भोपाल। मध्यप्रदेश में नाबालिक बच्चों के साथ रेप- छेड़छाड़ के मामले थम नहीं रहे हैं। हाल ही में भोपाल के ईंटखेड़ी इलाके में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। जहां 14 वर्षीय नाबालिग छात्रा, जो नौवीं कक्षा में पढ़ती थी, उसने बीते शुक्रवार को कीटनाशक दवा पी ली। शनिवार और रविवार की दरमियानी रात हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिवार का आरोप के बच्ची के साथ छेड़छाड़ के कारण उसने यह कदम उठाया।
पीड़िता के पिता ने बताया कि शुक्रवार सुबह जब बेटी स्कूल जाने की तैयारी कर रही थी, तब उसने घर के पास ही टॉयलेट जाने के लिए बाहर कदम रखा। लगभग 7:45 बजे गांव के ही युवक कुनाल ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ गंदी हरकत की। घटना से आहत लड़की ने घर लौटकर अपनी मां को पूरी बात बताई।
मां के कुछ कहने या किसी को घटना की जानकारी देने से पहले ही लड़की ने घर में रखी कीटनाशक दवा पी ली। इसके बाद उसे उल्टियां होने लगीं और स्थिति बिगड़ गई। परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले गए। स्थानीय अस्पताल ने उसे बेहतर इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल भेज दिया। लेकिन डॉक्टरों की सभी कोशिशें नाकाम रहीं, और शनिवार देर रात उसकी मौत हो गई।
लड़की के पिता ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि आरोपी युवक द्वारा की गई छेड़छाड़ से आहत होकर उनकी बेटी ने आत्मघाती कदम उठाया। उन्होंने यह भी कहा कि बेटी ने घटना के बाद मां को सबकुछ बताया था।
आरोपी कुनाल के पिता ने भी इस पूरे मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बेटी के चीखने की आवाज सुनते ही घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति संभालने की कोशिश की। उन्होंने खुद ऑटो की व्यवस्था कर नाबालिग को अस्पताल पहुंचाया। हालांकि बाद में, पीड़िता की मां ने बताया कि घटना के पीछे उनके बेटे का हाथ था।
मामले की जांच कर रहे एएसआई शेर सिंह ने बताया कि पिता ने गांव के युवक कुनाल पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। हालांकि, यह बात पिता को उनकी पत्नी ने बताई थी। फिलहाल, पीड़िता की मां के बयान दर्ज नहीं किए जा सके हैं। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और मां के बयान के बाद ही आगे की कार्रवाई की बात कही है। पुलिस के मुताबिक मामले की जांच जारी है।
परिजनों और स्थानीय लोगों ने इस घटना पर गहरा आक्रोश जताया है। उनका कहना है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए। उन्होंने यह भी मांग की कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज और प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए।
यह घटना एक बार फिर प्रदेश में महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश में महिलाओं और नाबालिगों के खिलाफ अपराधों की दर लगातार बढ़ रही है।
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,45,256 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 में 4,28,278 की तुलना में 4% की वृद्धि है। वहीं बच्चों के खिलाफ अपराध के 1,62,449 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 की तुलना में 8.7% (1,49,404 मामले) की वृद्धि दर्शाते हैं। मध्य प्रदेश में भी बच्चों के खिलाफ मामले बढ़े हैं। आंकड़ों के अनुसार राजधानी भोपाल में साल 2022 में 758 अपराध बच्चों के खिलाफ दर्ज हुए।
इस मामले में पॉक्सो एक्ट (Protection of Children from Sexual Offences Act) और आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है। पॉक्सो एक्ट के तहत नाबालिगों के खिलाफ यौन शोषण के दोषियों को सख्त सजा का प्रावधान है। यदि आरोपी दोषी पाया जाता है, तो उसे 10 साल से आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है।
बीते दिनों मध्य प्रदेश के दमोह जिले के पथरिया थाना क्षेत्र से एक बेहद दर्दनाक मामला सामने आया है था। जहां 11वीं कक्षा की छात्रा ने गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी। पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया था, कि उनकी बेटी के साथ स्कूल के चार छात्रों ने सामूहिक दुष्कर्म किया और घटना का वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल कर रहे थे।
पुलिस के मुताबिक सोमवार को स्कूल के लंच टाइम के बाद आरोपी रवि सेन और राकेश पटेल ने पीड़िता को बहाने से पहाड़ी पर बुलाया, जहां पहले से ही दो अन्य आरोपी मौजूद थे। चारों ने मिलकर छात्रा के साथ दुष्कर्म किया और उसका वीडियो बनाया। घटना के दो दिन बाद, छात्रा ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले के सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
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