भोपाल। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में व्यवसायी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा परमार की आत्महत्या का मामला गरमाता जा रहा है। शुक्रवार को दंपति ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, और उनके द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट ने पूरे प्रदेश में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है।
सुसाइड नोट में मनोज परमार ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अन्य नेताओं से उनके बच्चों का ख्याल रखने की गुहार लगाई है।
शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने परमार दंपति के बच्चों से फोन पर बात की। परमार दंपति के बड़े बेटे ने राहुल गांधी को बताया कि उनके पिता ने भाजपा में शामिल होने के लिए ईडी के दबाव को झेलने के बजाय आत्महत्या करना बेहतर समझा। बातचीत के दौरान दंपति की बेटी ने राहुल गांधी से आष्टा आने का आग्रह किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने शनिवार को दंपति के घर जाकर बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने राहुल गांधी को सुसाइड नोट और घटना की जानकारी दी। पटवारी ने कहा कि यदि राहुल गांधी व्यस्त हैं तो वे बच्चों को दिल्ली ले जाकर उनसे मिलवाएंगे।
ईडी ने एक बयान में कहा है कि परमार और अन्य लोगों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत जांच चल रही है। एजेंसी ने पांच दिसंबर को सीहोर और इंदौर में परमार से संबंधित चार परिसरों पर छापेमारी की थी। ईडी का दावा है कि उसने छापेमारी के दौरान आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं और 3.5 लाख रुपये की बैंक राशि पर रोक लगा दी है।
ईडी के अनुसार, यह मामला पंजाब नेशनल बैंक के एक वरिष्ठ प्रबंधक और अन्य व्यक्तियों द्वारा की गई बैंक धोखाधड़ी से संबंधित है। बयान में कहा गया कि छापेमारी के दौरान प्रमुख संपत्तियों और अन्य वित्तीय लेनदेन का विवरण प्राप्त हुआ है।
कांग्रेस ने इस घटना के लिए सीधे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा के दबाव और ईडी की कार्रवाई ने परमार परिवार को इस कदम के लिए मजबूर किया। पटवारी ने आरोप लगाया कि यह मामला सत्ता के दुरुपयोग का उदाहरण है और भाजपा गरीबों व व्यापारियों का शोषण कर रही है।
दूसरी ओर, भाजपा ने कांग्रेस के इन आरोपों को खारिज किया है। भाजपा नेताओं ने कहा कि कांग्रेस सुसाइड नोट और मामले का राजनीतिकरण कर रही है।
इस घटना के बाद सीहोर और आसपास के इलाकों में जनता के बीच गुस्सा और चिंता का माहौल है। कई व्यापारियों और स्थानीय संगठनों ने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। कांग्रेस ने मांग की है कि इस मामले की जांच एक स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए ताकि सच सामने आ सके। राहुल गांधी ने बच्चों को आश्वासन दिया है कि कांग्रेस उनके साथ खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी।
मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि 'भाजपा ने राहुल गांधी को गुल्लक भेंट करने की सज़ा परमार परिवार के बच्चों को अनाथ कर के दी है।' उन्होंने इसे भाजपा की निर्ममता करार दिया। सिंघार ने सवाल उठाते हुए कहा, "अडानी को पूरा देश बेचने का क्या? क्या उसके लिए भाजपा कभी जवाबदेह होगी?"
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