
भोपाल। मध्यप्रदेश के दतिया जिले की इंदरगढ़ तहसील रविवार को राजनीतिक और सामाजिक तौर पर बेहद गर्मा गई, जब आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी द्वारा संविधान बचाओ महारैली का भव्य आयोजन किया गया। महा परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर आयोजित इस महारैली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चंद्रशेखर आजाद भीम आर्मी के शीर्ष पदाधिकारी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
भीड़ को देखते हुए प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क नजर आया। सुरक्षा के लिए करीब 2000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई और पूरे क्षेत्र की ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई।
ग्वालियर-चंबल अंचल में संविधान पर राजनीति गरमाई
ग्वालियर में हाल ही में हुए आयोजन के बाद संविधान को लेकर ग्वालियर-चंबल अंचल का माहौल सियासी रूप से खासा गर्म है। इसी क्रम में दतिया के इंदरगढ़ में आयोजित महारैली में चंद्रशेखर आजाद ने मंच से जनता को संविधान की शपथ दिलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की।
उन्होंने कहा कि “देश में एक षड्यंत्र चल रहा है। कुछ वर्ग बाबा साहब का नाम और उनकी विचारधारा को मिटाने की कोशिश कर रहे हैं। ये मुट्ठी भर लोग हमारी ताकत को नहीं जानते। अगर हमने जोर से आवाज लगा दी तो भगदड़ मच जाएगी।”
आजाद ने आगे कहा कि वर्तमान समय में संविधान को कमजोर करने और खत्म करने की कोशिशें हो रही हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा- “किसी की मां ने ऐसा दूध नहीं पिलाया जो संविधान की ओर आंख उठाकर भी देख ले। हमें सतर्क रहना होगा और आने वाले समय में यहां की सरकार को उखाड़ फेंकना होगा।”
उन्होंने मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया (SIR) का जिक्र करते हुए कहा कि हर नागरिक को वोट का अधिकार दिलाने का प्रावधान डॉ. भीमराव आंबेडकर ने ही दिया था, और इसी अधिकार को बचाने की लड़ाई वे आगे भी जारी रखेंगे।
कार्यक्रम में धीरेंद्र शास्त्री को लेकर बयान
मंच पर आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य दामोदर यादव भी मौजूद रहे। अपने संबोधन के दौरान वे धीरेंद्र कुमार शास्त्री को लेकर बयान देते नजर आए।
उन्होंने कहा- “जो बाबा खुद का इलाज डॉक्टर से कराता हो, वह दूसरों का इलाज सिद्धि से करने का दावा कर रहा है। ऐसे कई पाखंडी और आडंबरी बाबा मध्य प्रदेश में हैं, और हम इन्हें उखाड़ फेंकने का काम करेंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि उनकी ठठरी बांधने की औकात किसी बाबा में नहीं है। दामोदर यादव ने धीरेंद्र शास्त्री को चेतावनी देते हुए कहा कि वे उनकी भू-माफिया छवि को उजागर कर जेल तक पहुंचाने का काम करेंगे।
बड़ी भीड़ और मजबूत संदेश
महारैली में शामिल हुए हजारों लोगों ने चंद्रशेखर आजाद के भाषणों और नारेबाजी के साथ संविधान बचाने के संकल्प को दोहराया। कार्यक्रम का प्रमुख संदेश यही रहा कि आने वाले समय में आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी संविधान व सामाजिक न्याय के मुद्दे को लेकर ग्वालियर-चंबल अंचल में आक्रामक भूमिका में दिखाई देंगी।
स्थानीय प्रशासन की कड़ी सुरक्षा, बड़ी जनभागीदारी और वक्ताओं के तीखे बयान साफ संकेत देते हैं कि यह रैली आने वाले दिनों में प्रदेश की राजनीति में नई हलचल पैदा कर सकती है।
हजारों की संख्या में शामिल हुए लोग
कार्यक्रम में जनसैलाब उमड़ पड़ा। आयोजकों के अनुसार करीब 25 हजार लोग महारैली में शामिल हुए, जिससे इंदरगढ़ का पूरा मैदान नीले झंडों और नारों से गूंज उठा। विशाल भीड़ ने न सिर्फ चंद्रशेखर आजाद के संबोधन पर जोरदार तालियां बजाईं, बल्कि संविधान बचाने के संकल्प के साथ माहौल को जोश और ऊर्जा से भर दिया। इतनी बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति ने इस रैली को ग्वालियर-चंबल अंचल की सबसे प्रभावशाली सभाओं में शामिल कर दिया।
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