महबूबा मुफ्ती की बेटी बाबासाहेब के संविधान को नहीं मानती: ओपी राजभर

ओपी राजभर ने महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा द्वारा हिंदुत्व को बीमारी बताने पर कहा कि भारत में जो व्यवस्था है, वह संवैधानिक व्यवस्था है। हमारा देश संविधान से चलता है और संविधान के मुताबिक हर किसी को अपनी पूजा और विश्वास का अधिकार है।
सुभासपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पंचायती राज्य मंत्री ओमप्रकाश राजभर
सुभासपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पंचायती राज्य मंत्री ओमप्रकाश राजभर
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लखनऊ। सुभासपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पंचायती राज्य मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने सोमवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने महबूबा मुफ्ती की बेटी के विवादित बयान, आदित्य ठाकरे द्वारा सपा को भाजपा की बी टीम बताने, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले पर प्रतिक्रिया दी।

ओपी राजभर ने महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा द्वारा हिंदुत्व को बीमारी बताने पर कहा कि भारत में जो व्यवस्था है, वह संवैधानिक व्यवस्था है। हमारा देश संविधान से चलता है और संविधान के मुताबिक हर किसी को अपनी पूजा और विश्वास का अधिकार है। बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान में सभी धर्मों को अपनी पूजा करने का अधिकार दिया है। संविधान के अनुसार किसी को किसी भी धर्म के खिलाफ टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। लेकिन, इसके बाद भी अगर महबूबा मुफ्ती की बेटी यह कह रही हैं, तो इसका मतलब है कि वह बाबा साहेब को भी नहीं मानतीं। बाबा साहेब ने हमेशा भाईचारे की बात की थी, लेकिन वह तो नफरत फैलाने की बात कर रही हैं, हम इस तरह की सोच से सहमत नहीं हैं।

आदित्य ठाकरे द्वारा सपा को भाजपा की बी टीम बताने पर राजभर ने कहा कि आदित्य ठाकरे सही कह रहे हैं। भाजपा को जिताने में सपा का बहुत बड़ा योगदान रहा है। सपा नेताओं को पता है कि भाजपा रहेगी तभी उनका अस्तित्व रहेगा। वह जानते हैं कि यदि भाजपा नहीं रही तो उनका कोई भविष्य नहीं है। कांग्रेस और सपा के लोग मुस्लिमों को नफरत सिखाते हैं और उनसे वोट लेने का काम करते हैं। यही कारण है कि मुस्लिम वोटरों को आकर्षित करने के लिए ये लोग नफरत की राजनीति करते हैं। लेकिन भाजपा के रहते, ये लोग अपनी राजनीति चला सकते हैं।

बांग्लादेश में हिंदुओं और उनके मंदिरों पर जारी हमलों को लेकर भी ओपी राजभर ने गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इस संबंध में हमने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को पत्र लिखा है। हमें इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर विदेश मंत्री और राजदूतों से बातचीत करनी चाहिए, ताकि अमन-चैन को बढ़ावा दिया जा सके और इस तरह के कृत्यों को रोका जा सके। यह स्थिति अच्छी नहीं है और हमें इसे सुलझाने के लिए सभी प्रयास करने चाहिए।

सपा के नेता सूरज चौधरी ने हाल ही में अवधेश प्रसाद पर परिवारवाद का आरोप लगाया था, इस पर राजभर ने कहा कि जिन्होंने सपा छोड़ी है, अब वह लोग भाजपा में शामिल होंगे। यह उनका व्यक्तिगत निर्णय हैं और इसमें कोई नई बात नहीं है। वहीं केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद गिरिराज सिंह द्वारा सोनिया गांधी और राहुल गांधी को देशद्रोही बताने पर उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत बयान है और हम इससे सहमत नहीं हैं। सांसद होने के नाते उनके पास अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है, लेकिन हम उनके बयान से सहमत नहीं हैं।

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