यूपी: आजमगढ़ में किसान आंदोलन के एक साल पूरे होने के बाद किसान पंचायत ने वोट बहिष्कार का क्यों किया एलान?

आंदोलन के दौरान रात में बिना किसी पूर्व सूचना, ग्रामीणों और ग्रामसभा के प्रतिनिधियों को अवगत कराए बिना एसडीएम सगड़ी, राजस्वकर्मी भारी पुलिस बल के साथ सर्वे का कार्य प्रारंभ कर दिया था। जब इसका विरोध किया गया तो पुलिस और प्रशासन ने महिलाओं-बुजुर्गों को मारा-पीटा और पुलिसबल का प्रयोग किया गया था जिसमें महिलाएं-बुजुर्ग घायल हो गए थे।
किसान आंदोलन के एक साल पूरे होने पर एक कार्यक्रम में आईं ग्रामीण महिलाएं, आजमगढ़
किसान आंदोलन के एक साल पूरे होने पर एक कार्यक्रम में आईं ग्रामीण महिलाएं, आजमगढ़फोटो- सत्य प्रकाश भारती, द मूकनायक

उत्तर प्रदेश। यूपी के आजमगढ़ जिले के मंदुरी में हवाई पट्टी के विस्तारीकरण के विरोध को लेकर खिरियाबाग में चल रहे आंदोलन को एक साल पूरा हो गया। हालांकि, यह आंदोलन दो भागों में विभाजित हो गया है। खिरियाबाग के नाम से शुरू हुआ आंदोलन की शुरुआत जमुआ हरीरामपुर से शुरू हुई थी। एक साल पूरा होने पर जमुआ हरिराम पुर सहित जिगना करमनपुर में अलग-अलग जगह कार्यक्रम का अयोजन हुआ। जमुआ हरीरामपुर में हुए कार्यक्रम को धार देने के लिए दिल्ली किसान आंदोलन में चर्चित रहे दर्शन पाल सिंह पहुंचे। जबकि जिगना करमनपुर में योगेंद्र यादव, मनोज कृष्ण यादव सहित किसान नेता राजीव यादव मौजूद रहे।

यूपी के आजमगढ़ जिले में 12-13 अक्टूबर 2022 की दिन और रात में बिना किसी पूर्व सूचना, ग्रामीणों और ग्रामसभा के प्रतिनिधियों को अवगत कराए बिना एसडीएम सगड़ी, राजस्वकर्मी भारी पुलिस बल के साथ सर्वे का कार्य प्रारंभ कर दिया था। ग्रामीणों का आरोप था सरकार जबरन जमीन छीनना चाहती थी। जब इसका विरोध किया गया तो पुलिस और प्रशासन ने महिलाओं-बुजुर्गों को मारा-पीटा। उसी रात दोबारा सर्वे किया गया। विरोध करने पर ग्रामीणों के ऊपर पुलिसबल का प्रयोग किया गया था जिसमें महिलाएं-बुजुर्ग घायल हो गए थे।

किसान आंदोलन के एक साल पूरे होने पर एक कार्यक्रम में आईं ग्रामीण महिलाएं, आजमगढ़
घर और खेत-खलिहान बचाने के लिए किसान-मजदूर परेड, खिरियाबाग में झण्डारोहण कर आजमगढ़ कलक्टरी रवाना हुए लोग; Latest Live Update

आरोप था कि दलित समुदाय की महिलाओं को जातिसूचक गालियां दी गई। उन्हें मारा गया, जिसके बाद ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मुलाकात की। आरोप लगा था कि जिलाधिकारी ने बातों को अनसुना कर फर्जी मुकदमे में फंसाने और रासुका के तहत कार्रवाई की धमकी दी थी। 13 अक्टूबर 2022 से गदनपुर हिच्छनपट्टी, जिगिना करमनपुर, जमुआ हरीराम, जमुआ जोलहा, हसनपुर, कादीपुर हरिकेश, जेहरा पिपरी, मंदुरी, बलदेव मंदुरी के ग्रामीण खिरिया की बाग, जमुआ हरिराम में धरने पर बैठ गए। पिछले 366 दिनों से यह धरना जारी है।

किसान आंदोलन के एक साल पूरे होने पर कार्यक्रम का आयोजन
किसान आंदोलन के एक साल पूरे होने पर कार्यक्रम का आयोजनफोटो- सत्य प्रकाश भारती, द मूकनायक

