कबड्डी मैच जीतने की भारी कीमत— तमिलनाडू में परीक्षा देने जा रहे दलित छात्र पर जानलेवा हमला, चार उंगलियां काटी!

हमलावरों ने देवेंद्र राज को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि उसकी टीम ने हाल ही में एक कबड्डी मैच में केट्टियम्मलपुरम की टीम को हराया था। देवेंद्र राज ने ट्रॉफी के साथ जीत का जश्न मनाया था।
देवेंद्र राज के सिर पर छह जगह गहरे चीरे लगाए गए हैं, उसकी खोपड़ी तक को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, उसकी पीठ पर भी कई जगह चोट के निशान हैं।
देवेंद्र राज के सिर पर छह जगह गहरे चीरे लगाए गए हैं, उसकी खोपड़ी तक को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, उसकी पीठ पर भी कई जगह चोट के निशान हैं।
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थूथुकुडी - तमिलनाडु के थूथुकुडी जिले के तिरुवैकुंडम के पास अरियनायकपुरम गांव के एक दलित छात्र, देवेंद्र राज, पर जातिगत हिंसा का शिकार हो गया। 11वीं कक्षा के इस छात्र पर जातिवादी लोगों ने बेरहमी से हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना ने पूरे राज्य में आक्रोश पैदा कर दिया है, और जातिगत हिंसा पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की जा रही है।

यह घटना 10 मार्च को घटी, जब देवेंद्र राज परीक्षा देने के लिए स्कूल जा रहा था। देवेंद्र राज परैयर अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, केट्टियम्मलपुरम गांव के तीन लोगों ने बस रोकी और देवेंद्र राज को जबरन बस से नीचे उतारकर उस पर बेरहमी से हमला किया। हमलावरों ने देवेंद्र राज को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि उसकी टीम ने हाल ही में एक कबड्डी मैच में केट्टियम्मलपुरम की टीम को हराया था।

कुछ दिन पहले, कट्टारीमंगलम में अरियनायकपुरम और केट्टियम्मलपुरम की टीमों के बीच हुए कबड्डी मैच में अरियनायकपुरम की टीम ने जीत हासिल की थी। देवेंद्र राज इस टीम का हिस्सा था और उसने ट्रॉफी के साथ जीत का जश्न मनाया था। देवेंद्र राज के परिवार वालों का कहना है कि यह हमला जातिगत ईर्ष्या और कटुता के कारण किया गया।

चोटों की गंभीरता

हमले में देवेंद्र राज के दोनों हाथों की उंगलियां काट दी गईं। चार उंगलियां पूरी तरह से कट गईं, जिनमें से एक उंगली अभी तक नहीं मिली है। बाकी तीन उंगलियों को फिर से जोड़ने के लिए सर्जरी चल रही है। उसके सिर पर छह जगह गहरे चीरे लगाए गए हैं, जिससे उसकी खोपड़ी तक को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, उसकी पीठ पर भी कई जगह चोट के निशान हैं।


देवेंद्र राज की हालत गंभीर बनी हुई है, और वह तिरुनेलवेली सरकारी अस्पताल में इलाज करा रहा है। उसे बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए।

देवेंद्र राज के परिवार वालों का कहना है कि यह हमला जातिगत ईर्ष्या और कटुता के कारण किया गया।
देवेंद्र राज के परिवार वालों का कहना है कि यह हमला जातिगत ईर्ष्या और कटुता के कारण किया गया।

इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी तूफान ला दिया है। लोग देवेंद्र राज और उसके परिवार के साथ एकजुटता दिखा रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। कई संगठनों ने प्रदर्शन और रैलियां आयोजित करने का आह्वान किया है ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके।

दलित अधिकार कार्यकर्ता और लेखिका शालिन मारिया लॉरेंस ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा, "देवेंद्र राज के पिता ईंट भट्टी में मजदूर के रूप में काम करते हैं, और परिवार अत्यंत गरीबी से जूझ रहा है। यह लड़का अपनी 11वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा देने के लिए स्कूल जा रहा था कि इस भयानक हमले का शिकार हो गया।" उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और स्कूल शिक्षा मंत्री अन्बिल माहेश पोय्यामोझी से आग्रह किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि देवेंद्र राज को बिना परीक्षा दिए ही 12वीं कक्षा में प्रमोट कर दिया जाए और परिवार को जल्द से जल्द पर्याप्त मुआवजा दिया जाए।

इस घटना पर विदुथलाई चिरुथाईगल कच्ची (वीसीके) के संस्थापक-अध्यक्ष और सांसद थोल. थिरुमावलवन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने तमिलनाडु सरकार से मांग की है कि वह दक्षिणी जिलों, खासकर थूथुकुडी और नेल्लई में बढ़ती जातिगत हिंसा पर तत्काल कार्रवाई करे। थिरुमावलवन ने पुलिस में एक विशेष इंटेलिजेंस यूनिट बनाने की मांग की है, जो जातिगत हिंसा को रोकने और उसकी जांच करने पर केंद्रित हो।

उन्होंने देवेंद्र राज के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधाएं सुनिश्चित करने की भी अपील की है। थिरुमावलवन ने कहा कि सरकार को न केवल इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए, बल्कि जातिगत भेदभाव और हिंसा को जड़ से खत्म करने के लिए व्यवस्थागत बदलाव भी लाने चाहिए।

वीसीके और अन्य सामाजिक संगठनों ने तमिलनाडु सरकार से मांग की है कि वह जातिगत हिंसा के मामलों में त्वरित न्याय सुनिश्चित करे। उनका कहना है कि ऐसे मामलों में लापरवाही और देरी से हमलावरों को प्रोत्साहन मिलता है। सरकार को जातिगत हिंसा के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने और कानून व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है।

हाल ही में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक दलित छात्र के साथ जातिगत हिंसा की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां 17 वर्षीय छात्र को उसके बाल कटाने पर शिक्षकों ने बेरहमी से पीटा। छात्र के सिर पर गंभीर चोटें आईं और उसके दोनों हाथों में फ्रैक्चर हो गए।

देवेंद्र राज के सिर पर छह जगह गहरे चीरे लगाए गए हैं, उसकी खोपड़ी तक को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, उसकी पीठ पर भी कई जगह चोट के निशान हैं।
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देवेंद्र राज के सिर पर छह जगह गहरे चीरे लगाए गए हैं, उसकी खोपड़ी तक को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, उसकी पीठ पर भी कई जगह चोट के निशान हैं।
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देवेंद्र राज के सिर पर छह जगह गहरे चीरे लगाए गए हैं, उसकी खोपड़ी तक को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, उसकी पीठ पर भी कई जगह चोट के निशान हैं।
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