मध्य प्रदेश: बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलें खराब, पर्यावरण पर भी पड़ रहा असर

मध्य प्रदेश: बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलें खराब, पर्यावरण पर भी पड़ रहा असर

भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 16 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ बन गया है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर आ रही हैं। इन दोनों के मिलने से प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी चल रही है।

भोपाल। मध्य प्रदेश में बेमौसम बारिश किसानों के लिए आफत बन गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। पिछले सप्ताह में प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर आंधी के साथ बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ है। गत रविवार व शनिवार को भी भोपाल, मंदसौर, आगर-मालवा, गुना, हरदा, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर और पन्ना समेत कई जिलों में ओले गिरे। अचानक मार्च माह के बीच, मौसम में बड़े बदलाव के कारण पर्यावरणविद चिंता जाहिर कर रहे हैं। तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन के कारण फसलों के साथ पेड़-पौधों, पक्षी, जीव-जंतुओं पर नकारात्मक असर पड़ा है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मध्य प्रदेश में 14 मार्च से दो सिस्टम एक्टिव हैं, जिसके कारण हल्की से मध्यम बारिश हो रही थी। लेकिन 16-17 मार्च से सिस्टम और भी ज्यादा स्ट्रॉन्ग हो गया। इस कारण तेज बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। 20 मार्च तक मध्य प्रदेश के अधिकतम जगहों पर ऐसा ही मौसम बना रहेगा। इसके साथ ही मौसम वैज्ञानिकों ने ओलावृष्टि होने और तेज आंधी चलने की आशंका भी जताई है।

मध्य प्रदेश: बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलें खराब, पर्यावरण पर भी पड़ रहा असर
राजस्थान: पर्यावरण की 'सेहत' सुधारने के लिए काम कर रही 'गूगल मैम'

जानकारी के अनुसार भोपाल, इंदौर, उज्जैन और चंबल संभाग में मौसम खराब रहेगा। तेज आंधी और बिजली गिरने की संभावना भी बनी हुईं है। प्रदेश के अन्य शहरों में भी बारिश हो सकती है। प्रदेश में तेज बारिश, ओले और तेज आंधी से गेहूं-सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। कई शहरों में हवा 75 किमी. प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है।

द मूकनायक से बातचीत करते हुए मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि उत्तर भारत में एक विक्षोभ एक्टिव है। इसी के प्रभाव से एक चक्रवात साउथ-ईस्ट राजस्थान में 14 मार्च से बना हुआ है। इससे मध्य प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। उन्होंने बताया कि 16 मार्च से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ बन गया है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर आ रही हैं। इन दोनों के मिलने से प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी चल रही है। 20 मार्च तक प्रदेश में ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी।

मध्य प्रदेश: बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसलें खराब, पर्यावरण पर भी पड़ रहा असर
इलेक्ट्रॉनिक कचरे से पर्यावरण प्रदूषित, भोपाल में ई-वेस्ट क्लीनिक से की जा रही प्रोसेसिंग

इधर, मौसम के अचानक बदलने से पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं पर भी असर पड़ा है। बेमौसम हुईं बारिश आंधी और ओलावृष्टि के कारण मौसमी फलों के पेड़ पौधे काफी मात्रा में प्रभावित हुए हैं। बारिश और ओले गिरने से फूल और मौर झड़ चुके हैं जिससे फलों की पैदावारी पर असर पड़ेगा।

द मूकनायक से बातचीत करते हुए पर्यावरणविद डॉ. सुभाष सी पांडेय ने बताया कि अचानक मौसम में बदलाव से पर्यावरण में कई तरह के प्रभाव पड़ते हैं। तापमान कम होने के कारण पेड़-पौधों पर तो असर पड़ेगा ही इसके साथ मच्छरों में लार्वा अधिक मात्रा में पनपेंगे जो कि स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक हैं। वहीं बीयू पर्यावरण विभाग के प्रोफेसर डॉ. विपिन व्यास द मूकनायक को बताते हैं कि ओले गिरने के कारण काफी पक्षियों की मौत होने की जनकारी मिली है। गर्मी के मौसम में तापमान कम होने से पर्यावरण पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव पड़ते हैं।

बारिश का दौर जारी

मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, विदिशा, रायसेन, झाबुआ, मंदसौर, रतलाम, नीमच, बैतूल, राजगढ़, सागर, सतना, छतरपुर, दमोह, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, उज्जैन, देवास, शाजापुर, सीहोर, बालाघाट, बुरहानपुर, शिवपुरी, खंडवा, हरदा, मुरैना, धार, डिंडौरी, सिवनी, आगर, नरसिंहपुर, रीवा समेत कई अन्य जिलों में बारिश का दौर जारी है।

यूपी में बेमौसम बारिश का दौर पांचवें दिन भी लगातार जारी है। इसके कारण एक बार फिर सर्द मौसम ने लोगों को गरम कपड़े पहनने पर मजबूर कर दिया है। रात के साथ अब दिन में भी लोग हल्की ठिठुरन महसूस कर रहे हैं। सोमवार तड़के 4 बजे से लखनऊ में तेज बारिश शुरू हो गई। कानपुर में भी हल्की बरसात हुई। मुरादाबाद में सुबह बादल छाए थे, 9 बजे से यहां भी बारिश शुरू हो गई। इससे पहले वाराणसी में देर रात गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई। यहां अस्सी घाट- भदैनी में कुछ स्थानों पर ओले भी गिरे। प्रयागराज में भी रविवार शाम बारिश हुई।

किसानों की तैयार फसल पर फिरे पानी से भारी नुकसान की आशंका

प्रदेश के अलग-अलग शहरों में हुई इस बारिश से भले ही लोगों को गर्मी से राहत मिली हो, लेकिन ये किसानों के लिए नुकसान लेकर आई है। आलू और गेहूं समेत कई फसल इस बारिश में बर्बाद हो रही हैं। मौसम वैज्ञानिकों का दावा है कि 22 मार्च तक कि ऐसा ही मौसम यूपी में बना रहेगा। 24 घंटे में 1.9 मिलीमीटर बारिश पूरे प्रदेश भर में रिकॉर्ड की गई। 13.6 डिग्री सेल्सियस के साथ शाहजहांपुर सबसे ठंडा, तो 34.2 डिग्री सेल्सियस के साथ बांदा सबसे गर्म रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग का अनुमान है कि प्रदेश के 36 जिलों में सोमवार को बिजली की गरज चमक के बीच बारिश होगी। 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी।

36 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, सोमवार को आगरा, अंबेडकर नगर, अमेठी, औरैया, अयोध्या, बांदा, बाराबंकी, बरेली, चित्रकूट, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गोंडा, हरदोई, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, कासगंज, कौशांबी, लखनऊ, मैनपुरी, मिर्जापुर, पीलीभीत, प्रतापगढ़ में प्रयागराज, रायबरेली, संभल, शाहजहांपुर, सीतापुर, सोनभद्र, सुल्तानपुर और उन्नाव में बिजली की चमक के बीच बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा कुछ जगहों पर ओले गिर सकते हैं।

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

Related Stories

No stories found.
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com