राजस्थान: मंदिर में गए दलित की पिटाई के बाद मौत, धरने पर बैठे परिजन

झुनझुनू जिले में मंदिर में गए दलित से मारपीट के बाद हुई मौत। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया।
खेतड़ी सीएचसी के बाहर धरने को सम्बोधित करते हुए भीम सेना प्रदेशाध्यक्ष रविकुमार मेघवाल।
खेतड़ी सीएचसी के बाहर धरने को सम्बोधित करते हुए भीम सेना प्रदेशाध्यक्ष रविकुमार मेघवाल।

जयपुर। राजस्थान के झुनझुनू जिले के एक गांव में मंदिर में प्रवेश करने वाले दलित की ऐसी पिटाई की गई की उसकी मौत हो गई। घटना खरकड़ा राजपूताना गांव के भैरूजी के मंदिर परिसर में 24 मई की है। हालांकि, रविवार तक भी शव का अंतिम संस्कार नहीं हो सका।

अपने पिता महिपाल की हत्या के बाद मृतक के 26 वर्षीय पुत्र राहुल चौपडा ने 66 साल के ताऊ जगदीश प्रसाद मेघवाल निवासी खरकड़ा राजपूतान के साथ मिलकर इसी गांव के मनोज गुर्जर, विकास पुत्रान श्योकरण और इनके साथ आए 2-3 अन्य लोगों के खिलाफ 25 मई को खेतड़ी नगर पुलिस थाने में तहरीर दी।

राहुल चौपड़ा की लिखित तहरीरी रिपोर्ट के आधार पर खेतड़ी नगर पुलिस ने 25 मई को आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित मारपीट, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति अधिनियम के आरोपों के तहत प्राथमिकी दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम भी करवा दिया, लेकिन परिजनों से शव लेने से मना कर दिया।

खेतड़ी सीएचसी के बाहर धरने को सम्बोधित करते हुए भीम सेना प्रदेशाध्यक्ष रविकुमार मेघवाल।
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आरोपियों की गिरफ्तारी सहित विभिन्न मांगो को लेकर मृतक के परिवार के साथ खरकड़ा गांव के लोग और भीम सेना प्रदेशाध्यक्ष रविकुमार मेघवाल तथा अन्य बहुजन संगठनों से जुड़े लोग खेतड़ी अस्पताल के बाहर धरना देकर बैठे हैं। इस बीच पुलिस व प्रशासन के अधिकारी समझाइश के लिए भी आए, लेकिन बात नहीं बनी।

मृतक के पुत्र राहुल चौपड़ा ने द मूकनायक को बताया कि 24 मई को उसके पिता की हत्या हुई। 25 मई को हत्या के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई, लेकिन अभी तक ना तो पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है। ना ही अन्य मांगों को मानने को तैयार है। राहुल ने कहा जब तक मांग पूरी नहीं होगी। शव नहीं लेंगे।

यह बताई घटना

झुनझुनू जिले के खेतड़ी नगर पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार राहुल पुत्र महिलापल चौपड़ा ने लिखित तहरीर में पुलिस को बताया कि 24 मई को सुबह 10 बजे प्रार्थी का पिता महिपाल खरकड़ा राजपूताना गांव के भैरुजी के मंदिर में दर्शन करके मंदिर परिसर में बैठा हुआ था।

इस दौरान मनोज गुर्जर व उसका भाई विकास पुत्र श्योकरण निवासी खरकड़ा व इनके साथ 2-3 अन्य लोग आए और सभी ने मिलकर लात घूसों व थाप मुक्कों से राहुल के पिता महिपाल मेघवाल के साथ मारपीट शुरु की दी।

राहुल ने तहरीर के माध्यम से बताया कि उसके पिता ने आरोपियों से मारपीट करने का कारण पूछा तो, उन्होंने जाति सूचक शब्दों से अपमानित करते हुए कहा कि 'तेरी हिम्मत कैसे हुई मंदिर में आने की', यह कहकर फिर आरोपियों ने लात घूसों से गम्भीर मारपीट शुरू कर दी।

