भोपाल। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला को शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए गए, जिससे महिला और उसका बेटा दोनों एचआईवी संक्रमित हो गए। मामला राजेंद्र नगर थाने में दर्ज किया गया है, जहां पीड़ित महिला ने शनिवार रात को इसकी शिकायत की। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक पीड़ित महिला, जो पहले से शादीशुदा है और अपने पति से अलग रह रही थी, उसने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि उसकी मुलाकात कुछ महीनों पहले बचपन की सहेली के भाई से हुई थी। दोनों के बीच फिर से बातचीत बढ़ने लगी और उसने महिला से शादी करने का वादा किया। आरोपित ने महिला से कहा कि वह अपनी पत्नी को तलाक देकर उससे शादी कर लेगा। इन वादों के चलते महिला ने उस पर विश्वास कर लिया और शारीरिक संबंध बनाने लगी।
कुछ समय बाद महिला और उसका 15 वर्षीय बेटा दोनों ही बीमार रहने लगे। जब दोनों ने अपनी जांच कराई, तो वह एचआईवी पॉजिटिव पाय गए। इसके बाद महिला ने आरोपी से इस बारे में बात की, तो उसने अपने एचआईवी पॉजिटिव होने की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।
महिला ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपित ने उससे करीब 18 लाख रुपये भी ऐंठ लिए। वह अक्सर महिला से पैसे लेकर अपने ऊपर खर्च करता रहा। महिला ने अपने साथ हुई इस धोखाधड़ी के बारे में पुलिस को बताया है। महिला की शिकायत के आधार पर, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ जानबूझकर एचआईवी फैलाने और धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया हैं, फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 270 के तहत, अगर कोई व्यक्ति जानबूझकर किसी घातक बीमारी को फैलाता है, तो उसे 2 साल तक की कैद या जुर्माना या दोनों की सजा हो सकती है। अगर एचआईवी जैसी गंभीर बीमारी को फैलाने का आरोप साबित होता है, तो सजा और भी कठोर हो सकती है।
HIV (Human Immunodeficiency Virus) एक वायरस है जो मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है। यह शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को कमजोर करता है, जिससे व्यक्ति को अन्य संक्रमण और बीमारियों का अधिक खतरा होता है।
एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करने के बाद, यह CD4 कोशिकाओं (जो प्रतिरक्षा प्रणाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं) को नुकसान पहुंचाता है और उनकी संख्या को घटाता है। जब CD4 कोशिकाओं की संख्या एक निश्चित सीमा से कम हो जाती है, तो व्यक्ति एड्स (Acquired Immunodeficiency Syndrome) का शिकार हो सकता है, जो HIV संक्रमण का अंतिम चरण है।
HIV संक्रमण के मुख्य कारण असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई का उपयोग, संक्रमित रक्त का आदान-प्रदान, और HIV पॉजिटिव मां से बच्चे को संक्रमण होना हैं। इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन उचित उपचार और दवाओं से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
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