भोपाल। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के शिवगढ़ थाना क्षेत्र में मंगलवार रात शराब से भरी एक गाड़ी को रोकने के बाद सैलाना से भारत आदिवासी पार्टी के विधायक कमलेश्वर डोडियार और गाड़ी के ड्राइवर के बीच विवाद हो गया। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर मारपीट के आरोप लगाए हैं। विधायक डोडियार ने दावा किया कि उनका गला दबाने की कोशिश की गई, जबकि ड्राइवर ने भी विधायक और उनके समर्थकों पर हमला करने का आरोप लगाया है।
घटना शिवगढ़ थाना क्षेत्र के छावनी छोड़िया गांव के पास हुई। विधायक डोडियार अपने समर्थकों के साथ एक पिकअप वाहन को रोककर ड्राइवर से पूछताछ करने लगे। इसी दौरान दोनों पक्षों में विवाद बढ़ गया और मारपीट की नौबत आ गई।
विधायक ने आरोप लगाया कि ड्राइवर ने उनके साथ मारपीट की और उनका गला दबाने की कोशिश की। वहीं, ड्राइवर ने भी विधायक और उनके समर्थकों पर मारपीट करने का आरोप लगाया। विवाद के बाद ड्राइवर गाड़ी लेकर भागने लगा, लेकिन विधायक ने अपनी गाड़ी से उसे ओवरटेक कर रोक लिया और पुलिस को सूचना दी।
घटना की जानकारी सबसे पहले बाजना पुलिस को दी गई, लेकिन मामला शिवगढ़ थाना क्षेत्र का होने के कारण बाजना पुलिस वहां नहीं पहुंची। इसके बाद शिवगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और विधायक डोडियार सहित शराब से भरी गाड़ी के ड्राइवर को थाने बुलाया।
रतलाम सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया भी मामले की गंभीरता को देखते हुए शिवगढ़ थाने पहुंचे। विधायक ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल जांच करवाई, जबकि ड्राइवर और क्लीनर भी थाने में मौजूद रहे। देर रात तक दोनों पक्षों से पुलिस को आवेदन दिए जाने की चर्चा रही।
विधायक कमलेश्वर डोडियार ने एक वीडियो जारी कर कहा कि वह पिछले कुछ दिनों से अपने क्षेत्र में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में डेयरी के नाम पर अवैध शराब की दुकानें चलाई जा रही हैं और इसकी शिकायत उन्होंने मुख्यमंत्री व अन्य अधिकारियों से भी की है।
विधायक के अनुसार, मंगलवार रात एक पिकअप वाहन में शराब भरकर मनासा की ओर ले जाई जा रही थी। जब उन्होंने गाड़ी रोककर ड्राइवर से पूछताछ की, तो ड्राइवर और उसके साथियों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी।
पुलिस जांच में पाया गया कि जिस गाड़ी को विधायक ने रोका था, उसमें 130 पेटी अंग्रेजी शराब थी। यह शराब जावरा के सरकारी वेयरहाउस से बाजना के केलकच्छ ले जाई जा रही थी और इसके लिए वैध परमिट भी मौजूद था।
शराब का परमिट होने के बावजूद, विधायक और ड्राइवर के बीच मारपीट की घटना ने नए सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है कि विवाद किन परिस्थितियों में हुआ और किस पक्ष की गलती थी। देर रात तक इस मामले में कोई औपचारिक एफआईआर दर्ज नहीं हुई थी, लेकिन पुलिस ने कहा है कि जांच पूरी होने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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