उदयपुर- उदयपुर के भट्टियानी चोहट्टा स्थित सरकारी स्कूल में 16 अगस्त को दसवीं के दो छात्रों के बीच हुए विवाद में चाकू से घायल हुए छात्र देवराज की तीन दिन बाद आज सोमवार को मौत हो गई। देवराज की मौत के बाद शहर में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।
पुलिस ने आरोपी छात्र और उसके पिता को पहले ही हिरासत में ले लिया था। प्रशासन द्वारा शुक्रवार को आरोपी छात्र के घर को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया था, बताया गया कि आरोपी छात्र अपने परिवार के साथ यहाँ किराये पर रहता था लेकिन निर्माण अवैध था जो वन विभाग की जमीन पर किया गया था.
देवराज की मौत के बाद अस्पताल प्रशासन ने उनके शव को मोर्चरी में रखवाया गया. इस बीच, उदयपुर के जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल, एसपी योगेश गोयल, स्थानीय जनप्रतिनिधि, और विधायकों के साथ मिलकर शांति बनाए रखने के प्रयास कर रहे हैं। अधिकारियों के सामने सबसे बड़ी चुनौती शांति व्यवस्था को बनाए रखने की है, क्योंकि देवराज के घायल होने के बाद शहर में हिंसा भड़क उठी थी।
इधर, देवराज की मृत्यु की घोषणा के बाद परिजनों और समाज के लोगों में गहरा आक्रोश फ़ैल गया. देवराज की माँ ने शनिवार को ही मीडिया से मुखातिब होकर बताया था कि उनके बेटे की बचने की आस नहीं है लेकिन प्रशासन सच नहीं बता रहा है. देवराज को तीन दिन से वेंटीलेटर पर रखा गया था, RNT मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ विपिन माथुर ने मीडिया को बताया था की छात्र की हालत गंभीर होने के बाद भी स्थिर है. लेकिन मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की वजह से उसके शरीर में रक्त संचार नहीं हो रहा था और खुद से पूरी तरह साँसे नहीं ले पा रहा था जिसके कारण उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है.
सोमवार को देवराज की मृत्यु की सूचना के बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम की सहमती देने से मना कर दिया था. मृतक की माँ ने कहा बेटे के हत्यारे को जब तक फांसी नहीं देते तब तक दाह संस्कार नहीं करेंगे. समाजजनों ने पीड़ित परिवार के दो सदस्यों के लिए सरकारी नौकरी, 2 करोड़ रूपये क्षतिपूर्ति की मांग और परिवार की सुरक्षा की मांग रखी थी लेकिन बाद में समझाइश के बाद 51 लाख रूपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने पर सहमति होने की सूचना है. समाचार लिखे जाने तक बॉडी को पोस्टमॉर्टेम के लिए ले जाने की सूचना है.
आईजी अजयपाल लाम्बा ने शहर वासियों से शान्ति बनाये रखने की अपील करते हुए कहा कि प्रशासन मामले को शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने की कोशिश कर रहा है, ताकि शहर में कानून-व्यवस्था बनी रहे और किसी भी प्रकार की हिंसात्मक गतिविधियों को रोका जा सके। स्थानीय प्रशासन और पुलिस बल पूरी तरह से मुस्तैद है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार है।
जयपुर से शहर में आरएसी की 6 बटालियन भी भेजी गई थी. गौरतलब है की 16 अगस्त को चाकूबाजी में देवराज के घायल होने के बाद शहर में साम्प्रदायिक सद्भाव बिगड़ गया था. इस हिंसा के दौरान कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया, बाजार बंद करवा दिए गए, और पथराव की घटनाएं भी हुईं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी थी और शुक्रवार से ही शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।
घायल छात्र की तबीयत एमबी अस्पताल में दोपहर लगभग 3 बजे अचानक बिगड़ गई, और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद अस्पताल के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। छात्र का शव मोर्चरी में रखवाया गया है। करीब 3:30 बजे, अस्पताल प्रशासन, कलेक्टर अरविंद पोसवाल, और एसपी योगेश गोयल ने बैठक की और लंबी चर्चा की। इस बैठक में कई अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। एसपी ने अस्पताल की इमरजेंसी के बाहर निरीक्षण किया और सुरक्षा के दृष्टिकोण से बेरिकेड्स लगाने के निर्देश दिए।
इस खबर के फैलते ही शहर के विभिन्न हिस्सों में लोग इकट्ठा होने लगे। पहले से तैयार पुलिस बल ने तुरंत एक्शन में आते हुए लगभग हर चौराहे और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल ली। पुलिस के निर्देश पर दुकानें भी बंद होने लगीं। रक्षाबंधन के चलते बाजारों में आज भारी भीड़ थी, लेकिन खबर मिलने के बाद लोग चिंतित हो गए और धीरे-धीरे अपने घरों की ओर लौटने लगे।
इस दौरान कई तरह की अफवाहें भी फैलने लगीं, जिन पर ध्यान न देने की अपील की गई है। एमबी अस्पताल के दोनों मुख्य प्रवेश द्वारों पर लोगों की एंट्री पूरी तरह से रोक दी गई है ताकि भीड़ जमा न हो सके। केवल मरीजों को जांच के बाद अंदर जाने दिया जा रहा है। इससे पहले, दोपहर लगभग 2:15 बजे, कलेक्टर की स्वीकृति मिलने के बाद, घायल छात्र की बहन सुहानी और उनकी चचेरी बहनें अस्पताल पहुंचीं और रक्षाबंधन के मौके पर उसे राखी बांधकर उसकी लंबी उम्र की कामना की।
इस बीच, शहर के अश्विनी बाजार, हाथीपोल, चेटक सर्कल, मालदास स्ट्रीट, भूपालवाड़ी, और अंजुमन चौक जैसे क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.