पत्रकार श्याम मीरा सिंह पर ट्वीटर पोस्ट करने पर मुकदमा, आरोप- 'हिन्दू भावनाओं को ठेस पहुंचाई'

पत्रकार श्याम मीरा सिंह
पत्रकार श्याम मीरा सिंह

उत्तर प्रदेश। यूपी के गाजियाबाद में पुलिस ने यूट्यूब चैनल के पत्रकार श्याम मीरा सिंह के खिलाफ मंगलवार को ट्विटर पर पोस्ट करने के मामले में आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पत्रकार पर आरोप है कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर एक विवादित ट्वीट किया था। जबकि श्याम मीरा सिंह का कहना है कि यह मात्र राजनीतिक टिप्पणी थी। शर्लिन चोपड़ा ने राजनीति चमकाने के लिए राहुल गांधी से जुड़ा ट्वीट किया था। श्याम मीरा सिंह ने कहा मैंने तो बस सलाह के तौर पर यह लिखा था। मेरा उद्देश्य सीएम योगी अथवा किसी भी योगी समाज और हिन्दू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाना नहीं था। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि वह मामले की जांच कर रही है।

जानिए क्या है पूरा मामला

गाजियाबाद के जय भारत एनक्लेव साहिबाबाद में रहने वाले चंदन राय ने पत्रकार श्याम मीरा सिंह के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 66 में थाना साहिबाबाद में ये मुकदमा कराया है। चंदन राय के मुताबिक, ट्विटर पर 7 अगस्त की दोपहर पौने 2 बजे श्याम मीरा सिंह ने एक टीवी चैनल के ट्वीट को कोट करते हुए आपत्तिजनक शब्द लिखे थे।

चंदन राय ने थाने में दर्ज कराई एफआईआर में कहा है कि, "इस अशोभनीय ट्वीट का आम जनमानस द्वारा विरोध किया जा रहा है। ये सीधे तौर पर उत्तर प्रदेश के 25 करोड़ लोगों का नेतृत्व कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी है। इस टिप्पणी से न केवल मेरी, बल्कि पूरे देश की भावनाएं आहत हुई हैं। लोगों के अंदर गुस्सा है। इससे कानून व्यवस्था भी बिगड़ सकती है।"

दरअसल, फिल्म अभिनेत्री शर्लिन चोपड़ा ने एक बयान दिया था कि वे राहुल गांधी से शादी करने के लिए तैयार हैं, लेकिन अपना सरनेम नहीं बदलेंगी। एक टीवी चैनल ने इस बयान को ट्वीट किया। जिसे कोट करते हुए श्याम मीरा सिंह ने शर्लिन चोपड़ा को योगी से शादी करने की सलाह दे डाली। इसे लेकर ही गाजियाबाद में ये मुकदमा हुआ है।

यह भी पढ़ें-
पत्रकार श्याम मीरा सिंह
विश्व आदिवासी दिवस: जल, जंगल और जमीन पर मूलनिवासियों ने मांगा पूरा हक
पत्रकार श्याम मीरा सिंह
MP BSP Rally: दलित-आदिवासियों पर अत्याचार के खिलाफ MP राजभवन घेरने निकले बसपाई
पत्रकार श्याम मीरा सिंह
आदिवासी सप्ताह विशेष: केसर छांटा; सदियों पुरानी आदिवासी परंपरा आज भी कर रही है दक्षिणी राजस्थान में वनों का संरक्षण

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें व्हाट्सअप पर प्राप्त करने के लिए आप हमारे व्हाट्सअप ग्रुप से भी जुड़ सकते हैं। व्हाट्सअप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें.

Related Stories

No stories found.
logo
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com