केरल में घायल आदिवासी महिला को 6 KM बांस की स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा था, मानवाधिकार आयोग ने सरकार से मांगा जवाब

बिना सड़क के मुन्‍नार की वलसापेट्टीकुडी बस्ती में घायल महिला को 50 लोगों ने 6 KM बांस की स्ट्रेचर पर ढोया; मानवाधिकार आयोग ने चार हफ्तों में रिपोर्ट तलब की.
Kerala Human Rights Commission Takes Suo Motu Action Over Lack of Road Access to Munnar Tribal Settlements.
केरल मानवाधिकार आयोग ने मुन्‍नार के पांच आदिवासी बस्तियों में सड़क सुविधा की कमी पर लिया स्वतः संज्ञान
Published on

इडुक्की, केरल: केरल राज्य मानवाधिकार आयोग (SHRC) ने मुन्‍नार की पांच आदिवासी बस्तियों में सड़क की भारी कमी को लेकर मीडिया में प्रकाशित समाचार रिपोर्ट के आधार पर स्वतः संज्ञान लिया है।

रिपोर्ट में बताया गया था कि एक घायल आदिवासी महिला को अस्पताल ले जाने के लिए करीब 50 ग्रामीणों को बांस की स्ट्रेचर पर 6 किलोमीटर लंबा खतरनाक रास्ता तय करना पड़ा, क्योंकि इलाके में कोई उचित सड़क सुविधा मौजूद नहीं थी। यह घटना मुन्‍नार वन्यजीव संभाग के अंतर्गत आने वाले अनामुड़ी शोला राष्ट्रीय उद्यान की वलसापेट्टीकुडी आदिवासी बस्ती में हुई।

SHRC का हस्तक्षेप, कलेक्टर को बुलाया आपात बैठक

SHRC के अध्यक्ष न्यायमूर्ति एलेक्जेंडर थॉमस ने इडुक्की जिलाधिकारी को आदेश दिया है कि वे तत्काल राजस्व, लोक निर्माण और आदिवासी कल्याण विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ ब्लॉक और ग्राम पंचायतों, मुन्‍नार वन्यजीव वार्डन, संभागीय वन अधिकारी और जिला चिकित्सा अधिकारी की आपात बैठक बुलाएं।

आयोग ने आदेश दिया है कि सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं तुरंत सुनिश्चित की जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।

चार हफ्तों में मांगी गई विस्तृत रिपोर्ट

आयोग ने संबंधित सभी विभागों से चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है। इसके साथ ही, इडुक्की ब्लॉक पंचायत, जिला पंचायत और वट्टावाड़ा पंचायत के सचिवों से अलग-अलग रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया गया है।

वन विभाग पर सड़क निर्माण में बाधा डालने का आरोप

SHRC ने मुन्‍नार वन्यजीव वार्डन से यह भी पूछा है कि क्या वन विभाग ने सरकार द्वारा मंजूर की गई सड़क योजनाओं में अड़चन पैदा की है, खासकर वलसापेट्टीकुडी आदिवासी बस्ती से चिलंथियार-ओल्लवायल को जोड़ने वाली सड़क परियोजना में।

2 सितंबर को व्यक्तिगत रूप से आयोग के सामने पेश होंगे अधिकारी

आयोग ने आदेश दिया है कि कलेक्टर कार्यालय का एक वरिष्ठ अधिकारी, जिला पंचायत, ब्लॉक पंचायत, वट्टावाड़ा ग्राम पंचायत और मुन्‍नार वन्यजीव वार्डन के प्रतिनिधि 2 सितंबर को थोडुपुझा PWD विश्रामगृह में होने वाली आयोग की बैठक में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर विवरण प्रस्तुत करें।

यह स्वतः संज्ञान कार्यवाही केरल के दूरदराज़ वन क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी समुदायों के लिए लंबे समय से उपेक्षित बुनियादी सुविधाओं की गंभीर कमी को उजागर करती है।

Kerala Human Rights Commission Takes Suo Motu Action Over Lack of Road Access to Munnar Tribal Settlements.
गाज़ीपुर के हरिहरपुर गांव में 'जल सत्याग्रह': महिलाओं ने सात घंटे खड़े रहकर जताया विरोध
Kerala Human Rights Commission Takes Suo Motu Action Over Lack of Road Access to Munnar Tribal Settlements.
दलित आईटी इंजीनियर की हत्या: फिल्म निर्माता पा. रंजीत बोले- तमिलनाडु सरकार इन जिलों को 'अत्याचार-संवेदनशील क्षेत्र' घोषित करे
Kerala Human Rights Commission Takes Suo Motu Action Over Lack of Road Access to Munnar Tribal Settlements.
UP School Merger Controversy: "स्कूल बंद, शराब की दुकान चालू" - संसद में गरजे SP सांसद

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com