उत्तर प्रदेश: महिला नायब तहसीलदार मामले में साथी अफसर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

बस्ती मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी किया।
उत्तर प्रदेश: महिला नायब तहसीलदार मामले में साथी अफसर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में महिला नायब तहसीलदार मामले में मंगलवार (21 नवंबर) को आरोपी नायब तहसीलदार के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है। मामला तूल पकड़ता देख उच्चाधिकारियों ने नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को आज सस्पेंड कर दिया। जिसके बाद बस्ती मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी किया। इधर, प्रशानिक जांच कमेटी ने महिला अधिकारी के नायब तहसीलदार पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है। सोमवार देर शाम सौंपी रिपोर्ट में कमेटी ने पूरे प्रकरण में बलरामपुर उतरौला के व्यक्ति की भूमिका को संदिग्ध बताया है। मामले की गंभीरता से जांच करने की सिफारिश की है। डीएम ने रिपोर्ट शासन को भेज दी है।

काफी जद्दोजहद के बाद हुआ था केस दर्ज

इससे पहले, कोतवाली पुलिस पहले तो आरोपी नायब तहसीलदार के खिलाफ FIR दर्ज करने में हीलाहवाली कर रही थी। काफी जद्दोजहद के बाद केस दर्ज हुआ। दरअसल, बस्ती जिले में तैनात महिला पीसीएस सियासत हुई तेज तो प्रशासन की आई सफाई महिला अधिकारी से बदसलूकी मामले में अब प्रदेश की सियासत तेज हो गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार से गंभीर सवाल पूछे। अखिलेश के बयान आने के ठीक बाद बस्ती पुलिस ने बयान जारी किया। बयान में कहा कि, एक महिला ने हत्या का प्रयास सहित अन्य धाराओं में मुकदमा कोतवाली में दर्ज कराया था। महिला का बयान कलम बंद न्यायालय में कर दिया गया है।

अखिलेश का योगी सरकार से सवाल

इस मामले में एक तरफ जहां महिला अधिकारी का आरोप है कि पुलिस उनकी सुन नहीं रही। इसलिए उन्होंनेन्हों नेमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्या य की गुहार लगाई है। वहीं,हीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्री य अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले में सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंनेन्हों  ने पीड़ित महिला अधिकारी का वीडियो पोस्ट करते हुए योगी सरकार से सवाल पूछे। सपा नेता ने लिखा, ‘उप्र में जब एक पीसीएस महिला अधिकारी वीडियो के जरिये एक दूसरे अधिकारी के द्वारा उसके घर में घुसकर उसकी अस्मिता व जीवन के लिए ख़तरा बनने की बात कह रही हो लेकिन उसकी FIR तक लिखने में कई दिन लग गये हों तो भाजपा सरकार बताए कि ‘नारी शक्ति वंदन’ के ढोंगढों का नाटक वो क्यों कर रही है।’

अधिकारी ख़ुद ही जब असुरक्षित, तो...

सपा सुप्रीमो ने कहा, ‘ये एक बेहद गंभीर मामला है क्योंकिक्यों आम जनता के लिए प्रशासनिक अधिकारी ही सरकार का चेहरा होते हैं। अगर वो अधिकारी ख़ुद ही असुरक्षित और पीड़ित होंगेहों गे, तो जनता सरकार में रह कर विश्वास भी खो देगी। समाजवादी पार्टी समस्त निष्ठावान अधिकारियों के समर्थन में खड़े होकर, शीघ्रदंडात्मक-निर्णायक कार्रवाई की मांग करती है।’

पुलिस आई हरकत में

सपा के मुखिया अखिलेश यादव का बयान आने के बाद बस्ती पुलिस हरकत में आई। अपर पुलिस अधीक्षक बस्ती दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बयान देते हुए कहा कि, आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। अगर, आरोपी नहीं मिलते हैं तो कोर्ट से आदेश लेकर उनके घर की कुर्की की जाएगी।’

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