
जमशेदपुर: झारखंड में मानव तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ ने मुस्तैदी दिखाते हुए 13 आदिवासी नाबालिग बच्चों को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया है। अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी दी कि रेस्क्यू किए गए बच्चों में 12 लड़कियां और एक लड़का शामिल है। इन सभी को काम दिलाने के बहाने तमिलनाडु ले जाने की योजना थी।
कोयंबटूर जाने की थी तैयारी
टाटानगर आरपीएफ के प्रभारी राकेश मोहन ने बताया कि यह कार्रवाई एक पुख्ता खुफिया जानकारी के आधार पर की गई। दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल के सीनियर डिविजनल सिक्योरिटी कमिश्नर पी. शंकर कुट्टी ने इस संबंध में टिप दी थी। सूचना मिलते ही एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) के उड़न दस्ते (Flying Squad) ने स्टेशन पर निगरानी बढ़ा दी।
आरपीएफ अधिकारी ने बताया, "इन बच्चों को रविवार को टाटानगर स्टेशन से उस वक्त रेस्क्यू किया गया, जब वे टाटानगर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस पकड़ने का इंतजार कर रहे थे। पूछताछ में नाबालिगों ने बताया कि उन्हें तमिलनाडु के सलेम स्थित धागा बनाने वाली एक फैक्ट्री (Yarn Manufacturing Unit) में काम करने के लिए ले जाया जा रहा था।"
दो सगे भाई गिरफ्तार
इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो कथित मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान सुनील तातोंबा और जंपिरा तातोंबा के रूप में हुई है। ये दोनों आरोपी सगे भाई हैं और पश्चिमी सिंहभूम जिले के हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले आमदिहा पंचायत के रहने वाले हैं।
सोमवार को आरपीएफ ने रेस्क्यू किए गए सभी बच्चों और दोनों गिरफ्तार आरोपियों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए टाटानगर राजकीय रेल पुलिस (GRP) को सौंप दिया।
सभी बच्चे पश्चिमी सिंहभूम के निवासी
टाटानगर जीआरपी के प्रभारी जितराम उरांव ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि बचाए गए सभी नाबालिगों की उम्र 15 से 17 वर्ष के बीच है। ये सभी बच्चे झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के हाटगम्हरिया ब्लॉक के अलग-अलग गांवों के रहने वाले हैं।
जीआरपी प्रभारी ने आगे की प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा, "सभी 13 नाबालिगों को फिलहाल देखभाल और सुरक्षा के लिए जमशेदपुर की बाल कल्याण समिति (CWC) को सौंप दिया गया है। हाटगम्हरिया में उनके परिजनों को सौंपने से पहले, इन बच्चों को अपना बयान दर्ज कराने के लिए जमशेदपुर सिविल कोर्ट में पेश किया जाएगा।"
आरोपी भेजे गए जेल
नाबालिगों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार दोनों भाइयों, सुनील और जंपिरा तातोंबा को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में घाघीडीह सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। प्रशासन की इस त्वरित कार्रवाई से बच्चों का भविष्य अंधकार में जाने से बच गया।
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