राजधानी दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा और हित में अहम कवायदें, जानिये क्या?

पुरुष और महिला श्रमिकों के बीच समान काम के लिए वेतन में असमानताओं को ध्यान में रखते हुए श्रम मंत्री ने निर्देश दिया कि इन असमानताओं को तुरंत ठीक किया जाए, जिससे महिला श्रमिकों को समान काम के लिए समान वेतन सुनिश्चित किया जा सके।
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नई दिल्ली- महिलाओं की सुरक्षा और सुविधाओ को लेकर देश की राजधानी दिल्ली में बीते दिनों अहम प्रयास किये गये हैं. एक ओर जहाँ श्रमिक कल्याण बोर्ड को निर्माण स्थलों के पास महिला मजदूरों के लिए अलग शौचालय बनाने और समान काम के लिए समान वेतन के निर्देश दिए गये हैं वहीं रेल मंत्रालय ने रेल सुरक्षा कर्मियों से सभी लोकल ट्रेनों की महिला कोच की नियमित जांच करने और महिला यात्रियों की आने वाली शिकायतों को गंभीरता से लेकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

महिला मजदूरों को लेकर दिल्ली सरकार में श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने हाल ही सचिवालय में दिल्ली भवन एवं सन्निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में दिल्ली के मजदूरों के लिए कई अहम लिए गए। महिला और पुरुष मजदूरों के भत्ते में अंतर पर चर्चा हुई। श्रम मंत्री ने राजधानी के निर्माण स्थलों के पास महिला मजदूरों के लिए अलग शौचालय बनाने का निर्देश दिया। बता दें कि यह कदम साइटों पर काम करने वाली सभी महिलाओं के लिए बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।

निर्माण स्थलों पर महिला श्रमिकों के लिए अलग से शौचालय

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मंत्री ने कहा कि "निर्माण स्थलों पर पुरुष और महिला श्रमिकों द्वारा एक ही शौचालय इस्तेमाल किया जाता है, यह ठीक नहीं है। निर्माण स्थलों पर महिला श्रमिकों के लिए अलग से शौचालय होना चाहिए। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल्द निर्माण स्थलों पर महिला और पुरुष श्रमिकों के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था की जाए। मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि महिला और पुरुषों के भत्ते की असमानताओं को जल्द दूर कर समान कार्य के लिए समान भत्ता सुनिश्चित किया जाए।"

बैठक में श्रमिकों की बेहतर सुविधा के लिए अहम फैसले

अब महिला श्रमिकों को भी समान काम के लिए समान वेतन मिलेगा। पुरुष और महिला श्रमिकों के बीच समान काम के लिए वेतन में असमानताओं को ध्यान में रखते हुए श्रम मंत्री ने निर्देश दिया कि इन असमानताओं को तुरंत ठीक किया जाए, जिससे महिला श्रमिकों को समान काम के लिए समान वेतन सुनिश्चित किया जा सके।

बोर्ड के ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध रजिस्ट्रेशन फॉर्म में श्रमिकों द्वारा भरी जाने वाली जानकारियों को श्रमिकों तक आसानी से पहुंचाने की दिशा में मंत्री ने आदेश दिए कि बोर्ड पर उपलब्ध जानकारियों (फॉर्म) की मुख्य भाषा "हिंदी" हो, जिससे सुविधाओं का लाभ निर्माण श्रमिकों तक ज्यादा से ज्यादा पहुंच सके।

लेबर कार्ड रजिस्ट्रेशन, रिन्यूअल (नवीनीकरण) और क्लेम के लिए सभी जिलों में बनाई गई हेल्प डेस्कों पर पारदर्शिता लाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। लेबर बोर्ड की तरफ से दी जाने वाली एक्सीडेंटल इंश्योरेंस के बेहतर क्रियान्वन के लिए पॉलिसी को पुनः समीक्षा करने के भी निर्देश दिए. साथ ही निर्माण श्रमिकों को बेहतर कौशल विकास के लिए स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के ज़रिए ट्रेनिंग कराई जाए ताकि वह अपने कौशल में ज्यादा दक्षता हासिल कर सकें।

निर्माण श्रमिकों को विभाग द्वारा दी जाने वाली सभी योजनाओं की जानकारी नहीं मिलने के कारण समय से इसका लाभ निर्माण श्रमिकों तक नहीं पहुंच पाता। इसकी जागरूकता और प्रचार प्रसार के लिए सभी संचार के माध्यमों का इस्तेमाल किया जाए।

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महिला कोच की नियमित जांच करने व शिकायतों के तत्काल अटेंड करने के निर्देश

निर्भया सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं रेल मंत्रालय के सदस्य सतीश मिश्रा बाबा ने तुगलकाबाद रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और यात्री सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने मथुरा शटल के महिला कोच में सफर करने वाली महिला यात्रियों से सुरक्षा को लेकर फीडबैक भी लिया। रेल सुरक्षा कर्मियों से सभी लोकल ट्रेनों की महिला कोच की नियमित जांच करने और महिला यात्रियों की आने वाली शिकायतों को गंभीरता से लेकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

सतीश मिश्र ने कहा कि "रेल मंत्रालय यात्रियों विशेष कर महिला रेल यात्रियों को लेकर बेहद ही संवेदनशील है। स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को संवारने एवं बढ़ाने के लिए कई कार्य किया जा रहे हैं। आने वाले समय में इस दिशा में कई सुधार देखने को मिलेंगे। उन्होंने प्लेटफार्म सहित सर्कुलेटिंग एरिया का भी निरीक्षण किया। यात्रियों ने कुछ कमियों के बारे में अवगत कराया। जिस पर उन्होंने समस्याओं का निदान करने का भरोसा दिया।

उन्होंने रेल अधिकारियों कर्मचारियों को नसीहत देते हुए कहा कि आप सभी स्टेशन को अपना घर मानते हैं। इसलिए अंतरमन से यह विचार करें कि स्टेशन को और सुंदर कैसे किया जा सकता है। नई दिल्ली में मथुरा जाने वाली शटल ट्रेन की महिला बोगी का निरीक्षण करते हुए रेलवे पुलिस , जीआरपीएफ कर्मियों से कहा कि महिला कोच में किसी भी सूरत में कोई पुरुष यात्री ना चढ़ने पाए। इसके लिए स्टेशनों पर नियमित रूप से किसी भी शटल ट्रेन की महिला कोच की नियमित जांच की जाए। उन्होंने कहा कि पहले यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए।

उन्होंने महिलाओं से किसी भी मदद के लिए रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर संपर्क करने का सुझाव भी दिया। इस मौके पर निर्भया सेवा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्र नाथ तिवारी, राष्ट्रीय महासचिव रितेश मिश्रा, दिल्ली के प्रदेश के प्रत्यक्ष अनिल उपाध्याय, वेद प्रकाश द्विवेदी, सब इंस्पेक्टर श्रीकांत सुमित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

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