राजस्थान: मुख्यमंत्री के गृह जिले में दलित छात्रा क्यों नहीं दे पाई बी.ए. द्वित्तीय वर्ष की परीक्षा?

पारिवारिक संबधों के विशेषज्ञ व समाज शास्त्री के अनुसार बलात्कार, छेड़छाड़ और यौन अपराधों के बढ़ते मामलों के लिए मोबाइल फोन, ओटीटी आदि काफी हद तक जिम्मेदार।
राजस्थान: मुख्यमंत्री के गृह जिले में दलित छात्रा क्यों नहीं दे पाई बी.ए. द्वित्तीय वर्ष की परीक्षा?

जयपुर। बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ के सरकारी नारों के बीच राजस्थान के जोधपुर जिले में दुष्कर्मी के भय से पीड़ित छात्रा ने पढ़ाई छोड़ दी। बलात्कार का आरोपी उसे फोन कर रोज वीडियो वायरल करने की धमकी देकर गांव से बाहर ले जा कर बंदूक की नोक पर कई बार बलात्कार करता रहा। पीड़िता ने उससे तंग आकर पढ़ाई के लिए घर से निकलना बंद कर दिया। यही कारण है उक्त दलित छात्रा बी.ए. द्वित्तीय वर्ष की परीक्षा तक नहीं दे पाई।

दुष्कर्म का एक अन्य मामला उदयपुर से भी सामने आया है जहां एक 11 वर्ष की बालिका का उसी के फुफेरे भाईयों ने गैंग रेप किया। बालिका की हालत नाजुक है और अस्पताल में भर्ती है। पारिवारिक संबधों के विशेषज्ञ और समाज शास्त्री के मुताबिक बलात्कार, छेड़छाड़ और यौन अपराधों के बढ़ते मामलों के लिए मोबाइल फोन, ओटीटी आदि काफी हद तक जिम्मेदार हैं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिला जोधपुर की यह घटना राज्य में लचर कानून व्यवस्था और महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों की चिंताजनक स्थिति उजागर करती है।

पीड़ित छात्रा ने द मूकनायक से बात करते हुए कहा कि वह पढ़ना चाहती है, लेकिन आरोपी कभी अपनी पत्नी को भेज कर तो कभी खुद फोन पर राजीनामा करने का दबाव बना रहा है। राजीनामा नहीं करने पर परिवार को जान से मारने की भी धमकी दे रहा है। पीड़ित छात्रा ने कहा कि आरोपी इलाके का बदमाश है। उसके खिलाफ बलात्कार सहित चोरी व अन्य अपराधों के 32 से अधिक मुकदमे दर्ज है, लेकिन पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है। ऐसे में इस इलाके में वह जो चाहता है, करता है। उसके साथ भी आरोपी बद्री जाट ने बंदूक की नोक पर बलात्कार किया है। प्राथमिकी दर्ज हुए पांच महीने हो गए, लेकिन आरोपी अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ।

यह है घटना क्रम

2 फरवरी 2005 को जन्मी दलित छात्रा जोधपूर जिले के भोपालगढ़ थाना इलाके के एक गांव में रहती है। पिता मजदूरी करते है।

5 फरवरी 2023 को भोपालगढ़ थाने पहुंच कर पीड़िता ने लिखित तहरीर देकर बताया कि एक डेढ़ वर्ष पूर्व जब वह नाबालिग थी, तब गांव से भोपाल गढ़ लाइब्रेरी पढ़ने जा रही थी। यहां वो एक ई-मित्र क्योस्क से फोटो कॉपी करवा कर लाइब्रेरी की तरफ पैदल जाने के लिए आगे बढ़ी तो पीछे से कार में आरोपी बद्रीराम जाट आया और जबरदस्ती गाड़ी में बैठा कर कुचेरा रोड पर ले गया। जहां सुनसान जगह पर ले जाकर बंदूक दिखा कर उसकी इच्छा के विरुद्ध गलत काम किया।

पीड़ित छात्रा ने एफआईआर में बताया कि इस दौरान आरोपी ने मोबाइल से अश्लील वीडियो भी बना लिया। घटना के बारे में किसी को बताने पर वीडियो वायरल कर समाज में बदनाम करने की धमकी दी।

