MP के गौहरगंज में मासूम से दरिंदगी का मामला: आरोपी की गिरफ्तारी की मांग में फूटा जनाक्रोश, गांव में तनाव और पुलिस का भारी बंदोबस्त

वर्तमान में गौहरगंज और उसके आसपास के इलाकों में अघोषित कर्फ्यू जैसी स्थिति बन चुकी है। सड़कें सुनसान हैं, दुकानें बंद हैं और पुलिस की गाड़ियां लगातार गश्त कर रही हैं। सुरक्षा के मद्देनजर भोपाल, रायसेन, सीहोर, विदिशा, बैतूल और नर्मदापुरम जिलों से 500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
घटना के बाद सड़कों पर उतरे लोग
घटना के बाद सड़कों पर उतरे लोगInternet
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भोपाल। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के गौहरगंज क्षेत्र में 6 साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोरकर रख दिया है। बीते पांच दिनों से गौहरगंज और आसपास के इलाकों में आक्रोश की लहर लगातार बढ़ती जा रही है। परिवार से लेकर गांव की महिलाएं और प्रदेशभर से आए लोग एक ही मांग कर रहे हैं- “दरिंदे सलमान को तुरंत गिरफ्तार करो और उसे ऐसी सजा दो जिससे पूरे समाज को संदेश जाए।”

बच्ची का परिवार अब सदमे और गुस्से के बीच खड़ा है। घर के बाहर भारी सुरक्षा तैनात है, लेकिन घर के अंदर आंसुओं का माहौल है। बच्ची की नानी का दर्द शब्दों में बयां नहीं हो पा रहा। वह बार-बार यही कहती हैं कि “दरिंदे को सरेआम गोली मार दो… तभी बच्ची को न्याय मिल सकेगा।” यह कहते ही उनकी आंखें भर आती हैं और पूरा परिवार फिर शोक में डूब जाता है।

गाँव में पसरा सन्नाटा

गांव जबलपुर हाईवे से करीब तीन किलोमीटर अंदर है। एक छोटा-सा, शांत गांव, जो अब एक भयानक घटना की वजह से दहशत और तनाव में तब्दील हो गया है। बच्ची के घर के बाहर पुलिस जवान तैनात हैं, जो हर आने-जाने वाले पर नजर रख रहे हैं। घर में नानी, नाना, मामा और मौसी बैठकर उस रात की घटना को बार-बार याद कर रहे हैं। नानी बताती हैं कि आरोपी सलमान गांव के पास एक क्रशर पर काम करता था। वह हर दिन गांव से गुजरता था और किराने की दुकान से सामान लेने के बहाने बच्ची को देख लेता था। वह बच्ची को टॉफी देकर उससे बात करने की कोशिश करता था। परिवार को कभी शक तक नहीं हुआ कि वह मासूम के साथ इतनी बड़ी दरिंदगी कर सकता है। नानी कहती हैं कि उन्हें आज भी समझ नहीं आता कि कोई इंसान 6 साल की बच्ची को चोट पहुंचाने के बारे में कैसे सोच सकता है।

कैसे हुई घटना?

21 नवंबर की शाम बच्ची पड़ोस में टमाटर देने गई थी। परिवार सोच रहा था कि वह कुछ ही मिनटों में वापस आ जाएगी, लेकिन वह नहीं लौटी। काफी देर बाद परिवार ने खोजबीन शुरू की। उधर, आरोप है कि इसी बीच सलमान बच्ची को मुंह दबाकर जंगलों की ओर ले गया। बच्ची जब तक आवाज नहीं निकाल पाई, तब तक कोई उसे देख भी नहीं पाया। लगभग डेढ़ घंटे की बेचैन तलाश के बाद बच्ची जंगल के पास घायल और डरी हुई हालत में मिली। बच्ची का चेहरा कपड़े से बंधा हुआ था और वह बुरी तरह कांप रही थी। परिजन जिस हालत में मासूम को पहुंचे, उसे देखकर उनकी रूह कांप उठी। नानी कहती हैं, “उस हालत में मेरी नातिन को देखकर मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई। वह रो भी नहीं पा रही थी। कोई भी इंसान ऐसा नहीं कर सकता… वह दरिंदा है, इंसान नहीं।”

