उत्तर प्रदेश: चार दिन की दिहाड़ी के चक्कर में दलित मजदूर की पीट-पीटकर जान ही ले ली गई

न्याय की मांग करते पीड़ित परिजन और ग्रामीण
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लखनऊ। यूपी के सुल्तानपुर के अखंडनगर थाना क्षेत्र में दलित मजदूर की मात्र चार दिन की दिहाड़ी के चक्कर में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। दलित मजदूर बकाया दिहाड़ी लेने गया था। इस दौरान आरोपी ने उसकी बर्बरता से पिटाई की। डिप्टी एसपी कादीपुर के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में गम्भीर चोटें आने के कारण मौत हुई है। इसके अतिरिक्त शरीर पर भी चोटों के निशान हैं। इस मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि परिवार द्वारा की गई पहचान के आधार पर एक अन्य व्यक्ति को पुलिस ने डिटेन किया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। घटना के सम्बंध में पूछताछ करने के बाद उसे भी जेल भेज दिया जाएगा।

जानिए क्या है पूरा मामला?

यूपी के सुलतानपुर जिले के अखण्डनगर थाना क्षेत्र में मखदूम बरामदपुर गांव निवासी तेजबहादुर अनुसूचित जाति समाज के सदस्य हैं। उनके तीन बेटे हैं। तेजबहादुर ने द मूकनायक प्रतिनिधि को बताया, "घटना 25 अगस्त 2023 की है। मेरा छोटा बेटा विनय मात्र 18 साल का था। उसने अभी जल्दी ही काम करना शुरू किया था। वह पिछले कुछ दिनों से राम अनुज यादव के लिए काम कर रहा था। उसकी दिहाड़ी 300 रुपये थी। चार दिन की दिहाड़ी अनुज यादव के पास बकाया थी। 25 अगस्त की शाम लगभग 3-4 बजे के बीच वह बचे हुए 1200 रुपये लेने अपनी साईकिल से गया हुआ था।"

"शाम को लगभग 7 बजे गाँव के गिरिजेश कुमार यादव ( केशव यादव ) ने घर पर आकर सूचना दी कि - 'तुम्हारे पुत्र विनय का एक्सीडेन्ट हो गया है, जिसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नगपुर जलालपुर अम्बेडकरनगर में भर्ती कराया गया है।' मैं यह सुनकर घबरा गया। मैं परिवार के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लगभग 8 बजे रात में पहुंचा। मेरे पुत्र विनय कुमार की मौत हो चुकी थी। मैंने डाक्टर से पूछा तो उन्होंने बताया कि -' आपके बेटे को लगभग 5 बजे भर्ती कराया गया था। इसके साथ ही जो लोग भर्ती कराने आये थे वे लोग फरार हो गए थे", तेज बहादुर द मूकनायक को बताते हैं।

रोते हुए तेजबहादुर कहते हैं, "मेरे बेटे के शव को हम घर ले आये। सिर्फ उसके सिर के पिछले हिस्से में किसी धारदार हथियार से मारे जाने के निशान थे। इससे लग रहा था उसकी हत्या की गयी है। जब मैंने अन्य लोगों से जानकारी की तो राम अनुज यादव और एक अन्य व्यक्ति द्वारा अस्पताल में भर्ती कराए जाने की जानकारी हुई। इस मामले में पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने मुझे लिखित तहरीर मांगी जिसपर मुकदमा दर्ज किया गया है।"

इस मामले में पुलिस ने तेज बहादुर की तहरीर पर आईपीसी की धारा-302 और एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। मामले की जांच डिप्टी एसपी कादीपुर को दी गई है।

इस मामले में डिप्टी एसपी कादीपुर शिवम मिश्रा ने द मूकनायक प्रतिनिधि को बताया, "मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि परिवार द्वारा की गई पहचान के आधार पर एक अन्य व्यक्ति को पुलिस ने डिटेन किया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। घटना के सम्बंध में पूछताछ करने के बाद उसे भी जेल भेज दिया जाएगा।"

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