डरा धमका कर पीड़ित छात्रा को कार से वापस भोपाल गढ़ छोड़ गया। डर के मारे पीड़िता ने उसके साथ बर्बरता की बात किसी को नहीं बताई।

इस घटना के बाद से ही आरोपी फोन कर वीडियो वायरल करने को धमकी देकर उसे गाड़ी में बैठा कर यहां वहां ले जाने लगा। मना करने पर वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगा। आरोपी बद्रीराम ने उसे ब्लैकमेल- डरा धमका कर, कई बार सुनसान जगह लेजा कर इच्छा के विरुद्ध गलत काम किया और हर बार वीडियो बनाता।

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पुलिस के अनुसार पीड़ित छात्रा ने रिपोर्ट में लिखा कि आरोपी कहता कि मेरे कहे अनुसार काम नहीं किया तो वीडियो वायरल कर दूंगा। समाज में बदनामी के डर से पीड़िता डर कर चुप हो गई। किसी को कुछ नहीं बताया।

जब भी लाइब्रेरी जाती तो आरोपी जबरदस्ती गाड़ी में बैठा कर कभी जोधपुर होटल में तो कभी कहीं और सुनसान जगह ले जा कर बलात्कार करने लगा।

इससे दुखी होकर पीड़िता ने लाइब्रेरी जाना बंद कर दिया। जब पीड़िता कई दिन तक लाइब्रेरी नहीं गई तो आरोपी फोन कर घर से बाहर निकलने का दबाव डालने लगा। मना करने पर आरोपी ने वीडियो वायरल करने और घर वालों को गोली मारने तक की धमकी दी।

मां-बाप के हिम्मत बंधाने पर पीड़िता गांव से थाने पहुंच कर रिपोर्ट दी। 5 फरवरी को पुलिस ने धारा 342, 376, 384 के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच वृत्ताधिकारी भोपाल गढ़ को दी।

'मेरा सपना टूट गया'

छात्रा के पिता ने द मूकनायक को बताया कि बेटी को पढ़ा कर काबिल बनाना उसका सपना था, लेकिन अब उसका सपना टूट गया। आरोपी ने उसकी बेटी की जिंदगी तबाह कर दी। उसने रुंधे गले से कहा कि मैंने मजदूरी कर पाई-पाई जोड़ कर बेटी को पढ़ाया था, लेकिन एक बदमाश ने सब तबाह कर दिया।

मेरी बेटी के साथ हुई बर्बरता को लेकर थाने में एफआईआर दर्ज हुए पांच महीने बीत गए,लेकिन अभी तक पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। वह खुला घूम रहा है। धमकियां देकर राजीनामा करने का दबाव बना रहा है। छात्रा के पिता ने बताया कि जब पुलिस के पास जाते हैं, आज कल में गिरफ्तार करने की बात कह कर उन्हें वापस भेज देते हैं। पिता ने कहा आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ तो उसकी बेटी के साथ गम्भीर अनहोनी हो सकती है।

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दलित छात्रा की तहरीर पर 5 फरवरी 2023 को बलात्कार के आरोप में भोपाल गढ़ पुलिस थाने में दर्ज रिपोर्ट की जांच पुलिस वृत्ताधिकारी भोपाल गढ़ को दी गई थी। जांच पूरी होने से पहले ही जांच अधिकारी कर तबादला कर दिया गया।

इस संबंध भीपालगढ़ थानाधिकारी गिरधारी राम से द मूकनायक ने बात की। थानाधिकारी गिरधारीराम ने बताया कि छात्र के साथ बलात्कार के आरोपी बद्रीराम की तलाश में लगातार दबिश दे रहे हैं, इसकी गिरफ्तारी के लिए महाराष्ट्र और गुजरात में भी कई ठिकानों पर तलाश किया, लेकिन नहीं मिला।

