
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन किसानों की समस्याओं को लेकर राजनीतिक तापमान अचानक बढ़ गया, जब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक दल ने जोरदार और अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। विधानसभा परिसर में पहुंचे कांग्रेस विधायकों के हाथों में “चिड़िया चुग गई खेत” की सांकेतिक झांकी थी, जो किसानों की लगातार बिगड़ती स्थिति और सरकार की नाकामी का प्रतीक बनकर उभरी। इस झांकी के माध्यम से कांग्रेस ने स्पष्ट संदेश दिया कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों और उदासीनता ने किसानों की मेहनत, फसल और भविष्य सभी को बर्बाद कर दिया है। प्रदर्शन के दौरान पूरे परिसर का माहौल बदल गया और किसानों का मुद्दा दिन का सबसे बड़ा राजनीतिक केंद्र बन गया।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि आज प्रदेश का किसान अपनी ही सरकार के सामने सबसे अधिक असहाय खड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कभी खाद की किल्लत किसानों को परेशान करती है, कभी समर्थन मूल्य पर खरीदी की अव्यवस्थित व्यवस्था उन्हें कठिनाइयों में डाल देती है, तो कभी फसल खराब होने पर मुआवज़े के लिए महीनों सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। सिंघार ने कहा कि अन्नदाता अपनी भागीदारी और मेहनत से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को संभाले हुए है, लेकिन भाजपा सरकार उसकी तरफ देखने को भी तैयार नहीं है। उन्होंने तीखा हमला करते हुए कहा कि “किसानों के खेत भाजपा सरकार रूपी चिड़िया पहले ही चुग कर साफ कर चुकी है, अब किसान केवल संघर्ष कर रहा है और सरकार केवल झुनझुने पकड़ा रही है।”
सिंघार ने भाजपा सरकार की “भावन्तर योजना” को भी कटघरे में खड़ा किया और कहा कि यह किसानों की आय बढ़ाने का साधन नहीं, बल्कि कागज़ों में आंकड़े सुधारने का तरीका बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य, खाद-बीज की उपलब्धता और प्राकृतिक आपदा के बाद शीघ्र मुआवज़ा, तीनों मोर्चों पर सरकार ने गंभीर लापरवाही बरती है।
प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस विधायकों ने कहा कि यह विरोध सिर्फ एक दिन का कार्यक्रम नहीं, बल्कि प्रदेश के अन्नदाता की लड़ाई का हिस्सा है। कांग्रेस ने एलान किया कि वे किसानों की आवाज़ को सदन के भीतर और बाहर दोनों जगह लगातार उठाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक किसान को न्याय नहीं मिलता, जब तक खरीदी की पारदर्शी व्यवस्था नहीं बनती, और जब तक मुआवज़ा समय पर नहीं मिलता, विपक्ष अपनी लड़ाई जारी रखेगा।
कांग्रेस ने सरकार को घेरा
द मूकनायक से बातचीत में कांग्रेस विधायक सुरेश राजे ने कहा कि आज प्रदेश का किसान सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। उन्होंने बताया कि खेतों में मेहनत करने वाला अन्नदाता कभी खाद के लिए तरस रहा है, कभी पानी और बिजली के संकट से जूझ रहा है, तो कभी समर्थन मूल्य पर फसल बेचने के लिए परेशान हो रहा है। राजे ने कहा कि सरकार की लापरवाही और अव्यवस्था ने किसानों की हालत और खराब कर दी है, लेकिन सत्ता में बैठे लोग केवल बड़े-बड़े दावे करने में व्यस्त हैं।
सुरेश राजे ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल का यह प्रदर्शन किसानों की आवाज़ को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि विपक्ष किसानों के हर मुद्दे पर मजबूती से खड़ा है और अन्नदाता को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष जारी रहेगा। राजे ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार केवल कागज़ों में योजनाएं दिखाती है, जमीन पर किसान को कोई राहत नहीं मिल रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों की समस्याओं को हर मंच पर उठाएगी, चाहे वह विधानसभा हो या सड़क।
विधानसभा परिसर में हुए इस प्रदर्शन ने सरकार और विपक्ष की टकराहट को और तेज कर दिया है। पहले से ही किसान मुद्दों पर घिरी सरकार के लिए आज का प्रदर्शन एक और राजनीतिक चुनौती बनकर सामने आया है। कांग्रेस का दावा है कि भाजपा सरकार किसान-विरोधी नीतियों के जरिए प्रदेश के कृषि क्षेत्र को गंभीर संकट में डाल रही है, जबकि सरकार लगातार यह कहती रही है कि वह किसानों के हित में कई योजनाएं चला रही है।
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