रायबरेली- उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के ऊंचाहार थाना क्षेत्र में चोरी की अफवाहों के कारण एक निर्दोष दलित युवक की भीड़ द्वारा क्रूरता से हत्या कर दी गई। मृतक 38 वर्षीय हरिओम बाल्मीकि फतेहपुर जिले के तरावती का पुरवा गांव के निवासी थे। वे 2 अक्टूबर की शाम अपनी पत्नी से मिलने जा रहे थे, जो एनटीपीसी के पास बैंक में सफाईकर्मी के रूप में कार्यरत हैं। हरिओम मानसिक रूप से थोड़े अस्वस्थ थे, जिसके कारण गांव पहुंचने पर ग्रामीणों के सवालों का सही उत्तर न दे पाने से उन्हें चोर समझ लिया गया।
इलाके में हाल ही में चोरी और ड्रोन उड़ाने की अफवाहें फैली हुई थीं, जिसके उन्माद में ग्रामीणों ने लाठियों, मुक्कों और अन्य हथियारों से उनकी बेरहमी से पिटाई की। पिटाई के दौरान हरिओम के हाथ में एक तरबूज का टुकड़ा था। गंभीर रूप से घायल हरिओम की मौके पर ही मौत हो गई। घबरा गए ग्रामीणों ने उनका अर्धनग्न शव ईश्वरदासपुर रेलवे हाल्ट के पास रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया।
शव की खोजबीन 3 अक्टूबर को हुई, जब स्थानीय लोगों ने ट्रैक के पास 20 फीट दूर शव देखा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पिटाई से लगी चोटों को मौत का कारण बताया गया। मृतक के पिता गंगादीन की शिकायत पर ऊंचाहार थाने में IPC धारा 304A (गैर-इरादतन हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने फौरन संज्ञान लिया। जांच में गांव के दबंगों का नाम सामने आया। पुलिस ने 5 अभियुक्तों- वैभव सिंह, विपिन मौर्या उर्फ अनुज मौर्या, विजय कुमार, सहदेव और सुरेश कुमार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। ये सभी डांडेपुर जमुनापुर गांव के निवासी हैं। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, कुल 6 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
लापरवाही बरतने के आरोप में ऊंचाहार कोतवाल संजय कुमार को हटा दिया गया, जबकि तीन अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। डलमऊ के सीओ गिरजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि जांच पूरी होने पर सभी आरोपी सख्त सजा के भागी होंगे। पुलिस ने अपील जारी की है कि अफवाहों पर भरोसा न करें और संदिग्धों को तुरंत थाने सौंपें।
आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नागिना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस घटना पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग करते हुए लिखा, "मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी की सरकार की प्रदेश भर में फैलती ड्रोन उड़ने की अफवाहों और चोरी की घटनाओं को रोकने में नाकामी अब जानलेवा हो चुकी है। जिला रायबरेली के ऊंचाहार थाना क्षेत्र में अपनी पत्नी से मिलने जा रहे फतेहपुर निवासी हरिओम बाल्मीकि की जिस निर्ममता और बर्बरता से भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी, उसे बताने के लिए शब्द नहीं हैं। यह घटना उत्तर प्रदेश की सरकार और प्रशासन की नाकामी, संवेदनहीनता और जातिवादी मानसिकता का भयावह उदाहरण है।"
आजाद ने आगे सवाल उठाया, "मेरा सवाल है मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी से — कब तक निर्दोष नागरिक सड़कों पर भीड़ की हिंसा में मारे जाते रहेंगे?" उन्होंने बताया कि उन्होंने पीड़ित परिवार से बात की, जहां परिवार ने सिर्फ न्याय की गुहार लगाई। आजाद की मांगों में शामिल हैं: 1. हरिओम बाल्मीकि के सभी हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए। 2. मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए।#JusticeForHariomValmiki हैशटैग ट्रेंड कर रहा है।
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