
राजस्थान। अजमेर के मदनगंज थाना क्षेत्र में दो युवकों के साथ कुछ लोगों ने बेरहमी से पिटाई के बाद अमानवीय हरकत कर डाली। विवाह समारोह में पत्तल उठाने के लिए फोन कर बुलवाया गया और गाड़ी में बिठाकर दूदू क्षेत्र में एक कमरे में इनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। बताया जाता है कि ट्रैक्टर की ट्राली की चोरी को लेकर इन युवाओं पर संशय था और आरोपी मारपीट कर इन पीड़ितों से जबरन अपना जुर्म कबूल करवाना चाहते थे।
पीड़ित 21 वर्षीय बिट्टू उर्फ छोटूलाल पिता रामा वागरिया ने 29 अप्रैल की रात को मदनगंज थाने में उपस्थित होकर रिपोर्ट दी। शिकायत में बताया गया कि वह अजमेर के मदनगंज में मेहनतनगर में रहता है। बिट्टू ने पुलिस को बताया कि 28 अप्रैल की शाम करीब 5 बजे उसके फोन पर राजेन्द्र सिंह उर्फ राजू का कॉल आया था जिसने उसे पत्तल उठाने के 2 घंटे के काम के बदले 1500 देने की बात कही और नए बस स्टैंड पर आने को कहा।
बिटटू नए बस स्टैंड गया जहाँ उंसे राजेन्द्र सिंह एवं दो तीन अन्य लोग सफेद रंग की मारुति वैन में बिठाकर दूदू ले गए। गाड़ी में उसके साथ मारपीट की और दूदू में उनकी जगह ले जाकर 15-20 जनों ने मिलकर उसकी पिटाई की। बिट्टू ने बताया कि पास के कमरे में उसके मामा के लड़के सांवरलाल को मारपीट कर बेहोशी की हालत में रखा था।
जानकारी के मुताबिक, बिट्टू और सांवरलाल पूर्व में किसी हलवाई के साथ किसी विवाह समारोह में काम करने गए थे जहां ट्रैक्टर की ट्राली चोरी हो गयी। वहां सीसीटीवी में इन दोनों युवकों के दिखाई देने से लोगों को बिट्टू और सांवरलाल पर चोरी करने का संशय हुआ और उन लोगों द्वारा पहले सांवरलाल को कैद कर बेरहमी से मारपीट की गई और उससे बिट्टू की जानकारी लेकर उसे छलपूर्वक दूदू बुलाया गया था जहां सभी आरोपियों द्वारा दलित युवाओं को बेल्ट, डंडे लोहे की पाइप आदि से बुरी कदर पीटा। इनके गुप्तांगों पर पेट्रोल, नींबू मिर्च आदि डालकर अमानवीय यातनाएं दी गयी और जब पिटाई से सांवरलाल की तबियत ज्यादा खराब हो गयी तो वे उन्हें अस्पताल ले गए।
पुलिस द्वारा बिट्टू की शिकायत पर चार आरोपियों राजेन्द्र सिंह, नंद सिंह, हनुमान एवं मनोहर सिंह के विरुद्ध भादसं की धाराओं 143, 323, 341, 342, 365 में मामला दर्ज किया गया है और अनुसंधान एसआई कमलेश कुमार मीणा को सौंपा गया है। मदनगंज थानाधिकारी रमेन्द्र सिंह हाड़ा ने बताया कि इस मामले में आरोपी फरार हैं एवं पुलिस की टीम इन्हें पकड़ने के लिए कई जगह दबिश दे रही है। अधिकारी ने बताया कि पीड़ित युवा अनुसूचित जाति या जनजाति वर्ग के नहीं हैं।
जानकारों का कहना है कि पीड़ित वागरिया जाति के हैं जो शादी समारोहों में टेंट लाइट आदि कार्यों मजदूरी कर जीवन यापन करते हैं।
द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें व्हाट्सअप पर प्राप्त करने के लिए आप हमारे व्हाट्सअप ग्रुप से भी जुड़ सकते हैं। व्हाट्सअप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें.