गुवाहाटी: हाइनीवट्रेप यूथ काउंसिल (HYC) ने लमडिएंगजरी पुलिस से एस्ट्रोलॉजर सुशील गुरु और यूट्यूबर राघव शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। HYC का आरोप है कि इन दोनों ने एक यूट्यूब वीडियो में मेघालय के जनजातीय समुदायों को लेकर आपत्तिजनक और भ्रामक बयान दिए हैं।
नार्थ ईस्ट नाव की रिपोर्ट के अनुसार, यह शिकायत यूट्यूब चैनल @Supertalks पर अपलोड किए गए एक वीडियो को लेकर की गई है, जिसमें कथित तौर पर सुशील गुरु ने यह दावा किया कि मेघालय में रहने वाले जनजातीय लोग आज भी मानव बलि और नरभक्षण जैसे अमानवीय कृत्य करते हैं।
HYC की ओर से यह शिकायत एडवोकेट और संगठन के शिक्षा सचिव एनलांग सावियन ने पुलिस को सौंपी। उन्होंने इन बयानों को तथ्यों से परे, अपमानजनक और राज्य के आदिवासी समुदायों की छवि को धूमिल करने वाला करार दिया।
सावियन ने कहा कि यह बयान जनजातीय समुदायों की सांस्कृतिक पहचान को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं और इससे सांप्रदायिक तनाव या सामाजिक सौहार्द बिगड़ सकता है।
शिकायत में भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 196 का भी हवाला दिया गया है, जो धर्म, नस्ल या भाषा के आधार पर समूहों के बीच वैमनस्य फैलाने वाले कृत्यों को दंडनीय बनाता है। सावियन ने कहा कि यह वीडियो और संबंधित लेख जनजातीय लोगों को अमानवीय और सामान्यीकृत रूप में चित्रित करते हैं, जो एक तरह से सुनियोजित भ्रामक प्रचार है।
HYC ने पुलिस से अपील की है कि ऐसे संवेदनशील और दुर्बल समुदायों के खिलाफ फैलाई जा रही इन खतरनाक धारणाओं को रोकने के लिए आरोपियों पर त्वरित और सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
फिलहाल, लमडिएंगजरी पुलिस की ओर से इस शिकायत पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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