दिल्ली: 10 साल की छात्रा के साथ गैंगरेप, चपरासी गिरफ्तार

देश की राजधानी दिल्ली में महिलाओं और बालिकाओं के विरुद्ध अत्याचारों का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। एक और शर्मनाक घटना दिल्ली में रिपोर्ट हुई है जिससे मानवता शर्मसार हो गयी है।
सतना में फिर आदिवासी महिला को बंधक बनाकर गैंगरेप / सांकेतिक तस्वीर
सतना में फिर आदिवासी महिला को बंधक बनाकर गैंगरेप / सांकेतिक तस्वीर

दिल्ली नगर निगम (MCD) के एक प्राइमरी स्कूल में एक चपरासी और उसके साथियों ने 10 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप को अंजाम दिया है. इससे भी ज्यादा शर्मसार करने वाली बात यह है कि स्कूल मैनेजमेंट ने इस जघन्य अपराध की जानकारी पुलिस को घटना के 8 दिन बाद दी. पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। एमसीडी ने इतनी बड़ी घटना में महज चपरासी को सस्पेंड करते हुए प्रिंसिपल और क्लास टीचर को घटना पर कारण बताओ नोटिस जारी कर अपनी जिम्मेदारी पूरी की। 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईस्ट जिले की डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया 22 मार्च को घड़ोली स्थित एमसीडी स्कूल की प्रिंसिपल एक अन्य टीचर के साथ इस मामले की शिकायत करने थाने पहुंचीं थी. टीचर्स ने पुलिस को बताया कि उनके स्कूल में पढ़ने वाली 10 साल की छात्रा के साथ 14 मार्च को सेक्सुअल असॉल्ट हुआ है. पीड़ित बच्ची के स्कूल नहीं आने पर टीचर ने उसके भाई से संपर्क किया था, फाइनल एग्जाम में बच्ची के स्कूल नहीं आने की वजह पूछी गई. इस पर पीड़िता के भाई ने बताया कि स्कूल के चपरासी ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर उसकी बहन के साथ गैंगरेप किया है.

8 दिन बाद हुआ मामला दर्ज 

10 वर्षीय छात्रा के साथ हुए गैंगरेप की ये पूरी वारदात 14 मार्च की है जबकि नगर निगम स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षकों ने पुलिस को स्कूल की एक छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म होने की सूचना 22 मार्च को दी। स्कूल के प्रिंसिपल ने पुलिस को बताया कि उसके स्कूल की छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न हुआ है. शिक्षकों ने बताया कि छात्रा जब परीक्षा में अनुपस्थित रही तो उन्होंने पीड़िता के भाई को फ़ोन मिलाया. इसके बाद पीड़िता के भाई ने शिक्षकों को बताया कि उनके स्कूल के चपरासी ने उसकी बहन के साथ यौन उत्पीड़न किया है.

स्कूल की प्रिंसिपल ने करवाई शिकायत दर्ज 

आरोपी अजय एमसीडी द्वारा संचालित स्कूल में पिछले 10 साल से चपरासी के तौर पर काम कर रहा है. पुलिस के मुताबिक, बुधवार को एक स्कूल के प्रिंसिपल ने साथी शिक्षकों के साथ मिलकर अपनी एक छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज कराई. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया कि शिकायत में कहा गया है कि आरोपी उसे स्कूल से एक अज्ञात स्थान पर ले गया. फिर छात्रा को कुछ नशीला पदार्थ पिलाया और अपने साथियों के साथ मिलकर उसके साथ बलात्कार किया.

