नई दिल्ली। दिल्ली परिवहन निगम में तैनात महिला मार्शल ने अपने उच्च अधिकारियों पर यौन उत्पीड़न के गम्भीर आरोप लगाए हैं। महिला के पति की 4 साल पहले बीमारी के कारण मौत हो चुकी है। महिला ने पूरे मामले की शिकायत क्षेत्रीय थाने में भी की थी। वहीं महिला ने इसकी शिकायत परिवहन निगम के अधिकारियों के साथ ही दिल्ली महिला आयोग में भी शिकायत की है। महिला का आरोप है कि उसकी अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। इस मामले में डिपो प्रभारी का कहना है इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। जबकि, थाना प्रभारी का कहना है महिला की शिकायत पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
नई दिल्ली में मियांवली क्षेत्र निवासी महिला ने बताया, "मेरी शादी 2016 में हरियाणा के रेवाड़ी से हुई थी। मेरे पति की मौत लंबी बीमारी के बाद 2019 में हो गई। परिवहन विभाग में दिल्ली सरकार की तरफ से नौकरी निकली। मैंने मेहनत की और 2021 में दिल्ली परिवहन निगम में मार्शल के पद पर नियुक्ति हो गई थी। तब से मैं काम कर रही हूँ।" महिला ने आगे बताया, "मैं वर्तमान समय में दिल्ली के नांगलोई डिपो में तैनात हूँ। मैं एक विधवा महिला हूँ, मेरे पति नहीं हैं, यह जानकर मेरे सहकर्मी लगातार मुझे परेशान करते हैं। पिछले कई महीनों से नांगलोई डिपो में तैनात कंडक्टर योगेंद्र राठी, राजेश, चन्द्रवीर, शेड्यूल इंचार्ज जलजीत, डीओ सतवीर और एटीआई जयभगवान मुझसे अश्लील हरकत करते हैं। वह लगातार मुझसे शारीरिक सम्बन्ध बनाने की कोशिश करते हैं।"
पीड़िता बताती है, "वह मुझसे नौकरी बरकरार रखने के लिए बिस्तर गरम करने की बात करते हैं। जब मैंने इसका विरोध किया तो उन्होंने मुझे गाली दी और कहा, 'तू विधवा है हमारा क्या बिगाड़ लेगी'। एक महीने पहले राजेश, चन्द्रवीर और योगेंद्र मेरा पीछा किया। उन्होंने सुनसान जगह देखकर गलत तरीके से पकड़ लिया और अवैध सम्बंध बनाने को कहा। मैंने थाने में जाकर शिकायत करने की बात कही तो उन्होंने मेरे बच्चे को जान से मार देने की धमकी दी।"
पीड़िता ने बताया, "मैंने पूरी घटना को लेकर दिल्ली परिवहन के अधिकारियों से 15 मार्च को शिकायत की थी। इस मामले में एक जांच के आदेश हुए। जांच के आदेश के बाद मामला वहीं रुक गया। कोई कार्रवाई नहीं हुई।"
पीड़िता ने दिल्ली महिला आयोग स्वाति मालीवाल को लिखे गए शिकायती पत्र में कहा है, "मैं सुमन नांगलोई डिपो दिल्ली परिवहन निगम मैं बतौर मार्शल संख्या 87281 पिछले लगभग 2 वर्ष से कार्यरत हूँ और अपनी सेवा दे रही हूं। मेरे द्वारा डीसीपी पश्चिमी विहार ऑफिस व महिला आयोग में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन अभी तक इन सभी कर्मचारियों पर डिपो प्रबंधक द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई व यह सभी उन्हीं सीटों पर कार्यरत हैं व प्रतिदिन मुझे ड्यूटी पर लगाने के लिए इनकी और से उत्पीड़न किया जा रहा है अथवा शिकायत वापिस लेने का दबाव जबरन डाला जा रहा है। संवाहक चंद्रवीर ( मोनू ) जो की पहले रीजनल मैनेजर दुर्गेश नंदिनी जी का PA था अब वह नागलोई डिपो में वापिस आ गया और यह सब मिलकर मुझे परेशान कर रहे हैं। मेरे साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं, जो कि मैं पत्र में बयां नहीं कर सकती। अब यह सब मिलकर एक एप्लीकेशन पर कार्यरत कर्मचारियों के हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं जिससे की मुझ पर इस तरह से भी दबाव बनाया जा सके।"
इस मामले में थाना प्रभारी मियांवली का कहना है महिला द्वारा यदि कोई शिकायत की गई है तो उस पर विधिक कार्रवाई की जाएगी। मामले में डिपो प्रभारी प्रवीन बंजारा ने बताया, "इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। महिला द्वारा क्षेत्रीय थाने में भी शिकायत भी की गई है। जांच के बाद जो तथ्य आएंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।"
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