार नहीं संभालेंगे। इसलिए जस्टिस ओका 24 मई के बाद और मैं उसके छह महीने बाद आपके (कानूनी बिरादरी) लिए पूरी तरह उपलब्ध रहूंगा।"

CJI ने यह भी कहा कि उन्होंने तय किया है कि वे मुम्बई, नागपुर , औरंगाबाद और गोवा के अलावा अन्य कहीं भी अभिनंदन स्वीकार नहीं करेंगे क्योंकि उपरोक्त चारों बार असोसिएशन से उनका जुड़ाव साथ काम करने अथवा सदस्य रहने का रहा है।

इस कार्यक्रम में बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अलोक अराढ़े, सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस अभय एस ओका, जस्टिस दीपंकर दत्ता और जस्टिस प्रसन्ना बी वराले सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।

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