
नई दिल्ली। भारत में पिछले 12 घण्टे में महिला अपराध से जुड़े कई मामले सामने आए हैं। छत्तीसगढ़ के रायपुर में राखी बांधकर लौट रही दो सगी बहनों से BJP नेता के बेटे ने रेप किया। इस मामले में पुलिस ने 10 लोगों की गिरफ्तारी की है। इसके अतिरिक्त दिल्ली और यूपी से भी कई मामले सामने आए हैं।
छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में दो बहनों के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। दोनों बहनों के साथ यह घटना तब घटी जब वे पीड़िता में से एक के मंगेतर के साथ रक्षा बंधन मनाकर लौट रही थीं। रेप पीड़िताओं में एक उम्र जहां 19 वर्ष की है तो वहीं दूसरी 16 साल की बतायी जा रही है।
दस हमलावरों के एक समूह ने जबरन उनका रास्ता रोका और भयानक हमले को अंजाम दिया। रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि यह घटना गुरुवार रात भानसोज गांव के पास हुई जब बहनें एक व्यक्ति के साथ रक्षाबंधन का त्योहार मनाकर लौट रही थीं।
पुलिस के मुताबिक, जब वे लौट रहे थे तो तीन आरोपियों ने पहले उन्हें रोका। तीनों ने कथित तौर पर उनसे नकदी और मोबाइल फोन लूट लिए। अन्य सात आरोपी चार मोटरसाइकिलों पर मौके पर पहुंचे। इसी दौरान आरोपी दोनों बहनों को मुख्य सड़क से दूर एक सुनसान जगह पर ले गया और उनके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया।
दोनों लड़कियों के साथ आए व्यक्ति को भी गंभीर शारीरिक हिंसा का शिकार होना पड़ा। सूचना मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। एक स्थानीय भाजपा नेता के बेटे सहित दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अग्रवाल ने कहा, "कई पुलिस टीमें गठित की गईं और पीड़ितों द्वारा दिए गए आरोपियों के विवरण और अन्य जानकारी के अनुसार, सभी दस आरोपियों की पहचान की गई और सुबह तक उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।"
आरोपियों में आपराधिक गतिविधियों के इतिहास वाले लोग शामिल हैं, जिनमें से एक मुख्य संदिग्ध पूनम ठाकुर है, जिसे हाल ही में अगस्त 2023 में जमानत पर रिहा किया गया है। पूनम ठाकुर स्थानीय भाजपा नेता लक्ष्मी नारायण सिंह का बेटा है।
आरोपियों पर धारा 376 डी (सामूहिक बलात्कार), 376 डीए (सोलह वर्ष से कम उम्र की महिला से सामूहिक बलात्कार) और भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था। अधिकारी ने कहा कि आगे की जांच जारी है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से एक शर्मनाक घटना सामने आई है यहाँ 6 वर्षीय बच्ची से स्कूल बस में यौन शोषण किया गया है। यह घटना दिल्ली के बेगमपुर क्षेत्र की है। मामले में दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है।
6 वर्षीय यह बच्ची बेगमपुर के एक निजी विद्यालय में पढ़ती है। बच्ची की मां ने बताया कि 23 अगस्त को जब स्कूल की बस ने उसकी बेटी को सोसाइटी के गेट पर छोड़ा तो उसका बैग पेशाब से भीगा हुआ था। पूछने पर बच्ची ने बताया कि विद्यालय में पढ़ने वाले एक सीनियर छात्र ने उससे बस में छेड़छाड़ की है।
बच्ची की मां ने बताया कि वह अगले ही दिन अपने पति के साथ बच्ची के स्कूल गई। स्कूल की प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल को घटना से वाकिफ कराया गया। बच्ची की मां का आरोप है कि 25 अगस्त को विद्यालय के चेयरमैन ने उन्हें बुलाकर शिकायत वापस लेने को बोला। चेयरमैन पर यह भी आरोप है कि उसने बच्ची की पहचान भी उजागर कर दी है। इस सिलसिले में स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। आयोग ने पुलिस से FIR की कॉपी समेत मामले में अन्य जानकारियां मांगी हैं। यह भी पूछा गया है कि क्या स्कूल के चेयरमैन, स्कूल प्रबंधक, प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल एवं स्कूल के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है या नहीं। आयोग ने 5 सितंबर तक दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगी है।
वही इस मामले पर मालीवाल ने कहा कि 6 वर्षीय की बच्ची के यौन शोषण की चौंकाने वाली घटना सामने आई है। बच्ची के स्कूल में पढ़ने वाले एक सीनियर स्टूडेंट ने इस घटना को अंजाम दिया है। यह बहुत गंभीर मामला है। 6 वर्षीय बच्ची से लेकर 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला तक कोई भी सुरक्षित नहीं है। अपराधी को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। इस मामले को दबाने के लिए विद्यालय प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में दबंगों ने एक युवक को पानी को लेकर हुए विवाद में चप्पलों से बुरी तरह पीट डाला। युवक की मां अपने बेटे को छोड़ने की गुहार लगाती रही लेकिन उन्होंने मां की एक न सुनी और युवक को 27 चप्पलें मारी। आरोपियों ने युवक की मां को भी धक्का देकर गिरा दिया। गंदे पानी की निकासी को लेकर ये विवाद हुआ था। जिसके बाद दबंगों ने ये घिनौनी करतूत की। क्षेत्रीय थाना पुलिस ने इस मामले पर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। युवक के साथ मारपीट का ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ये पूरा मामला हरदोई जिले के बेनीगंज कोतवाली क्षेत्र के कल्यानमल गांव का है।
