नई दिल्ली। हरियाणा के रोहतक ज़िले से एक सनसनीखेज़ मामला सामने आया है। साइबर सेल में तैनात ASI संदीप कुमार ने मंगलवार को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। उनका शव लाढ़ोत-धामड़ रोड स्थित एक खेत में बने मकान से बरामद हुआ। घटना स्थल से एक सुसाइड नोट और वीडियो रिकॉर्डिंग बरामद होने की बात कही जा रही है। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने अब तक न तो वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि की है और न ही सुसाइड नोट की।
संदीप कुमार ने मरने से पहले एक वीडियो संदेश रिकॉर्ड किया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। वीडियो में उन्होंने हरियाणा कैडर के दिवंगत IPS वाई पूरन कुमार और कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों पर भ्रष्टाचार, जातिगत भेदभाव और सत्ता संरक्षण के आरोप लगाए हैं।
वीडियो में संदीप ने कहा- “मैं संदीप कुमार आपको एक सच्चाई से अवगत कराना चाहता हूं। सच्चाई की कीमत बहुत बड़ी होती है। भगत सिंह ने भी अपना त्याग किया था। आज मैं भी सच्चाई की आहुति देने जा रहा हूं।”
उन्होंने दावा किया कि एक हत्या के मामले में 50 करोड़ रुपये की डील हुई थी, जिसके ज़रिए केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को बचाने की कोशिश की गई। इस आरोप ने पूरे हरियाणा पुलिस तंत्र को हिला दिया है।
संदीप ने वीडियो में दिवंगत IPS वाई पूरन कुमार पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उनका कहना था कि पूरन कुमार को डर था कि उनके खिलाफ चल रही भ्रष्टाचार जांच से उनके परिवार की छवि को नुकसान पहुंचेगा, इसलिए उन्होंने सुसाइड कर लिया।
“जब इन्हें पता चला कि रिश्वतखोरी का मामला उजागर होने वाला है, तो परिवार की बदनामी से बचने के लिए उन्होंने आत्महत्या कर ली।”
संदीप ने यह भी दावा किया कि पूरन कुमार की पत्नी एक IAS अधिकारी हैं और परिवार की राजनीतिक पकड़ को बचाने के लिए पूरे तंत्र पर दबाव डाला गया।
संदीप ने अपने बयान में रोहतक के ईमानदार पुलिस अधिकारी नरेंद्र बिजारणिया की तारीफ़ की और कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों ने उन्हें परेशान किया क्योंकि वे उनके रास्ते की दीवार बन गए थे।
“बिजारणिया जैसे अफसर ईमानदारी से काम करते हैं। जब से IG ने चार्ज संभाला, उन्होंने जाति देखकर कर्मचारियों को हटाना शुरू किया और अपने भ्रष्ट लोगों को लगा दिया।”
संदीप का कहना था कि IG ने एक जातिवादी माहौल बना दिया था और रिश्वतखोरी की जड़ें पुलिस सिस्टम में गहराई तक जा चुकी हैं।
संदीप ने अपने वीडियो में यह भी खुलासा किया कि सुनारिया इलाके से रिश्वत की रकम गाड़ी के डैशबोर्ड में रखकर भेजी गई थी, जो बाद में IPS पूरन कुमार तक पहुंची।
उन्होंने कहा, “सुशील कुमार और धर्मेंद्र नामक लोग इस पैसे को लेकर गए थे। इसकी बेटी ने वो पैसे लिए थे। जब उसे पता चला कि मामला खुल गया है, तो उसने आत्महत्या कर ली।”
इस दावे ने न केवल पुलिस बल्कि नौकरशाही जगत में भी हलचल मचा दी है।
संदीप ने आगे कहा कि हरियाणा के DGP बहुत ईमानदार अधिकारी हैं, लेकिन IAS लॉबी चाहती है कि उन्हें हटा दिया जाए ताकि वे मलाई खा सकें। उन्होंने कहा, “DGP बहुत ईमानदार आदमी हैं। IAS लॉबी ये चाहती है कि ये चले जाएं और हम मलाई खाएं। ये देश का नाश कर रहे हैं।”
उन्होंने अपनी जान देने को ‘सच्चाई की आहुति’ बताते हुए कहा कि जनता को अब भ्रष्टाचार और जातिवाद के खिलाफ जागना होगा।
वीडियो के अंत में संदीप भावुक नज़र आए। उन्होंने कहा, “मैं भगत सिंह का फैन हूं। भगत सिंह इसलिए नहीं गए थे कि ये भ्रष्टाचार और जातिवाद फैले। अगर अगले जन्म में भी आऊंगा, तो ऐसा ही बनूंगा। मैं भ्रष्टाचारी नहीं हूं।”
रोहतक पुलिस ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। SP रोहतक, सुरेंद्र सिंह भौरिया ने कहा, “फिलहाल हम सभी तथ्यों की जांच कर रहे हैं। सुसाइड नोट और वीडियो की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले प्रमाणिकता ज़रूरी है।” हालांकि, विभाग के भीतर यह चर्चा तेज़ है कि संदीप कुमार द्वारा लगाए गए आरोपों से पूरे पुलिस महकमे की साख पर सवाल उठे हैं।
बता दें कि हरियाणा कैडर के IPS वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को आत्महत्या कर ली थी। उस समय भी यह मामला सुर्खियों में रहा था कि उन्होंने एक नोट में कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के नाम लिखे थे, लेकिन पुलिस ने वह लिस्ट सार्वजनिक नहीं की। अब ASI संदीप कुमार की मौत और उनके वीडियो में किए गए खुलासों ने उस मामले को एक नई दिशा दे दी है।
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