हिस्ट्रीशीटर है आरोपी और उसके दो भाई

दलित छात्रा के साथ बंदूक की नोक पर बलात्कार का आरोपी बद्रीराम जाट भोपालगढ़ पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है। थानाधिकारी गिरधारी राम ने बताया कि आरोपी के खिलाफ चोरी, बलात्कार, लूट, मारपीट सहित अन्य अपराध में विभिन्न पुलिस थानों में 40 मुकदमे दर्ज है। आरोपी मंदिरों में चोरी का आरोपी भी रहा है। इसके दो और भाई भी हिस्ट्रीशीटर हैं।

एसएचओ ने कहा कि सीओ भोपाल गढ़ के पास जांच थी। अभी उनका तबादला हो गया है। नए अधिकारी के आने के बाद जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बालिका के साथ फुफेरे भाइयों ने की बर्बरता

ग्यारह वर्ष की एक मासूम के साथ उसके ही नाबालिग भाइयों द्वारा जबरदस्ती करने की ह्रदयविदारक घटना सामने आई है। उदयपुर शहर के अंबामाता थाने में 19 वर्षीया एक विवाहिता ने रिपोर्ट दी जिसमें बताया गया कि उसकी मां का 13 जून को सरकारी हॉस्पिटल में ऑपरेशन हुआ था। माँ के बीमार होने के कारण अपनी 11 वर्षीया बहन को उनके बुआ के घर छोड़ दिया था ताकि उसकी देखभाल हो सके। विवाहिता ने बताया कि जब वह अपनी बहन से मिली तो उसकी हालत खराब थी, उसे हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने जांच के बाद बच्ची से बात की तो मालूम हुआ कि बुआ के घर पर 13 और 15 साल के फुफेरे भाइयों ने ही उसके साथ जबर्दस्ती की। अत्यधिक ब्लीडिंग की वजह से नाबालिग की हालत खराब हो गई जिसके बाद बाल चिकित्सालय से उसे पन्नाधाय हॉस्पिटल शिफ्ट किया गया। अंबामाता थानाधिकारी रविन्द्र चारण ने बताया कि बालिका राजसमंद रहती थी और माँ के इलाज के लिए उदयपुर आने पर उसे बुआ के घर महफूज रहने के विश्वास के साथ परिजनों ने छोड़ा था।

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सेक्स एजुकेशन नहीं दे रहे स्कूल

समाज में बढ़ते यौन अपराध, बच्चों में मानसिक विकृता को लेकर द मूकनायक ने विषय विशेषज्ञों से बात की। सोशियोलॉजी की सहायक प्रोफेसर डॉ राजकुमारी घरों में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और स्मार्टफोन्स आदि के अनियंत्रित उपयोग को एक महत्वपूर्ण कारण मानती हैं। राजकुमारी बताती हैं कि ट्यूशन जाने वाले 8वी क्लास के बच्चे भी स्मार्टफोन रखने लगे हैं । पेरेंट्स उन्हें नोट्स और स्टडी मेटीरियल जुटाने आदि के लिए स्मार्ट फोन देते हैं लेकिन बच्चे उसका गलत उपयोग कर पोर्न कंटेंट तो नही देख रहे-इस बात की सुध नहीं लेते।

नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर उदयपुर के एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल कहते हैं कि समाज में खुलापन बढ़ने के साथ सेक्स एजुकेशन को प्राइमरी क्लासेज से दिए जाने की जरूरत लगती है। अभी भी टीचर्स प्रभावी ढंग से बच्चों से सेक्स, पोर्नोग्राफी आदि के बारे में खुलकर बात नहीं करते हैं , सरकारी स्कूलों में तो ऐसी कवायदें ना के बराबर हैं।

हाईस्कूल टीचर जीता राजगोपाल कहती हैं सख्त मनाही के बावजूद छोटी क्लासेज के भी बच्चे स्मार्टफोन यूज़ करते हैं। पीटीएम में पेरेंट्स को कई बार बताया जाता है कि बच्चों को फोन का लिमिटेड इस्तेमाल ही करने दें और वे क्या सर्च करते हैं इसपर भी चौकस रहें। अभिभावकों को किशोर वय के बच्चों से खुलकर बात करनी चाहिए और पोर्नोग्राफी के दुष्प्रभाव के बारे में उन्हें बताना चाहिए।

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