वहीं पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। बेनीगंज पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गेश सिंह ने पूरे मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में मामला पंजीकृत कर कार्रवाई की जा रही है।
देश की राजधानी दिल्ली के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली बच्ची से यौन उत्पीड़न का सनसनीखेज मामला सामने आया है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस घटना का आरोपी ने एक निजी स्कूल की बस में इस घटना को अंजाम दिया है। हद तो तब हो गई कि 6 साल की बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न का खुलासा होने के बाद स्कूल के चेयरमैन, प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल ने कोई पहल नहीं की। उल्टे पीड़ित बच्ची के माता-पिता से शिकायत वापस लेने का दबाव डाला। अब इस मामले में महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर तलब किया है।
दिल्ली महिला आयोग की ओर से जारी बयान के मुताबिक पीड़ित 6 साल की बच्ची दिल्ली के बेगमपुर इलाके के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ती है। लड़की की मां ने बताया कि 23 अगस्त को जब उनकी बेटी की स्कूल बस ने सोसायटी के गेट पर छोड़ा, तो उन्होंने देखा कि उनकी बेटी का बैग पेशाब के कारण गीला हो गया था। पूछताछ करने पर बच्ची ने बताया कि सीनियर क्लास में पढ़ने वाला एक छात्र स्कूल बस में बच्ची से छेड़छाड़ कर रहा था। उन्होंने बताया कि वह अपने पति के साथ 24 अगस्त को स्कूल गई और घटना की जानकारी स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल को दी।
चेयरमैन ने उन्हें स्कूल में बुलाया और शिकायत वापस लेने को कहा. उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि स्कूल के चेयरमैन ने उनकी सोसायटी के लोगों के बीच बच्ची की पहचान उजागर कर दी। अब इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। आयोग ने पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर की कॉपी के साथ मामले में हुई गिरफ्तारी की जानकारी भी मांगी है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, “हमें स्कूल में एक सीनियर छात्र द्वारा 6 साल की लड़की के साथ यौन उत्पीड़न का एक चौंकाने वाला मामला मिला है. ये बहुत गंभीर है। 6 साल की बच्ची से लेकर 85 साल की महिला तक कोई भी सुरक्षित नहीं है। आरोपियों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए। मामले को दबाने की कोशिश करने वाले स्कूल अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए।"
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में दो साल के बच्चे के खिलाफ मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया है। अभी तो उसे ठीक से बोलने भी नहीं आता. लेकिन हमीरपुर पुलिस की नजर में वह वांटेड है। पुलिस उसकी बेसब्री से तलाश कर रही है। उसके ऊपर आरोप है कि उसने अपने पड़ोसी से ना केवल गाली गलौज की, बल्कि उसे जान से मारने की धमकी भी दी। हमीरपुर की कुरारा थाना पुलिस ने इस बच्चे के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया है। हालांकि अब मामले में हमीरपुर पुलिस की किरकिरी होने के बाद एसपी हमीरपुर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
यह कारनामा हमीरपुर पुलिस के लिए कोई नया नहीं है, इससे पहले भी यहां की पुलिस कई बार इसी तरह के मामलों में सुर्खियों में रही है। यह मामला कुरारा थाना क्षेत्र के गांव भौली का है। दरअसल इस गांव में रहने वाले दयाशंकर का बीते 11 अगस्त को इसी गांव के नरेंद्र तिवारी और छोटेलाल तिवारी के साथ झगड़ा हुआ था। पुलिस ने भी शिकायत मिलने के बाद घायलों का मेडिकल कराया और बिना सत्यता जांचे आरोपियों पर मारपीट, गाली गलौज, जान से मारने की धमकी के अलावा एससी एसटी एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया था।
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