घटना सामने आने के बाद गांव की महिलाओं में गुस्सा फूट पड़ा है। वे भी मासूम की हालत को देखकर विचलित हैं। धरने में शामिल एक महिला ने कहा, “पांच दिन हो गए, पुलिस आरोपी को नहीं पकड़ पाई। कब तक हमें ऐसी घटनाओं का डर झेलना पड़ेगा? बच्ची की जिंदगी बर्बाद हो गई और पुलिस अभी तक हाथ पर हाथ धरे बैठी है।”

महिलाओं का कहना है कि सलमान को जल्द गिरफ्तार किया जाए और उसे सरेआम फांसी दी जाए, ताकि ऐसे अपराध दोबारा न हों। गांव के बुजुर्ग भी कहते हैं कि बच्ची का दर्द पूरे गांव का दर्द बन गया है। वे चाहते हैं कि आरोपी को जितनी जल्दी हो सके, पुलिस पकड़कर सख्त सजा दिलाए।

धरना प्रदर्शन हुए तेज

बुधवार को गौहरगंज के स्कूल ग्राउंड में आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक बड़ा शांतिपूर्ण धरना आयोजित किया गया, जिसमें प्रदेशभर से हजारों लोग शामिल हुए। बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग- हर कोई बच्ची के लिए न्याय मांगने पहुंचा। लोगों ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर पांच दिनों के भीतर आरोपी नहीं पकड़ा गया तो आंदोलन और तेज होगा। हालांकि, शांतिपूर्ण धरना खत्म होने के बाद स्थिति बिगड़ गई। जैसे ही भीड़ अपने घरों की ओर लौट रही थी, तभी कुछ युवक मुस्लिम बावली बस्ती की ओर जाने लगे। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की और हल्का लाठीचार्ज किया। इसका विरोध करते हुए कुछ उपद्रवियों ने पत्थरबाजी करनी शुरू कर दी। पत्थरबाजी बढ़ते ही पुलिस ने जवाब में आंसू गैस के गोले छोड़े और भीड़ तितर-बितर हो गई। इस दौरान कई लोग घायल हुए और पूरे गौहरगंज क्षेत्र में तनाव फैल गया।

कर्फ्यू जैसे हालात!

वर्तमान में गौहरगंज और उसके आसपास के इलाकों में अघोषित कर्फ्यू जैसी स्थिति बन चुकी है। सड़कें सुनसान हैं, दुकानें बंद हैं और पुलिस की गाड़ियां लगातार गश्त कर रही हैं। सुरक्षा के मद्देनजर भोपाल, रायसेन, सीहोर, विदिशा, बैतूल और नर्मदापुरम जिलों से 500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। DIG प्रशांत खरे, SP, 8 DSP और 10 से अधिक इंस्पेक्टर खुद मोर्चा संभाले हुए हैं। क्विक रिस्पॉन्स फोर्स (QRF) लगातार इलाके में फ्लैग मार्च कर रही है। पुलिस की एक टीम जंगलों में जाकर आरोपी सलमान उर्फ नजर की तलाश कर रही है, जबकि अन्य टीमें भी अलग-अलग संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।

DIG प्रशांत खरे ने बताया कि “हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन पुलिस पूरी सतर्कता के साथ लगी हुई है। आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि अब तक कई सूचनाएं मिली हैं और पुलिस लगातार जंगल, खेत, गांव और शहरों में दबिश दे रही है। प्रशासन का कहना है कि किसी भी तरह के तनाव को बढ़ने नहीं दिया जाएगा।

परिजनों में डर

गौहरगंज के लोगों का कहना है कि उनका भरोसा तभी वापस लौटेगा जब पुलिस आरोपी को पकड़ लेगी। परिजन आज भी डर में जी रहे हैं। बच्ची की मां अभी मानसिक रूप से घटना का सामना नहीं कर पा रही है। परिवार डॉक्टरों की सलाह पर बच्ची को अस्पताल में ले जाने की तैयारी कर रहा है, लेकिन सबसे बड़ी चिंता यह है कि बच्ची फिर कभी सामान्य जीवन जी पाएगी या नहीं।

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