
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के महानगर स्थित एक गैर सरकारी संस्थान में लखनऊ के इतिहास और संस्कृति को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई. इस कार्यक्रम में लखनऊ शहर को और अधिक विकसित करने के लिए बुद्धिजीवियों ने अपने अनुभव साझा किए।
इस आयोजन में "अरबनायसिंग लखनऊ" थीम पर वक्ताओं ने शहर के इतिहास, संस्कृति और विकास पर अपने मत रखे। इस कार्यक्रम का आयोजन अलीगंज स्थित गिरी इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेवलपमेंट स्टडीज में किया गया। कार्यक्रम की निमंत्रक टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज मुंबई की स्कॉलर सुकृति शुक्ला थी। सुकृति शुक्ला इस विषय पर पीएचडी कर रही हैं। उन्होंने इस विषय में किए शोध के विषय में जानकारी दी। वहीं इस कार्यक्रम में प्रोफेसर वीणा तलवार ओल्डेनबर्ग (यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयार्क) और प्रोफेसर कजरी जैन (यूनिवर्सिटी ऑफ़ टोरंटो) ने लखनऊ से जुड़ी शोध जानकारी साझा की।
आयोजन के पहले दिन प्रोफेसर वीणा ने अपने भाषण में लखनऊ के तीन महत्वपूर्ण घटनाओँ की जानकारी दी। वहीं इस कार्यक्रम में गिरी इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेवलपमेंट स्टडीज के डायरेक्टर प्रोफेसर प्रमोद कुमार ने लखनऊ और गिरी इंस्टिट्यूट के जुड़ाव को लेकर अपने अनुभव साझा किए। प्रोफेसर विभूति राय और और प्रोफेसर रितु गुलाटी ने लखनऊ के भूविज्ञान और वास्तुकला के विषय में अमूल्य जानकारी श्रोताओं को दी।
इस कार्यक्रम में लखनऊ निवासी यूटूबर हिस्टोरियन कुंवर रावत ने भी लखनऊ से जुड़े इतिहास के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
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