राजस्थान: दलित युवक की बारात में घुड़चढ़ी से रोका, मंदिर पर भी जड़ा ताला

तहसीलदार और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में सम्पन्न हो सका दलित का विवाह कार्यक्रम.
राजस्थान: दलित युवक की बारात में घुड़चढ़ी से रोका, मंदिर पर भी जड़ा ताला
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राजस्थान। राजधानी में शहर से लगभग 160 किमी दूर खैरथल-तिजारा जिले के मुंडावर क्षेत्र के एक गांव में दलित को घोड़ी पर चढ़ने से रोक दिया गया। इस घटना ने शादी के दौरान की खुशी और ढोल-नगाड़े के उल्लास को तनाव में बदल दिया। यह कोई पहला मामला नहीं है जब ऐसी कोई घटना हुई है। इससे पहले गुजरात के मनसा इलाके में दलित दूल्हे को घोड़ी पर सवार देख थप्पड़ जड़ने का वीडियो भी काफी दिनों तक चर्चा में रहा। इस मामले को लेकर दूल्हे के परिजनों ने पुलिस की शरण ली, जिसके बाद दलित की बिन्दोली (बारात) निकाली जा सकी है।

पूरा मामला राजस्थान के खैरथल जिले की मुंडावर तहसील के लामचपुर गांव का है। लामचपुर के रहने वाले राहुल के विवाह कार्यक्रम के दौरान निकाली गई बिन्दोली के दौरान यह घटना हुई है। पीड़ित, राहुल ने द मूकनायक को बताया कि, "24 फरवरी की शाम मेरे घर से बारात निकली। हम बारात लेकर कोटपूतली क्षेत्र में जाने को तैयार थे। इस दौरान गांव के कुछ प्रभावशाली लोग आ गए। शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी थी, बिन्दोली निकलने वाली थी। जब मैं घोड़ी पर बैठने चला तो मुझे घोड़ी पर बैठने से रोक दिया गया। इस दौरान काफी देर तक मौके पर ही हंगामा होता रहा। मामले की जानकारी हमारे परिजनों ने भीम आर्मी कार्यकर्ता को दी। जिसके बाद वह मौके पर आ गए। जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया। भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पुलिस को बुला लिया। जिसके बाद मैं घुड़चढ़ी की रश्म पूरी कर सका।"

राहुल आगे बताते हैं, "बारात निकलकर मंदिर के पास पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने मंदिर में ताला लगा दिया और पूजा करने से रोका। मौके पर एक बार फिर से पुलिस को बुलाया गया। पुलिस प्रशासन मौके पर आया और मंदिर का ताला खुलवाया। मुझे काफी डर महसूस हो रहा था। जिसके बाद पुलिस ने मेरी बारात को सुरक्षा दी।"

इस मामले में मुंडवार तहसीलदार मदन सिंह ने द मूकनायक को बताया कि, क्षेत्र के लामचपुर में दलित युवक को घोड़ी पर नहीं बैठने को शिकायत मिली थी। इसके बाद प्रशासन मौके पर पहुंचा और पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में दूल्हे राहुल कुमार को घोड़ी पर बिठाकर विधि विधान के साथ बिंदोली निकाली गई।

जानकारी के मुताबिक बिंदोली निकालने के दौरान मुंडावर थाना प्रभारी, कोटकासिम थाना प्रभारी और ततारपुर थाना प्रभारी के साथ ही भारी पुलिस बल भी मौजूद था। तहसीलदार मदन सिंह ने मामले को संभाला। कथित रूप से इस मामले में पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है।

गुजरात में दलित युवक को घुड़चढ़ी करने पर मारे गए थे थप्पड़  

गुजरात के गांधीनगर जिले के मनसा इलाके में बीते 12 फरवरी 2024 की दोपहर चाडसना गांव में दलित दूल्हे विकास चावड़ा को घोड़ी चढ़ने पर पिटाई करने के साथ ही जातिसूचक गालियां दी थी। आरोपियों ने बारातियों के साथ अभद्र व्यवहार किया और दूल्हे को घोड़ी से उतारने के बाद डीजे को भी बंद करवा दिया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बारात को सुरक्षा दी थी। इसके साथ ही आरोपियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया था।

घोड़ी पर बैठकर एसपी ऑफिस पहुंचा दलित नेता 

मनसा इलाके में हुई घटना के विरोध में दलित नेता कल्पेश परमार ने बीते 17 फरवरी 2024 को घोड़ी पर चढ़कर इसका विरोध दर्ज कराया था। यही नहीं कल्पेश घोड़ी पर बैठकर एसपी कार्यलाय भी पहुंचे थे और एसपी को ज्ञापन भी सौंपा था।

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