जोधपुर में आदिवासी भील चरवाहे की हत्या: सरकारी अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे परिजन, आरोपी की गिरफ्तारी की मांग

घटनास्थल की जांच करती पुलिस
घटनास्थल की जांच करती पुलिस

राजस्थान। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर से भील जाति के एक 58 वर्षीय चरवाहे रेवंतराम की हत्या का मामला सामने आया है। हत्यारा कौन है इसकी किसी को जानकारी नहीं है। बाप थाना पुलिस ने घटना को लेकर मृतक रेवंतराम के पुत्र नखताराम भील की रिपोर्ट पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।

उधर हत्यारोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मृतक के परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया है। लगभग 36 घण्टे से मृतक रेवंतराम भील का शव जोधपुर जिला मुख्यालय के मथुरा दास माथुर अस्पताल की मोर्चरी में रखा है। परिजनों के ग्रामीण मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हैं। 

पीछे से किया अचानक हमला, मृत समझ कर छोड़ भागा

मृतक रेवंतराम भील के पारिवारिक सदस्य ईश्वर सिंह भील ने द मूकनायक को बताया कि मृतक रिश्ते में उसका ताऊ लगता है। सामान्य दिनों की तरह एक मई सोमवार सुबह अपनी भेड़ बकरियों को चराने जंगल मे गया था। वह सिहाड़ - रायड़ा सड़क मार्ग मुख्य सड़क से लगभग पांच सौ मीटर दूर सुबह 9 से 10 बजे के बीच बाप पुलिस थाना क्षेत्र के सिहड़ा गांव के पास रोही में बकरियां चरा रहा था। पीछे से मोटरसाइकिल पर आए अज्ञात व्यक्ति ने रेवंतराम के सिर में बड़े से पत्थर से मारा। 

ईश्वर सिंह भील ने द मूकनायक से कहा कि मौत से पहले उसके ताऊ रेवंतराम ने परिजनों से घटना  के बारे में बताते हुए कहा था कि अचानक पीछे से हुए हमले के बाद उसने मुड़ कर देखा तो बाइक पर सवार बदमाश ने लोहे की रोड़ जैसे हथियार से सर में चोट मारी। इससे वह नीचे गिर गया। आरोपी ने नीचे पड़े हुए पर ताबड़तोड़ हमला किया। इसके बाद छाती पर बैठ कर गला दबाया। मृत समझ कर आरोपी मोटरसाइकिल लेकर भाग गया। 

एक किलोमीटर घायल अवस्था में दौड़ कर मांगी रिश्तेदार से मदद

ईश्वर सिंह ने कहा कि हमले के बाद ताऊ रेवंतराम के शरीर से खून बह रहा था। गम्भीर घायल होने के बावजूद वह चिल्लाता हुआ मदद के लिए करीब एक किलोमीटर दूरी तक दौड़ा। बड़ी मुश्किल से वह नलकूप पर काम कर रहे रिश्तेदार के पास पहुंचा। रिश्तेदार की सूचना पर अन्य परिवार जन घटना स्थल पहुंचे। यहां से चार पाई पर रख कर रेवंतराम को मुख्य सड़क तक लाये। यहां से वाहन की मदद से फलौदी के सरकारी अस्पताल लेकर गए। स्थिति नाजुक होने पर जोधपुर के लिए रेफर किया गया। 

ईश्वर सिंह कहते हैं कि रेवंतराम को जोधपुर के मथुरा दास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां रात भर चले उपचार के बाद मंगलवार सुबह मौत हो गई। मौत की खबर सुनते ही गांव से दर्जनों ग्रामीण जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल पहुंच गए। परिजनों के साथ ग्रामीण ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 36 घण्टे से अधिक समय से धरना चल रहा है। पुलिस समझाइश कर रही है, लेकिन परिजन पहले आरोपी की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं। 

बचपन से बकरी चराता था रेवंतराम

ग्रामीणों की माने तो रेवंतराम पुत्र अलसिराम भील 8 साल की उम्र से ही गांव में बकरी चराता था। वह गांव के अन्य लोगों की बकरी भी चराने के लिए ले जाता था। इससे मिलने वाली मजदूरी से परिवार की आजीविका चल रही थी। 

ग्रामीण कहते हैं कि घटना वाले दिन उसके पास 80 भेड़ बकरियां थी। हमले के बाद एक दर्जन से अधिक बकरियां गायब हो गई। हालांकि बाप थाना पुलिस ने बकरी गायब होने की बात से साफ इनकार किया है। रेवंतराम मिलनसार व्यक्ति था। गांव किसी से अनबन भी नहीं थी।

एसपी ने देखा घटना स्थल, एफएसएल ने जुटाए साक्ष्य

रेवंतराम भील पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा हमला कर हत्या मामले को पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने भी गम्भीरता से लिया है। घटना के बाद एसपी सिंह फलौदी से कार्यवाहक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाशदान, पुलिस उपाधीक्षक रामकरण सिंह मलिंडा, बाप पुलिस जाब्ते व एफएसएल टीम के साथ घटना स्थल पहुंचे। जहां मौका मुआयना कर साक्ष्य जुटाए। परिजनों व ग्रामीणों से बात कर घटना की जानकारी ली। डॉग डक्वॉयड टीम ने भी घटना स्थल पर साक्ष्य जुटाने का प्रयास किया।

आरोपी को गिरफ्तारी के बाद उठाएंगे शव

रेवंतराम भील के रिश्तेदार ईश्वर सिंह भील ने द मूकनायक से कहा कि हमारी कोई मांग नहीं है। पुलिस रेवंतराम को मारने वाले को गिरफ्तार करे। हम सभी शव लेकर चले जायेंगे। जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं होगा। हम मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे रहेंगे। 

बाप पुलिस थानाधिकारी समरवीर सिंह रेवंतराम हत्याकांड की जांच कर रहे हैं। घटना को लेकर द मूकनायक ने जांच अधिकारी सिंह से बात की। सिंह ने कहा घटना स्थल पर मिले साक्ष्यों से तथा परिजनों से मिली जानकारी से प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि रेवंतराम पर पत्थर व अन्य रोड़ या डंडे जैसे हथियार से हमला किया गया है। इलाज के दौरान जोधपुर के मथुरा दास माथुर अस्पताल में मौत हुई है।

एसएचओ सिंह ने कहा कि शव मोर्चरी में रखा है, लेकिन परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी नहीं है। उन्होंने कहा परिजन पहले आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। हम समझाइश कर रहे हैं। 

एसएचओ ने कहा ब्लाइंड मर्डर है। परिजनों के अनुसार बाइक सवार व्यक्ति द्वारा हमला करना बताया गया है। ऐसे में सभी एंगल से जांच कर रहे हैं। जांच में तकनीकी मदद भी लेंगे। एसएचओ ने कहा कि बकरी चोरी होने की बात हमारे सामने नहीं आई है। हत्या की धाराओं में मामला दर्ज है।

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