एफआईआर के अनुसार राहुल के पिता को मंदिर में बैठे अन्य लोगों ने बड़ी मुश्किल आरोपियों से छुड़वाया। आरोपियों के चंगुल से छूटने के बाद राहुल के पिता घबराए हुए गंभीर घायल हालत में घर पहुंचे और मंदिर में उनके साथ हुई घटना के बारे में परिजनों को बताया।

खेतड़ी सीएचसी के बाहर धरने को सम्बोधित करते हुए भीम सेना प्रदेशाध्यक्ष रविकुमार मेघवाल।
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राहुल कहते है कि इस दौरान उसके पिता के कपड़े भी मिट्टी में सने हुये थे। शर्ट के बटन टूटे हुये थे। शरीर पर चोट के निशान थे। मंदिर में उनके साथ हुई मारपीट की घटना बताते हुए राहुल के पिता वहीं फर्श पर गिर गए।

राहुल ने बताया कि स्थिति बिगड़ने पर वह परिवार वालों के साथ पिता को गोठड़ा गांव के गारेकर अस्पताल ले गया। जहां पिता की हालत को देखते हुए चिकित्सक ने तत्काल बड़े अस्पताल ले जाने की सलाह दी।

इसके बाद गोठड़ा के अस्पताल से राहुल अपने पिता महिपाल को सिंघाना के राजकीय अस्पताल लेकर गया। सिंघाना में सरकारी अस्पताल के चिकित्सक ने महिपाल मेघवाल को मृत घोषित कर दिया।

राहुल चौपड़ा ने रिपोर्ट में बताया कि यहां से पिता का शव लेकर राजकीय अस्पताल खेतड़ी पहुंचा। अस्पताल की मोर्चरी में शव रख कर पुलिस को सूचना दी। राहुल ने कहा कि उसके पिता महिपाल मेघवाल की मौत उक्त आरोपियों की मारपीट के कारण हुई है।

सीएचसी में सोपी गई राहुल की लिखित तहरीर के आधार पर खेतड़ी नगर थाना पुलिस ने हत्या, मारपीट, अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच वृत्ताधिकारी पुलिस खेतड़ी हजारी लाल खटाणा को सौंपी है।

आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पूरी होने तक धरना जारी रहेगा

झुनझुनू के खेतड़ी अस्पताल के बाहर परिवार के साथ धरने पर बैठे भीम सेना प्रदेशाध्यक्ष रवि कुमार मेघवाल ने द मूकनायक को बताया कि मंदिर में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। महिपाल के साथ असामाजिक तत्वों ने मारपीट की है। पुलिस ने मंदिर में लगे सीसीटीवी रिकॉर्डिंग के फुटेज लिए हैं।

उन्होंने कहा परिवार की मांग है कि आरोपियों की अविलम्ब गिरफ्तारी की जाए। परिवार के एक सदस्य को स्थायी सरकारी नौकरी और परिवार की आजीविका के लिए एक करोड़ रुपये आर्थिक मुआवजा भी दिया जाए।

भीम सेना प्रदेशाध्यक्ष रविकुमार मेघवाल ने कहा कि परिवार को सुरक्षा की गारंटी मिले। साथ ही भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए स्थानीय पुलिस अधिकारियों को बदला जाए।

धरना प्रदर्शन के बीच खेती नगर पुलिस थाने में दर्ज महिपाल मेघवाल हत्या मामले की जांच खेतड़ी पुलिस उपाधीक्षक हजारी लाल खटाणा से बदल कर अब चिड़ावा के पुलिस उपाधीक्षक सुरेश शर्मा को सौप दी गई है। यह जानकारी पूर्व जांच अधिकारी हजारी लाल खटाणा पुलिस उपाधीक्षक खेतड़ी ने द मूकनायक को दी है।

मामले के नए जांच अधिकारी सुरेश शर्मा से द मूकनायक ने बात करना चाहा, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

खेतड़ी सीएचसी के बाहर धरने को सम्बोधित करते हुए भीम सेना प्रदेशाध्यक्ष रविकुमार मेघवाल।
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