आगरा- उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के खेड़ा गांव में श्रीमद् भागवत कथा के दौरान एक नाबालिग कथावाचिका ने मुसलमानों के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक और नफरत भरी भाषण दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो चुका है। 'बाल विदुषी लक्ष्मी' के नाम से व्यासपीठ पर विराजमान इस कथावाचिका की उम्र 18 वर्ष से कम लग रही है। वीडियो में लक्ष्मी ने हिंदुओं से मुसलमानों का आर्थिक बहिष्कार करने की अपील की और हर गांव के बाहर बोर्ड लगाने की मांग की, जिसमें साफ लिखा हो- 'यहां पर मुसलमानों का प्रवेश वर्जित है'।
इस भड़काऊ भाषण ने न केवल समाज में धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा दिया है, बल्कि आयोजकों पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले को लेकर बढ़ते विरोध और सोशल मीडिया में वायरल वीडियो पर आगरा पुलिस ने संज्ञान लिया है। प्रकरण की जांच में पाया गया कि कथावाचक नाबालिग है। थाना शमशाबाद पुलिस द्वारा पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए जांच की जा रही है। अग्रिम कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
यह आयोजन योगी यूथ ब्रिगेड धर्म रक्षा ट्रस्ट द्वारा किया गया था, जिसके उत्तर प्रदेश अध्यक्ष कुँवर अजय तोमर हैं। कथा के पांचवें दिन लक्ष्मी ने कथा सुनाने के बीच में मुसलमानों पर हमला बोला। वीडियो क्लिप में वह कहती नजर आ रही हैं, "मेरी मानिए तो हर गांव के बाहर एक बोर्ड लग जाना चाहिए कि यहां पर मुसलमानों का प्रवेश वर्जित है।" लक्ष्मी ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुसलमान हिंदुओं को खाने-पीने का सामान बेचकर उनका धर्म भ्रष्ट करने की कोशिश करते हैं। "कैसे भी करके इनका धर्म भ्रष्ट हो। "
सोशल मीडिया पर वायरल क्लिप के अलावा, लक्ष्मी के भाषण का वह हिस्सा भी सामने आया है जो कम चर्चित रहा। इसमें वह कहती हैं कि कुछ मुसलमान गांव-गांव जाकर सामान बेचने के बहाने आते हैं- कबाड़, वस्त्र, सब्जियां आदि। "क्या पता इसके पीछे इनका कोई मकसद छिपा हो। क्योंकि सनातन के आदमी इतने सीधे होते जा रहे हैं और अगर अब भी हम नहीं समझे कि ऐसे कार्य भारत में चल रहे हैं तो फिर देर हो जाएगी।" उसने मुसलमानों को 'आतंकी गतिविधियों' से जोड़ते हुए चेतावनी दी कि ये लोग घरों की निगरानी कर रहे हैं, परिवार के सदस्यों की गिनती कर रहे हैं और बहन-बेटियों को झांसे में लेने की साजिश रच रहे हैं।
लक्ष्मी का हमला 'आई लव यू मोहम्मद' विवाद पर भी पहुंचा। उसने कहा, "रोड पर इनके लिए क्या है? आई लव मोहम्मद। लेकिन जब बात ढाबों पर आती है तो ढाबे चलाते हैं यह हमारे भगवान के नाम पर। कितनी ही न्यूज़ आई। शिव के नाम पर ढाबे चला रहे हैं। हनुमान के नाम पर ढाबे चला रहे हैं। रोड पर आई लव मोहम्मद है। लेकिन जब पैसे कमाने की बात आती है तो हमारे भगवान का नाम इस्तेमाल करते हैं। फिर उसके बाद भी ढाबों पर जाकर क्या-क्या कर रहे हैं? भ्रष्टता फैला रहे हैं।" लक्ष्मी ने मुसलमानों को 'आतंकी' करार देते हुए हिंदुओं से सतर्क रहने की अपील की, जो स्पष्ट रूप से इस्लामोफोबिया को बढ़ावा देने वाला है।
आयोजन स्थल पर व्यासपीठ के पीछे लगा पोस्टर योगी यूथ ब्रिगेड धर्म रक्षा ट्रस्ट का था, जिसमें बाई ओर ऊपर की तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर भी नजर आ रही थी। कुँवर अजय तोमर ने 2 अक्टूबर की दोपहर को फेसबुक पर लक्ष्मी के पूरे भाषण की क्लिप शेयर की थी। कैप्शन में लिखा था, "आज कथा के पंचम दिवस पर कथा व्यास एवं योगी यूथ ब्रिगेड की प्रदेश प्रवक्ता बाल विदुषी लक्ष्मी जी ने हिंदुओं से कहा कि मुसलमानों का आर्थिक बहिष्कार किया जाना चाहिए और गांव-गांव में बोर्ड लगाया जाए कि यहां पर मुसलमानों का प्रवेश वर्जित है।" यह शेयरिंग आयोजकों की मंशा पर और सवाल खड़े करती है।
इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर तूफान मचा दिया है। मानवाधिकार कार्यकर्ता, अल्पसंख्यक समुदाय के नेता और आम यूजर्स ने कड़ी निंदा की है। एक प्रमुख कार्यकर्ता ने कहा, "एक नाबालिग बच्ची को नफरत का जहर भरना समाज के लिए खतरा है। आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।" #StopHateSpeech, #SaveChildFromHate और #AgraHateSpeech जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कथा जैसे धार्मिक आयोजनों का दुरुपयोग हेट स्पीच फैलाने के लिए हो रहा है, जो संविधान की भावना के खिलाफ है।
यह घटना उत्तर प्रदेश में बढ़ते इस्लामोफोबिया की एक और कड़ी है। हाल ही में जौनपुर जिले के एक अस्पताल में इसी तरह की भेदभावपूर्ण घटना सामने आई, जहां एक महिला डॉक्टर ने दो मुस्लिम महिलाओं- एक गर्भवती और दूसरी अन्य स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित- को धर्म के आधार पर इलाज देने से इंकार कर दिया। डॉक्टर ने कथित तौर पर कहा, "वह मुस्लिम है, उसे कहीं और ले जाओ।" इस घटना ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है और स्वास्थ्य विभाग से जांच की मांग तेज हो गई है। जौनपुर की यह घटना साबित करती है कि नफरत अब चिकित्सा सेवाओं तक पहुंच चुकी है, जो अल्पसंख्यकों के लिए गंभीर खतरा है।
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