कार्तिक भील हत्याकांड: प्रशासन ने दिया एवजी भूखण्ड का ऑफर, परिवार पुश्तैनी मकान छोड़ने को राज़ी नहीं

शिवगंज नगर पालिका आयुक्त नीलकमल ने बताया कार्तिक के पिता कपूराराम का यह मकान अतिक्रमण कर बनाया गया है, एसडीएम के निर्देश पर दूसरी जगह भूखण्ड देने का प्रस्ताव दिया है।
कार्तिक भील हत्याकांड: प्रशासन ने दिया एवजी भूखण्ड का ऑफर, परिवार पुश्तैनी मकान छोड़ने को राज़ी नहीं

जयपुर। राजस्थान के सिरोही जिले के कार्तिक भील हत्याकांड मामले में नया अपडेट सामने आया है। शिवंगज नगर पालिका प्रशासन ने कार्तिक के परिवार को पत्र लिख कर मनसावली वास वाले मकान के बदले अन्य स्थान पर भूखण्ड देने का लिखित प्रस्ताव भेजा है। 

हालांकि परिवार वालों ने नगरपालिका प्रशासन के ऑफर को ठुकरा दिया है। कार्तिक का परिवार अपने पुश्तैनी मकान का पट्टा बनाने की जिद पर अड़ा है। 

पीड़ित परिवार का कहना है कि वर्षो से उनका परिवार शिवंगज वाले मकान में  रहता आ रहा है। इसी मकान में रहते हुए सरकार की स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत शौचालयों का निर्माण भी हुआ है। 

कार्तिक के भाई प्रवीण का आरोप है कि एक क्षेत्रीय राजनेता के दबाव में प्रशासन उन्हें प्रताड़ित कर मकान से बेदखल करने पर तुला हुआ है। प्रवीण ने द मूकनायक को बताया कि यह सच है कि नगरपालिका शिवंगज आयुक्त नीलकमल ने उन्हें एक पत्र भेजा है। हमने वह पत्र लेने से मना कर दिया है। इस पत्र में क्या लिखा है, यह पूछने पर प्रवीण ने बताया कि हमने नहीं पढ़ा है, लेकिन जानकार लोगो ने उन्हें बताया है कि नगरपालिका परिवार को दूसरी जगह भूखण्ड देना चाहती है। उन्होंने कहा हम पुश्तैनी मकान नहीं छोड़ेंगे।  

आपको बता दें कि लगभग 6 महीने पूर्व सिरोही जिले में सामाजिक कार्यकर्ता अदिवासी कार्तिक भील की नकाबपोश बदमाशों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद कार्तिक के परिवार ने शिवंगज वाले मकान को हड़पने के लिए कथित तौर पर एक क्षेत्रीय राजनेता पर कार्तिक की हत्या करवाने के आरोप लगाए थे। इस पर भीम आर्मी, भीम सेना, आजाद समाज पार्टी, सहित अन्य बहुजन संगठनों ने सिरोही में आंदोलन किया था। इस दौरान कार्तिक के परिवार व प्रशासन के बीच कई मांगों पर सहमति के बाद बहुजन संगठनों ने धरना समाप्त कर दिया था। इसके बाद प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए परिजन पुनः सिरोही जिला मुख्यालय पर धरना देकर बैठ गया था। 6 महीने से अधिक समय बीत गया तब से यह परिवार धरना देकर बैठा है। 

कार्तिक के नकाबपोश हत्यारोपियों की गिरफ्तारी करने व शिवगंज वाले मकान का पट्टा बनाने सहित प्रशासन द्वारा किए गए सभी वादे पूरे करने की मांग को लेकर की कार्तिक भील के बच्चे और पत्नी के साथ धरना देकर बैठे हैं। 

नगरपालिका प्रशासन ने यह लिखा पत्र में

नगरपालिका शिवगंज जिला सिरोही के अधिशासी अधिकारी नीलकमल ने कार्तिक भील के पिता कपूराराम को पत्र में लिखा है कि आप द्वारा मनसावली वास शिवगंज रास्ते की भूमि पर अतिक्रमण किया गया है जिसकी एवज में नगरपालिका द्वारा वैकल्पिक भूमि देने के लिए आपको तीन स्थानों का मौका दिखाया गया था। मौखिक रूप से चिन्हित भूमि के आवंटन के बारे में कहा गया था। इस आज तक अपनी सहमति नहीं दी है। 

आगे लिखा है कि चिन्हित भूखण्डों में खुशबू कॉलोनी में 1000 वर्ग फुट भूखंड,  इसी कॉलोनी में दूसरा भूखण्ड 1000 वर्ग फिट और अम्बेडकर नगर में 1895 वर्ग फिट साइज का भूखण्ड शामिल है। आप दिखाई गई भूमियों में से किसी एक पर अपनी लिखित सहमति नगरपालिका प्रशासन को प्रस्तुत करें ताकि भूखण्ड आवंटन की प्रक्रिया शुरू की जा सके। 

शिवगंज नगर पालिका आयुक्त नीलकमल से द मूकनायक ने बात की। आयुक्त ने द मूकनायक को बताया कि कार्तिक के पिता कपूराराम का यह मकान रास्ते की भूमि पर अतिक्रमण कर बनाया गया है। एसडीएम के निर्देश पर इसकी एवज में दूसरी जगह भूखण्ड देने का प्रस्ताव दिया है। 

इस सम्बन्ध में जब उपखण्ड अधिकारी शिवंगज नरेश सोनी से बात की तो उन्होंने जवाब देने की बजाय फोन काट दिया।

यह भी पढ़ें-
कार्तिक भील हत्याकांड: प्रशासन ने दिया एवजी भूखण्ड का ऑफर, परिवार पुश्तैनी मकान छोड़ने को राज़ी नहीं
राजस्थान: आखिर कार्तिक भील के परिवार को किसके इशारे पर किया जा रहा प्रताड़ित?
कार्तिक भील हत्याकांड: प्रशासन ने दिया एवजी भूखण्ड का ऑफर, परिवार पुश्तैनी मकान छोड़ने को राज़ी नहीं
कार्तिक भील मामला: सरकार ने काटी बिजली, धरना स्थल पर अंधेरे में बैठने को मजबूर हुआ परिवार
कार्तिक भील हत्याकांड: प्रशासन ने दिया एवजी भूखण्ड का ऑफर, परिवार पुश्तैनी मकान छोड़ने को राज़ी नहीं
कार्तिक भील हत्याकांड: मासूम बच्चे अपने दादा-दादी के साथ चार माह से लगा रहे हैं न्याय की गुहार

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें व्हाट्सअप पर प्राप्त करने के लिए आप हमारे व्हाट्सअप ग्रुप से भी जुड़ सकते हैं। व्हाट्सअप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें.

Related Stories

No stories found.
logo
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com