उत्तर प्रदेश: किशोरियों के हौसलों को लगे 'पंख'

किशोरी सशक्तिकरण मेले का आयोजन, सुरक्षा और स्वास्थ्य पर मिले टिप्स.
उत्तर प्रदेश: किशोरियों के हौसलों को लगे 'पंख'

लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में अजीम प्रेमजी फाउन्डेशन के सहयोग से विज्ञान फाउण्डेशन द्वारा मेरे सपने, मेरी उड़ान की थीम पर एक दिवसीय किशोरी मेला आयोजित किया गया। इस आयोजन में किशोरियों के सशक्तिकरण की कई गतिविधियां आयोजित की गईं। महिला सुरक्षा, स्वास्थ्य के लिए सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं ने स्टॉल लगाकर मेले में पहुंचने वाली किशोरियों और उनके परिजनों को जानकारी दी।

शहर के मड़ियांव क्षेत्र के भरत नगर स्थित कृष्णलीला मैदान में अजीम प्रेमजी और विज्ञान फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में सरकारी विभागों, सामाजिक संस्थाओं और किशोरी समूह सदस्यों की सक्रिय भूमिका रही। इस अवसर पर मद्य निषेध विभाग, 181, एवं सेल्फ डिफेन्स डिपार्टमेंट से लोग आए हुए थे। मेले का शुभारम्भ क्षेत्रीय पार्षद प्रदीप शुक्ला के द्वारा फीता काटकर किया गया।

इस किशोरी मेले का आयोजन गिविंग विन्ग्स टू ड्रीमर्स परियोजना के तहत किशोरी समूह सदस्यों का सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं से जुड़ाव कराने व उनकी प्रतिभा को सामने लाने तथा उनके अभिभावकों को परियोजना की गतिविधियों से रूबरू कराने के उद्देश्य से किया गया। ऐसे कार्यक्रमों में किशोरियों को रक्षा कौशल का प्रदर्शन, व्यक्तित्व विकास व हुनर के प्रदर्शन का मौका मिलता है।

इस मेले में आईं किशोरियों और उनके परिजनों ने सरकारी विभागों से योजनाओं से जुड़ी जानकारियां प्राप्त कीं। सिविल डिफेन्स से आये हुए मनोज सिंह ने सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर बात की, उन्होंने आपदा से बचाव के तरीके भी बताए। मद्य निषेध विभाग से आई नीतू एवं उनकी टीम ने लोगों को नशे से होने वाले नुकसान एवं उनकी दूसरी टीम ने उसी थीम पर कठपुतलियों द्वारा एक शो भी दिखाया।

महावारी के वक्त क्या करना चाहिए?

एफपीए (फैमिली प्लानिंग एससोसिएशन से आई सौम्या सिंह और जयंती मिश्रा ने किशोरावस्था में बालिकाओं को महावारी के दौरान होने वाली समस्याओं के लिए सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि बालिकाओं को महावारी (पीरियड्स) के समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। नैपकिन (सैनेटरी पैड) न उपलब्ध होने की दशा में सूती कपड़े को अच्छे से धोकर उसे धूप में सुखाकर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके साथ ही गंदे कपड़े के प्रयोग से बचना चाहिए।

181 से आई मिताली अवस्थी और उनकी टीम ने किशोरी से जुड़े उनके सुरक्षा एवं अधिकारों की जानकारी साझा की। मेले में किशोरी समूह द्वारा खाने-पीने के स्टॉल, जेण्डर व सहमति से जुड़े खेल के स्टॉल भी लगाए गए। मेले में आई किशोरियों ने सांप सीढ़ी गेम भी खेला। इस मेले में बच्चों ने कई प्रकार के गेम भी लगा रखे थे। किशोरी मेले में करीब 350-400 किशोरियों, किशोर व अभिभवकों ने बढ़चढ़ कर प्रतिभागिता की। मेले का आयोजन किशोरियों अक्षा,चांदनी,सुजैन एवम अन्य किशोरी वालंटियर द्वारा किया गया। विज्ञान फाउंडेशन से क्लस्टर को-ऑर्डिनेटर धर्मेद्र कुमार एवं सहयोगी किशोरी मित्र रमा एवं सहला भी शामिल रहीं।

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