बहुजन युवा चाहे तो 'तख्तोताज' बदल सकता है— चंद्रशेखर आजाद

राजस्थान के गंगापुर सिटी में सामाजिक न्याय सम्मेलन आयोजित, बड़ी संख्या में समाजजन ने की कार्यक्रम में शिरकत
चंद्रशेखर आजाद कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए
चंद्रशेखर आजाद कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए

जयपुर। राजस्थान के गंगापुर सिटी में सोमवार को आजाद समाज पार्टी व भीम आर्मी के संयुक्त तत्वाधान में सम्भाग स्तरीय सामाजिक न्याय सम्मेलन आयोजित हुआ, इसमें बड़ी संख्या में बहुजन समाज के लोग शामिल हुए।

शहर के उदई मोड़ स्थित फल-सब्जी मंडी परिसर में हुए सम्मेलन में मुख्य वक्ता आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट चन्द्रशेखर आजाद थे। उन्होंने सामाजिक चेतना के साथ ही युवा वर्ग में राजनीतिक जागृति का संचार किया। इस अवसर पर आजाद ने कहा कि वायु और युवा को कभी कोई कैद नहीं कर पाया। बहुजन युवा को अपनी ताकत को पहचानने की जरूरत है। आप चाहो तो किसी का भी तख्तोताज बदल सकता है।

आजाद ने आगे कहा कि फिर तुम्हें तो संविधान में बाबा साहब ने वोट का अधिकार दिया है। यहां मांगने से कुछ नहीं मिलेगा। तुम किसी और को वोट देकर सीएम पद मांगोगे तो कोई नहीं देगा। तुम्हें अपनों को अपना वोट देकर सत्ता का रुख पलटना होगा। आज नौजवानों के कंधों पर समाज को तराशने की जिम्मेदारी है। समाज को सम्मान व स्वाभिमान से जिलाने की जिम्मेदारी है।

आजाद हमारा भाई है

आजाद ने कहा कि लोग आपसे पूछते हैं। यह उत्तर प्रदेश का आजाद राजस्थान में क्यों आता है। उनसे कहना कि वो नेता नहीं हमारा भाई है, बेटा है। हमारे दुख दर्द में शामिल होने आता है।

संविधान लागू हुआ तब मिली बहुजनों को आजादी

आजाद ने कहा कि 14 अगस्त 1947 में भारत गुलाम था, 15 अगस्त को आजाद हुआ। आजाद भारत में बहुजनों को आजादी नहीं मिली थी। समाज आजादी से पहले से गरीब था बाद में भी गरीब था। आजादी से पहले भी और बाद में भी बहुजन असमानता का शिकार था। मन्दिर में जाने का अधिकार न आजादी से पहले था न बाद में। बहुजनों को व्यापार की आजादी नहीं थी। हमें आजादी मिली 26 जनवरी 1950 को, जब बाबा साहब का संविधान लागू हुआ। संविधान के बाद हमें आजादी से घूमने का अधिकार मिला। व्यापार करने, पैसे कमाने का भी अधिकार मिला। संविधान ने हमें भी बोतलबंद पानी पीने का अधिकार दिया है। इससे पहले बाबा साहब ने हमें तालाब से पानी पीने के अधिकार की लड़ाई लड़ी थी।

इन्हें न्याय क्यों नहीं

आजाद ने कहा कि हर जगह हम नारा देते है, कि न्याय हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है, लेकिन में नहीं मानता। यदि न्याय हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है तो इंद्र मेघवाल को न्याय क्यों नहीं मिला, जितेंद्र मेघवाल को न्याय क्यों नहीं मिला। ओमप्रकाश रैगर ने क्यों सुसाइड किया। उसने पत्र लिखा की चन्द्रशेखर आजाद न्याय दिलाएगा। इसलिए मुझे राजस्थान आना पड़ा।

रोटी, कपड़ा और मकान संवैधानिक अधिकार

आजाद ने कहा कि भारत का संविधान अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को रोटी, कपड़ा, मकान की गारंटी देता है। यह आप से झूठ बोलते है कि हम दे रहे हैं। हाल यह है कि अमीरों के कुत्ते ऐसी में सोते है। मेरे लोगों के तन पर कपड़े नहीं है। संविधान सबको बराबरी का अधिकार देता है तो जमीन पर भी बराबरी का अधिकार मिले। इन्हीं अधिकारों को लेकर हमारी लड़ाई है।

आजाद ने मीडिया से कहा कि यदि आप में लिखने की क्षमता है तो सरकार से पूछे कि पृथ्वीराज बैरवा का आरएस में चयन होने के बाद भी नियुक्ति क्यों नहीं दी गई। उसकी गलती क्या है। क्या दलित होना गुनाह है या फिर सवाल करना गुनाह है। सरकार को जवाब देना चाहिए।

इससे पूर्व आजाद समाज पार्टी के विशाल भंडारी भरतपुर ने कहा कि बाबा साहब ने जो चेतना जगाई थी। अब चन्द्रशेखर आजाद इसे आगे बढ़ा रहे हैं। राजनीतिक, सामाजिक व शैक्षणिक चेतना जरूरी है। आजाद बहुजनों को जागृत कर रहे हैं।

भंडारी ने कहा कि धर्म की बेड़ियों से अलग होंगे तब सोचने की ताकत आएगी। शिक्षित बनो। केवल वोट के लिए नहीं, बल्कि हम यहां व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं। राजनीतिक, धार्मिक सामाजिक व्यवस्था हमारे अनुकूल करने की ताकत हमें पैदा करनी होगा।

पूर्व प्रदेशाध्यक्ष भीम आर्मी सुमित सहगल ने कहा कि प्रशासन से कहते हूं कि इस तरह राजनीति से प्रेरित होकर काम नहीं करें। यह सामाजिक कार्यक्रम है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड के इतर इन्द्र मेघवाल, जितेंद्र मेघवाल, कार्तिक भील, आदिवासी नाबालिग बलात्कार पीड़िता, दलित बलात्कार पीड़िता, नासिर- जुनैद के परिजनों के प्रति सरकार की अलग-अलग न्यायिक व्यवस्था क्यों है। हमें इस दोहरी न्याय व्यवस्था को बदल कर समानता का अधिकार लाना होगा।

सभा को प्रदेश उपाध्यक्ष आजाद समाज पार्टी शोएब खान, सिंगर लोकेश खोलिया, प्रदेश सचिव आजाद समाज पार्टी रामसिंह इन्दोलिया, कैप्टन मुकेश वाल्मीकि, भीम आर्मी स्टूडेंट फेडरेशन प्रदेश अध्यक्ष सुनील भिंडा, हाथरस से आई एकता बिंदु, आजाद समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव मुकेश बैरवा, भीम आर्मी मुख्य प्रदेश प्रभारी अनिल धेनवल, अमरचंद दरसोलिया अनुशासन समिति सदस्य आजाद समाज पार्टी व सत्यपाल चौधरी ने भी विचार रखे।

चंद्रशेखर आजाद कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए
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