यूपी: BJP विधायक के भतीजे, प्रतिनिधि सहित भीड़ ने दलित युवकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, मुकदमा भी लिखवाया!

इस मामले में चारों दलितों के खिलाफ एक मुस्लिम व्यक्ति की तहरीर पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है। चारों पीड़ित परिवार के लोगों का आरोप है कि उनके बच्चों की पहले पिटाई की गई, इसके बाद उन्हीं के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया।
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उत्तर प्रदेश। बलरामपुर जिले में कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक के भतीजे और विधायक प्रतिनिधि पर चार दलितों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटने का मामला सामने आया है। इस मामले में चारों दलितों के खिलाफ एक मुस्लिम व्यक्ति की तहरीर पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है। चारों पीड़ित परिवार के लोगों का आरोप है कि उनके बच्चों की पहले पिटाई की गई, इसके बाद उन्हीं के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया। पीड़ित परिवार ने एसपी से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की है।

इस मामले में पुलिस अधीक्षक बलरामपुर ने द मूकनायक को बताया, "इस मामले में दो पक्षों के बीच मारपीट हुई है। एक मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"

जनिये क्या है पूरा मामला?

यूपी के बलरामपुर जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र में सकुई खुर्द गांव निवासी राम दयाल ने द मूकनायक प्रतिनिधि से बात करते हुए बताया, "मारपीट की घटना 27 जुलाई के रात की है। मेरा बेटा राकेश सोनकर अपने अन्य दोस्तों राधेश्याम सोनकर, रघु सोनकर और राधेश्याम सोनकर के साथ तहसील गेट के पास मौजूद थे। इस दौरान इन चारों में से एक व्यक्ति सिगरेट लेने लगा। इस दौरान वहां पर खड़े आरिफ अली से सामान जल्दी देने को लेकर आपस में बहस हो गई। दोनों में हाथापाई हो गई। आरिफ तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला के परिचय में था। उसने उनके भतीजे सोनू शुक्ला और विधायक प्रतिनिधि अमरनाथ शुक्ला को मौके पर बुला लिया। वह भी पास में ही बैठकर शराब पी रहे थे। वह मौके पर पहुंच गए और मेरे बेटे की पिटाई शुरू कर दी।"

आरोप है कि विधायक के भतीजे और प्रतिनिधि के साथ एक दर्जन से ज्यादा लोग मौजूद थे उन्होंने दलित युवकों को पीटना शुरू कर दिया। जब वह जान बचाकर भागने लगे तो उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। भीड़ इकठ्ठा हुई और जाम लग गया। इस दौरान मौके पर पुलिस आपात सहायता की पीआरवी भी मौके पर पहुंच गई। आरोप है कि पुलिस कर्मचारियों के सामने भी विधायक के भतीजों व उनके साथियों ने 4 दलित युवकों की पिटाई की। पुलिस सभी को थाने लेकर आई, जहां उनका मेडिकल करवाया गया। आरोप है कि मेडिकल करवाने के बाद उन्हें थाना परिसर में कोतवाल के सामने भी पीटा गया। वायरल वीडियो तकरीबन 20 मिनट का है।

चारों दलित युवकों पर एफआईआर दर्ज

इस पूरे मामले में कोतवाली देहात के सराय फाटक मोहल्ले के रहने वाले आसिफ अली की तहरीर पर पुलिस ने 27 जुलाई को आईपीसी की धारा -323,504 व 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में आसिफ का आरोप है चारों युवक गुमटी पर सामान खरीदने आये थे। सभी नशे में थे। सामान लेने के दौरान आसिफ का उन लड़कों से विवाद हो गया। इस पर सभी लड़ने झगड़ने लगे। जब आसिफ ने मना किया तो मारपीट करने लगे।

क्या कहते हैं पुलिस अफसर?

इस मामले पुलिस अधीक्षक बलरामपुर केशव कुमार ने द मूकनायक प्रतिनिधि को बताया, "सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो में मारपीट होने की घटना प्रकाश में आई है। वीडियो की जांच करवाई जा रही है। जांच के आधार पर जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसके अनुसार विधिक कार्यवाही की जाएगी और पीड़ितों को न्याय दिलवाया जाएगा।"

द मूकनायक प्रतिनिधि ने इस सम्बंध में विधायक तुलसीपुर से भी बात करने का प्रयास किया। उनका फोन उनके सहयोगी द्वारा उठाया गया। विधायक के सहयोगी ने विधायक के न्याय पक्ष में होने की बात कही गई।

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