'भारत सरकार की मुहिम पर मोदी सरकार लिखना संविधान की धारा-1 का उल्लंघन', समाज सेवी ने रोकी विकसित भारत रथ यात्रा

महाराष्ट्र के एक समाज सेवी ने भारत सरकार के रथ पर मोदी सरकार और तिरंगे की जगह भाजपा का झंडा होना संविधान की धारा-एक का उल्लंघन बता कर विकसित भारत रथ यात्रा को रोक दिया.
विकसित भारत रथ यात्रा
विकसित भारत रथ यात्राफोटो साभार- ट्विटर

महाराष्ट्र। कोल्हापुर जिले के एक गांव में केन्द्र सरकार द्वारा संचालित विकसित भारत संकल्प अभियान के रथ को समाज सेवी राजवैभव ने रोक दिया गया। उनका कहना था भारत सरकार के रथ पर मोदी सरकार और तिरंगे की जगह भाजपा का झंडा होना संविधान की धारा-एक का उल्लंघन है। इस दौरान हंगामा हुआ और पुलिस भी आई। राजवैभव का कहना है कि यह संविधान के नियमों का उल्लंघन है। कोई भी अभियान केंद्र सरकार की योजना है। एक व्यक्ति विशेष के नाम से लोगों के टैक्स का पैसा इस्तेमाल कर इस तरह रथ निकालना न्यायोचित नहीं है। जिसके बाद गांव के सभी लोगों ने इसका विरोध किया। लोगों का विरोध देखकर रथयात्रा को वापस होना पड़ा।

महाराष्ट्र राज्य के सभी जिलों में विकसित भारत संकल्प अभियान चल रहा है। यह रथयात्रा 13 दिसम्बर को कोल्हापुर जिले की राधानगरी तहसील के सोनियाची शिरोली गांव पहुंची थी। इस गांव की आबादी लगभग तीन हजार के करीब है। जबकि इस गांव में लगभग पांच सौ घर हैं। इस रैली के रथ को कोल्हापुर जिले में जगह-जगह पर राजवैभव शोभा रामचन्द्र द्वारा रोका गया।

राजवैभव का कहना है इस यात्रा को रोककर मैंने बस कुछ प्रश्न किये थे। जिसका जवाब रथयात्रा निकालने वाले लोग नहीं दे सके। राजवैभव द मूकनायक से बातचीत करते हुए बताते हैं कि, "महाराष्ट्र में विकसित भारत अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए एक रथ तैयार किया गया है। जिस पर लिखा है 'मोदी सरकाराची हमीं' मतलब मोदी सरकार की गारंटी! मैंने इस पर प्रश्न किये। सरकार किसी देश के नाम से चलती है। सरकार किसी व्यक्ति के नाम पर नहीं हो सकती। वो भी सरकारी दस्तावेज में इस रथ के रूप में है। मैंने रथ यात्रा लेकर आये लोगों से सिर्फ के प्रश्न किया था कि क्या सरकार किसी एक व्यक्ति के नाम से हो सकती है.....? यह मोदी सरकार का गारंटी कैसे हो सकती है?"

भारत सरकार की योजना में तिरंगे का इस्तेमाल क्यों नहीं?

राजवैभव आगे बताते हैं कि, मैंने दूसरा प्रश्न पूछा था कि भारत सरकार का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है। इस रथ में सिर्फ दो कलर क्यों दिख रहे हैं? जो भाजपा के झंडे जैसे हैं। आप भारत सरकार की योजना लेकर हमारे गांव में प्रचार करने आये हैं और इस रथ में कोई भी चीज़ भारत सरकार को प्रदर्शित करने वाली क्यों नहीं है? इसमें बड़े-बड़े फ्लैक्स और फोटो मोदी जी के क्यों हैं?

टैक्स के पैसे से भाजपा का प्रचार क्यों?

राजवैभव आगे कहते हैं, "इस प्रचार प्रसार का पैसा लोगों के टैक्स के पैसे से जा रहा है। ऐसे में टैक्स के पैसे का इस्तेमाल बीजेपी के प्रचार के लिये क्यों हो रहा है ? ...इन्हीं प्रश्नों के जवाब मैंने पूछे थे। वह इसका जवाब नहीं दे सके और हमारे गांव से चले गए।"

राजवैभव बताते हैं भारत के संविधान की धारा-1 कहती है कि भारत के सिर्फ दो नाम इंडिया या भारत हो सकता है। तीसरा कोई और नाम नहीं हो सकता है। यदि कोई भारत के नाम की जगह कोई और नाम का इस्तेमाल करता है तो यह संविधान की धारा-1 का उल्लंघन है।

कौन हैं राजवैभव?

राजवैभव ने इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग से पढ़ाई की है। राजवैभव पिछले छह साल से संविधान संवादक की एक मुहिम महाराष्ट्र के 26 जिलों में चला रहे हैं। इस मुहिम का उद्देश्य संविधान का अर्थ और उसका जीवन में महत्त्व, बिना किसी भाषण के बातचीत के जरिये लोगों तक पहुचाना है।

आपको बता दें कि, महाराष्ट्र के कोल्हापुर में दलितों के चिंतक छत्रपति शाहू जी महाराज का जन्म हुआ था। उन्होंने कोल्हापुर को राजधानी राधानगरी बनाई थी। राधा उनकी बेटी का नाम था। उन्होंने अपनी बेटी के नाम से इस शहर का नाम रखते हुए राधानगरी कर दिया था। राधानगरी अब महाराष्ट्र राज्य में कोल्हापुर जिले की एक तहसील है।

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