13 अक्टूबर 2023 को अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट के नाम पर जमीन छीने जाने के खिलाफ चल रहे आंदोलन का एक साल पूरे होने पर जिगिना करमनपुर के पंचायत भवन के बाहर और जमुआ हरिरामपुर में किसान पंचायत हुई। किसानों मजदूरों ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की परियोजना को रद्द न कर हमारी मांग न मानकर भाजपा सरकार ने हमारा अपमान किया है। लोकतंत्र में वोट हमारा अधिकार है और इसका इस्तेमाल कर हम सरकार बनाते हैं, लेकिन सरकार ने हमारी बात न मानकर हमारा अपमान किया। ऐसे में हम आगामी 2024 लोकसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करेंगे। इस अवसर पर बुजुर्ग महिला और पुरुष का अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में आए किसान नेता द्वारा लोगों को संबोधित करते हुए
कार्यक्रम में आए किसान नेता द्वारा लोगों को संबोधित करते हुएफोटो- सत्य प्रकाश भारती, द मूकनायक

उन्नाव से आए सोशलिस्ट किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरिष्ठ किसान नेता अनिल मिश्रा ने कहा कि खेत जानवर चर रहें है और अडानी अंबानी के लिए किसान मजदूरों से ज़मीन छीनी जा रही है। अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट की परियोजना रद्द नहीं की गई तो सोशलिस्ट किसान सभा पूरे देश में अभियान चलाएगी।

पूर्वांचल किसान यूनियन के महासचिव वीरेंद्र यादव ने कहा कि, आज़मगढ़ में चल रहे किसान आंदोलन ने आज़मगढ़ में योगी सरकार को किसानों की एक इंच ज़मीन भी नहीं हड़पने दिया। पिछले एक साल से आंदोलन चला रहे किसानों को क्रांतिकारी सलाम पेश करते हुए कहा कि योगी सरकार का बुलडोजर अगर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर चढ़कर किसानों को रौंदने काम किया तो ध्वस्त कर देंगे।

किसान नेता राजीव यादव ने आजमगढ़ में किसान आंदोलन के दौरान किसानों को उनकी एकजुटता का एहसास कराया।
किसान नेता राजीव यादव ने आजमगढ़ में किसान आंदोलन के दौरान किसानों को उनकी एकजुटता का एहसास कराया। फोटो- सत्य प्रकाश भारती, द मूकनायक

किसान नेता राजीव यादव ने कहा कि आज़मगढ़ में किसानों मजदूरों के संघर्ष ने पूर्वांचल के किसानों के संघर्ष को जो पहचान दी है। उसने किसानों की ताकत का झंडा बुलंद किया है। भूमि अधिग्रहण से प्रभावित होने वाले गांव के किसानों ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है, उसको लेकर आज़मगढ़ सहित आसपास के जिलों में सम्मेलन और चौपालें लगाई जाएंगी।

जमुआ हरिरामपुर में किसान नेता योगेंद्र यादव, मनोज कृष्ण यादव, चंद्रेश यादव, किसान नेता राजीव यादव, शिवशंकर यादव, राजेंद्र यादव, किसान एकता समिति के नेता महेंद्र यादव, किस्मती, नीलम, अर्चना, बिंदु, अवधेश यादव, प्रवेश निषाद, प्रेमचंद, संदीप उपाध्याय ने लोगों को संबोधित किया। अध्यक्षता पूर्व प्रधान अवधू यादव ने संचालन शशिकांत उपाध्याय ने किया।

दिल्ली किसान आंदोलन के दर्शन पाल सिंह पहुंचे जमुआ हरिरामपुर, एक कम्पनी पीएसी तैनात

आजमगढ़ के खिरियाबाग के नाम पर जमुआ हरीरामपुर में भी एक साल पूरा होने पर किसान महापंचायत का आयोजन हुआ। इस दौरान दिल्ली में 13 महीने तक एमएसपी के विरोध के दौरान चर्चा में रहे किसान नेता दर्शन पाल सिंह आंदोलन को मजबूत करने पहुंचे। उन्होंने मंदूरी एयरपोर्ट के विस्तार के विरोध में किसान आंदोलन की तारीफ की। उन्होंने कहा यह किसानों की बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के डर के कारण प्रशासन दोबारा इन गांवों में नहीं लौट सका। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता रामनयन यादव ने की।

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