
भोपाल। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक बार फिर जमीनी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया है। भगवा थाना क्षेत्र की घुवारा चौकी अंतर्गत गोरखपुरा गांव में शुक्रवार को एक महिला को खेत में बांधकर बेरहमी से पीटने का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। फिलहाल पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस कार्रवाई करने के बजाय उन्हें ही डराया जा रहा है।
क्या है मामला?
यह विवाद सेन परिवार और द्विवेदी परिवार के बीच खसरा नंबर 1219, रकबा 4.796 हेक्टेयर जमीन को लेकर चल रहा है। यह जमीन विवाद फिलहाल अपर कलेक्टर और बड़ा मलहरा एसडीएम न्यायालय में विचाराधीन है।
शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे सेन परिवार के सदस्य खेत जोतने पहुंचे थे। तभी दूसरी ओर से जगदीश सिंह द्विवेदी, उनके बेटे कैप्टन, गौरव और सोनू द्विवेदी मौके पर आ गए।
पीड़ित महिला सहोदरा सेन ने पुलिस को बताया कि उन्होंने ट्रैक्टर से खेत जोतने का विरोध किया तो द्विवेदी परिवार के लोगों ने उनके हाथ-पैर और मुंह रस्सी से बांध दिए और लात-घूंसों से बेरहमी से पिटाई की। इसके बाद सभी आरोपी वहां से फरार हो गए।
सहोदरा सेन ने बताया, “मैंने सिर्फ इतना कहा कि जमीन पर कोर्ट में केस चल रहा है, फैसला आने तक कोई खेत न जोते। इस पर उन्होंने मुझ पर हमला कर दिया, रस्सी से बांध दिया और पीटने लगे।”
वीडियो ने खोली सच्चाई
इस घटना के दो वीडियो सामने आए हैं। पहले वीडियो में महिला सहोदरा सेन के हाथ-पैर बंधे हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि दूसरे वीडियो में एक व्यक्ति बाइक से पहुंचकर महिला और उसके परिवार को गाली-गलौज करते हुए नजर आ रहा है। महिला के परिजनों ने किसी तरह उसके हाथ-पैर खोले और पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाया। इसके बाद वे घुवारा चौकी पहुंचे और मामले की शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
पीड़िता के बेटे नंदकिशोर सेन ने बताया कि उसने पूरे घटनाक्रम का वीडियो अपने मोबाइल से बनाया था। पुलिस ने वह वीडियो जब्त कर लिया है, लेकिन अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
नंदकिशोर का आरोप है, “हमारी मां के साथ खेत में बर्बरता की गई। हमने वीडियो पुलिस को दिया, पर अब पुलिस हमें ही धमका रही है कि झूठा केस बना देंगे।”
वहीं राजेंद्र द्विवेदी, जो इस मामले में दूसरे पक्ष से हैं, ने कहा कि यह जमीन उनकी है और सेन परिवार से उनका वर्षों से विवाद चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सेन परिवार ने झूठा वीडियो बनाकर उन्हें फंसाने की साजिश की है।
राजेंद्र द्विवेदी ने कहा, “हमारे परिवार के किसी सदस्य ने महिला को नहीं पीटा। सेन परिवार लगातार विवाद बढ़ा रहा है और झूठे आरोप लगा रहा है। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।”
भगवा थाना प्रभारी कृपाल मार्को ने द मूकनायक से बातचीत में बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद घुवारा चौकी पुलिस मौके पर पहुंची थी। वीडियो की जांच की जा रही है और दोनों पक्षों से बयान लिए गए हैं। और दोनों ही पक्षों पर शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है।
थाना प्रभारी ने आगे कहा, “जमीन विवाद पहले से कोर्ट में विचाराधीन है। दोनों पक्षों से शिकायत प्राप्त हुई है। वीडियो की सत्यता की जांच कराई जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
ग्रामीणों में आक्रोश
वीडियो वायरल होने के बाद से पूरे गांव में तनाव और भय का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि सेन परिवार और द्विवेदी परिवार के बीच जमीन को लेकर यह विवाद कई सालों से चल रहा था, लेकिन प्रशासन की लापरवाही और समय पर हस्तक्षेप न करने की वजह से मामला धीरे-धीरे बढ़ता गया और अब हिंसक रूप ले चुका है। ग्रामीणों का आरोप है कि अगर प्रशासन ने पहले ही विवाद को सुलझाने की कोशिश की होती, तो ऐसी नौबत शायद कभी नहीं आती।
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