नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर रविवार को 24 साल पुराना एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें फेमिना मिस इंडिया 2001 प्रतियोगिता के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान और जज पैनलिस्ट सौरव गांगुली ने प्रतिभागी सेलिना जेटली से पूछा था, "अगर आपको दूसरा जन्म मिले, तो आप क्या बनना चाहेंगी और क्यों?"
सेलिना जेटली ने इस सवाल का जवाब बेहद संवेदनशीलता और बौद्धिक दृष्टिकोण के साथ दिया। उन्होंने कहा कि वे डॉ. भीमराव अंबेडकर के रूप में जन्म लेना चाहेंगी। उन्होंने अपने उत्तर में डॉ. अंबेडकर के जीवन, उनके संघर्ष और उनके योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा:
"मैं उन्हें उनके गहन अध्ययन और ज्ञान के लिए बहुत सम्मान करती हूं। उनकी कानूनी और सामाजिक सुधार की दृष्टि अद्वितीय है। उन्होंने भारत में जाति व्यवस्था को समाप्त करने की दिशा में जो काम किया और भारतीय संविधान को लिखा, वह हर किसी के लिए प्रेरणा है। काश, मैं भारतीय संविधान लिख पाती और लोग मुझे हर बार उसी तरह याद करते, जैसे वे उन्हें करते हैं।"
सेलिना के इस जवाब ने न केवल दर्शकों को प्रभावित किया, बल्कि यह भी दिखाया कि वह सामाजिक समानता और मानवाधिकारों जैसे मुद्दों को कितनी गंभीरता से समझती हैं। सेलिना ने प्रतियोगिता में फेमिना मिस इंडिया 2001 का खिताब जीता और मिस यूनिवर्स 2001 में चौथी रनर-अप बनीं। उन्होंने 2003 की थ्रिलर जानशीं से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की।
सेलिना 2013 से अभी तक United Nations Equality Champion के रूप में भी पहचान रखती हैं.
यह वीडियो ऐसे समय में वायरल हो रहा है जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की डॉ. अंबेडकर पर की गई टिप्पणी की व्यापक आलोचना हो रही है। बहुजन समुदायों ने इस टिप्पणी को न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी नकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
विवाद की शुरूआत 17 दिसंबर को अमित शाह के संसद में दिए एक भाषण के बाद हुई. राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान बोलते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने अम्बेडकर को लेकर विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा था. करीब तीन सप्ताह से यह विवाद आज भी जारी है और अमित शाह से माफ़ी और इस्तीफे की डिमांड की जा रही है. वायरल वीडियो अंबेडकर के योगदान और उनके विचारों को फिर से चर्चा के केंद्र में लाने का काम कर रहा है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यह क्लिप बहुत बार साझा की जा चुकी है। बहुजन समुदायों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सेलिना जेटली के इस बयान की जमकर सराहना की है।
ट्राइबल आर्मी के फाउंडर हंसराज मीणा ने एक पोस्ट शेयर किया जिसमे क्लिप शेयर करते हुए लिखा , "उनका यह जवाब दर्शाता है कि वे अंबेडकर के जीवन, उनके संघर्ष और समाज के लिए उनके योगदान से कितनी प्रभावित थीं। डॉ. अंबेडकर ने सामाजिक समानता और मानवाधिकारों की लड़ाई में जो मिसाल कायम की, वह हर पीढ़ी को प्रेरित करती है। सेलिना का यह उत्तर न केवल उनकी सोच और सामाजिक संवेदनशीलता को उजागर करता है, बल्कि दर्शकों पर गहरी छाप भी छोड़ गया।।"
डॉ. भीमराव अंबेडकर ने भारतीय समाज में समानता स्थापित करने और मानवाधिकारों के लिए अपना जीवन समर्पित किया। वे संविधान निर्माता के रूप में याद किए जाते हैं, जिन्होंने हर नागरिक को समान अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किया। उनकी यह विरासत आज भी हर पीढ़ी को प्रेरित करती है।
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