बुलंदशहर। यूपी के बुलंदशहर जिले में तीन हजार क्विंटल राशन भाजपा नेता के पिता और सप्लाई इंस्पेक्टर ने मिलकर खुले बाजार में बेंच दिया। यह राशन प्रधानमंत्री अंत्योदय योजना का था जो गरीबों में बांटा जाना था। जिलाधिकारी को इस मामले में शिकायत मिली थी, जिसके बाद मामले की जांच कराई। मामला सही पाए जाने पर भाजयुमो के जिलाध्यक्ष के पिता और परिवहन ठेकेदार, विभाग के निरीक्षक, राशन माफिया समेत सात आरोपियों के खिलाफ कोतवाली देहात में गबन की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
बुलंदशहर जिला अधिकारी चंद्रपाल सिंह को राशन की कालाबाजारी की शिकायत मिली, जिसके बाद डीएम ने एडीएम प्रशासन डॉ. प्रशांत कुमार की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय जांच टीम का गठन किया था। जांच टीम की ओर से जिले के सभी 16 ब्लॉक में राशन की कालाबाजारी को लेकर जांच की गई। करीब ढाई हजार पेज की रिपोर्ट तैयार की गई।
16 ब्लॉकों में फरवरी, मार्च और अप्रैल की जांच के लिए टीम ने खाद्य विपणन विभाग और डीएसओ कार्यालय से दस्तावेज इकट्ठे किए। इसके बाद राशन डीलरों के बयान दर्ज किए गए। जांच में सामने आया कि खाद्य विपणन विभाग के अधिकारियों के साथ परिवहन ठेकेदार, राशन माफिया ने प्राइवेट कर्मचारियों के साथ मिलकर तीन हजार क्विंटल राशन का गबन कर लिया और राशन को बाजार में बेच दिया था।
जांच टीम के अधिकारी ने बताया कि राशन डीलरों ने बयान दिए कि परिवहन ठेकेदार और राशन माफियाओं ने मिलकर गायब किए गए राशन को निजी स्तर पर खरीदकर प्राइवेट पैकिंग में राशन डीलरों तक पहुंचाया। कुछ राशन डीलरों को राशन खरीदकर पूरा करने के लिए रुपये दिए गए।
लगातार तीन सप्ताह से दिन-रात जांच करते हुए टीम ने शुक्रवार और शनिवार देर रात तक ढाई हजार से अधिक पेज की जांच रिपोर्ट तैयार की। इसके बाद रविवार सुबह 10 बजे खाद्य विपणन अधिकारी जेया अहमद करीम की ओर से कोतवाली देहात में तहरीर दी गई। उन्होंने परिवहन ठेकेदार और भाजयुमो जिलाध्यक्ष के पिता रविंद्र सिंह निवासी आदर्श नगर, विपणन निरीक्षक सुधीर कुमार, प्राइवेट कर्मचारी अंकुर, गांव चिट्टा निवासी राशन माफिया वकील खां, लेबर ठेकेदार शिवकुमार, ट्रेक्टर चालक पिंकी और पवन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बुलंदशषर जिले में ढाई सालों में यह तीसरी बार है जब खाद्य विभाग की टीम ने कालाबाजारी पकड़ी है। इससे पहले अप्रैल 2022 और फिर अक्टूबर 2023 में राशन की कालाबाजारी पकड़ी गई थी। इसके बावजूद भी लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।
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