सतना में फिर आदिवासी महिला को बंधक बनाकर गैंगरेप / सांकेतिक तस्वीर
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पुलिस के मुताबिक, बच्ची ने बताया कि चपरासी अजय और उसके दोस्तों ने पहले उसके निजी अंगों से छेड़छाड़ किया और बाद में गैंगरेप किया। थाना गाजीपुर पुलिस ने IPC की उचित धाराओं के साथ ही पोक्सो एक्ट की 6 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. अजय के खिलाफ गाज़ीपुर थाने मे धारा 363 (अपहरण), 328, 376डी (सामूहिक बलात्कार), 506(आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

एमसीडी ने दिया प्रिंसिपल को नोटिस

मीडिया रिपोर्ट में दिल्ली नगर निगम ने इस मामले में स्कूल अटेंडेंट को निलंबित कर दिया है. साथ ही पूरी घटना के लिए प्राइमरी स्कूल के प्रिंसिपल और बच्ची की क्लास टीचर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. उनसे पूछा गया है कि स्कूल में ऐसी जघन्य घटना कैसे हुई और पुलिस को इतने दिन बाद जानकारी क्यों दी गई.

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पुलिस के मुताबिक आरोपी अजय की उम्र 54 साल है. वह उत्तर प्रदेश के जौनपुर का रहने वाला है. अजय पिछले 10 साल से एमसीडी स्कूल में चपरासी का काम कर रहा था. पुलिस उसके बाकी साथियों की तलाश जारी है. छात्रा को एलबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया.अस्पताल में 10 साल की मासूम की मेडीकल जांच और काउंसलिंग कराई गई। द मूकनायक ने गाजीपुर पुलिस थाने में अधिकारी से संपर्क किया लेकिन उन्होंने बात करने में असमर्थता जाहिर की। 

बच्चे स्कूल में सुरक्षित नहीं तो फिर कहां - स्वाति मालीवाल

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी ट्वीट कर इस मु्ददे को उठाया है. उन्होंने इस मामले पर दिल्ली पुलिस और MCD को नोटिस जारी करने की बात कही है. साथ ही सख्त एक्शन की मांग की है. स्वाति ने कहा कि बच्चे अगर स्कूल में भी सुरक्षित नहीं हैं तो फिर कहां हैं?

एक घंटे में तीन मामले

देश की राजधानी दिल्ली में भी महिलाएं बिल्कुल सुरक्षित नहीं हैं. महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों की गवाही खुद दिल्ली पुलिस के आंकड़े दे रहे हैं. पिछले 5-6 सालों से दिल्ली में हर घंटे तकरीबन तीन महिलाओं के साथ बलात्कार, छेड़छाड़, लूटपाट, फब्ती कसना और किडनैपिंग समेत कई अन्य तरह के अपराध हो रहे हैं. महिला सुरक्षा को अपनी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर रखने वाली दिल्ली पुलिस के तमाम प्रयासों के बाद भी यह आंकड़ा चौंका रहा है.

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दिल्ली पुलिस की आंकड़ों की मानें तो राजधानी में पिछले साल तकरीबन 6 महिलाओं के साथ हर रोज बलात्कार की घटनाएं हुईं. 2021 की तुलना में 2022 में दुष्कर्म की घटनाओं में मामूली बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. हालांकि, इस दौरान कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाए गए हैं. जैसे- महिलाओं के सुरक्षा के लिए थाना स्तर पर महिला सुरक्षा समिति बनाई गई है. प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क बनी है, जहां सिर्फ महिलाओं की शिकायत सुनी जाती है.

हाल के वर्षों में राजधानी में महिला अपराध में कुछ खास कमी नहीं आई है. दिल्ली पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि साल 2022 में महिलाओं के साथ लूटपाट, छेड़छाड़, झपटमारी, फब्ती कसना जैसे मामलों में मामूली कमी आई है, लेकिन दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ गई हैं. साल 2021 में जहां दुष्कर्म की 2076 घटनाएं हुईं थीं, वहीं साल 2022 में दुष्कर्म के 2084 मामले दर्ज हुए हैं.यह वह मामले हैं जो दर्ज हुए हैं. इसमें से कितने मामले तो दर्ज भी नहीं होते हैं अगर यह मामले दर्ज हुए तो सोचिए यह आंकड़ा कितना बदल सकता है.

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