भुवनेश्वर: भुवनेश्वर स्थित प्रतिष्ठित कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) यूनिवर्सिटी एक बार फिर सुर्खियों में है। रविवार रात यहां के हॉस्टल में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के प्रथम वर्ष के एक छात्र का शव संदिग्ध परिस्थितियों में उसके कमरे में मिला। पुलिस के मुताबिक, इस साल संस्थान में छात्र की मौत का यह तीसरा मामला है, जिसने सुरक्षा और प्रबंधन पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
कौन था मृतक छात्र?
मृतक की पहचान 18 वर्षीय राहुल यादव के रूप में हुई है, जो छत्तीसगढ़ के रायगढ़ का निवासी था। वह यहां अपने सुनहरे भविष्य के सपने लेकर आया था, लेकिन रविवार की रात उसका संघर्ष का सफर समाप्त हो गया।
पुलिस की जांच और प्रेम प्रसंग का एंगल
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा लग रहा है। पुलिस ने जब मृतक के सोशल मीडिया अकाउंट्स, डिजिटल चैट्स और हॉस्टल के साथियों से जानकारी जुटाई, तो पता चला कि राहुल अपने ही गृह राज्य (छत्तीसगढ़) की एक लड़की के साथ रिश्ते में था। जांच अधिकारियों का मानना है कि इसी रिश्ते में आई खटास या तनाव इस घटना की वजह हो सकती है।
मां का गंभीर आरोप: 'लड़की के पिता देते थे धमकी'
राहुल की मां, निर्मला यादव ने इस मामले में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं और इसे आत्महत्या के बजाय प्रताड़ना का मामला बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि लड़की के परिवार वाले उनके बेटे को मानसिक रूप से परेशान कर रहे थे।
Indian Express के हवाले से निर्मला यादव ने कहा, "लड़की के पिता मुझे और मेरे बेटे को फोन करके डराते-धमकाते थे। मेरा बेटा बहुत ज्यादा मानसिक दबाव में था। मैंने कई बार हॉस्टल प्रशासन को फोन करके अनुरोध किया था कि वे मेरे बेटे पर नजर रखें क्योंकि वह परेशान है, लेकिन किसी ने मेरी बात को गंभीरता से नहीं लिया। किसी ने परवाह नहीं की।"
पुलिस कार्रवाई और एफआईआर
मृतक की मां की शिकायत के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है। पुलिस ने लड़की के पिता, मां और भाई के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
भुवनेश्वर कमिश्नरेट पुलिस के अनुसार, "हॉस्टल का कमरा अंदर से बंद था, जिसे पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में खोला गया। छात्र को तुरंत KIMS अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।"
विश्वविद्यालय पर उठे सवाल और पिछला रिकॉर्ड
फिलहाल, KIIT प्रशासन की ओर से छात्र की मौत पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। लेकिन यह घटना संस्थान के लिए नई नहीं है। इससे पहले इसी साल 16 फरवरी और 1 मई को नेपाल के दो छात्रों की भी मौत हुई थी।
इन घटनाओं पर जुलाई में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने कड़ा रुख अपनाया था। यूजीसी ने यूनिवर्सिटी से जवाब तलब किया था कि छात्रों की सुरक्षा में चूक के लिए उनके खिलाफ "अनुशासनात्मक या कानूनी कार्रवाई" क्यों न की जाए। उस समय एक फैक्ट-फाइंडिंग पैनल ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा था कि KIIT प्रशासन की लापरवाही "आपराधिक दायित्व" (Criminal Liability) के दायरे में आती है।
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