
राजस्थान: अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर भरतपुर के नदबई में बाबा साहेब की प्रतिमा अनावरण को लेकर बवाल हो गया। नदबई के बोलारा चौराहे पर 14 अप्रैल को बाबा साहेब की प्रतिमा अनावरण का कार्यक्रम पहले से तय है। ऐसे में गत दिवस नदबई के बोलारा चौराहे पर डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा लगाने का विरोध करते हुए कुछ लोगों ने नदबई-डहरा मार्ग पर जाम लगा दिया। विरोध में सड़क पर उतरा गुट विशेष और इनके समर्थक बोलारा चोराहे पर बाबा साहेब की जगह राजा सूरजमल की प्रतिमा लगाने की मांग करने लगे। हालांकि, विरोध के बाद अनावरण का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है।
जैसे-जैसे अंधेरा बढ़ता गया विरोध करने वालों की तादाद भी बढ़ती गई। इस दौरान सड़क पर आग लगा कर विरोध तेज किया गया। स्थानीय पुलिस विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगो से सड़क से हटने के लिए समझाइश करती रही। समझाइश के दौरान अचानक रात के अंधेरे में भीड़ ने पुलिस कर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया। बचाव में पुलिस कर्मियों ने हल्का बल प्रयोग किया। भीड़ की तरफ से अंधेरे का फायदा उठाकर चारो तरफ से पत्थर बाजी शुरू की तो बचाव में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दाग कर भीड़ को तितर बितर किया।
उधर, मामले की गम्भीरता को देखते हुए भरतपुर कलक्टर आलोक रंजन व जिला पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह भी रात को ही नदबई पहुंच गए। जहां जिले के दोनों आला अधिकारियों ने मोर्चा संभाल कर स्थिति की नियंत्रण में करने का प्रयास किया। फिलहाल क्षेत्र ने तनावपूर्ण शांति है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
क्या है मामला ?
पुलिस के अनुसार 14 अप्रैल को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर नदबई के बोलारा चौराहे पर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति के अनावरण का कार्यक्रम निर्धारित था।
अंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर पहले से क्षेत्र के कुछ लोगों में नाराजगी थी। नाराजगी के साथ ही यह लोग बाबा साहेब की जगह उक्त चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने की मांग उठा रहे थे।
बाबा साहेब की मूर्ति अनावरण का कार्यक्रम तय होने के बाद विरोध बढ़कर सड़क तक पहुंच गया। भीड़ ने नदबई-डहरा सड़क मार्ग पर आगजनी कर जाम लगा दिया। जैसे जैसे अंधेरा बढा तो भीड़ भी बढ़ती चली गई। समझाइश की तो उपद्रवियो की भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
बाबा साहेब की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम को लेकर हुए विरोध को अब राजनीतिक षड़यन्त्र के रूप में भी देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर भी इस घटनाक्रम की खासी चर्चा के साथ निंदा हो रही है। लोग कथित तौर पर एक राजनेता का नाम लेकर भी पूरे घटनाक्रम को जोड़ रहे हैं। पुलिस भी इस घटनाक्रम को लेकर कुछ भी बोलने से बच रही है।
तनावपूर्ण शांति के बीच एक पक्ष अभी भी उक्त चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने की मांग पर अड़ा है। जबकि डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति अनावरण का कार्यक्रम पहले से ही 14 अप्रैल को प्रस्तावित है।
घटना से पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये प्रतिमा अनावरण की दी थी जानकारी, तो फिर विवाद क्यों ?
यहां बाबा साहेब की प्रतिमा अनावरण को लेकर पहले से विरोध के स्वर उठने लगे थे। ऐसे में इस पूरे मामले को लेकर के कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह और नदबई विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने संभागीय आयुक्त सभागार में साझा प्रेस वार्ता भी की थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस माध्यम से पूरे मामले का पटाक्षेप करते हुए स्पष्ट किया था कि निर्धारित कार्यक्रम के तहत 14 अप्रैल को बाबा साहेब की प्रतिमा का अनावरण होगा। इसके बावजूद बाबा साहेब की प्रतिमा के विरोध में सड़कों पर उवद्र्व को लेकर अब लोग सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ?
लोगों की भावनाओ को ध्यान में रखते पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा था कि 14 अप्रैल को बाबा साहेब की प्रतिमा अनावरण के साथ ही नदबई के एनएच 21 डहरा मोड़ पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति का भूमि पूजन होगा। यहां पर्यटन मन्त्री ने 30 अप्रैल को ही महाराजा सूरजमल की प्रतिमा अनावरण की डैडलाइन देकर विरोधियों को शांत करने का काम किया।
इसी तरह 22 अप्रैल को भगवान परशुराम की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा का अनावरण करने की भी घोषणा की गई थी।
इधर भरतपुर जिला पुलिस ने ट्वीटर पर मामले की जानकारी देते हुए शांति और सौहार्द बनाए रखनेकी अपील की है। पुलिस ने आमजन से अपील में कहा कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों को चिन्हित कर गिरफ्तारी की जा रही है।
अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर ग्रामीण-प्रशासन आमने सामने
इधर सवाईमाधोपुर जिले के वजीरपुर उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत बडौली के खेड़ला मोड्र के पास ग्रामीणों ने बुधवार सुबह सार्वजनिक सरकारी भूमि पर भूमि डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापति कर दी। अचानक बाबा साहेब की प्रतिमा स्थापित होने की सूचना पर एसडीएम जवाहरलाल जैन और तहसीलदार प्रवीण कुमार मौके पर जा पहुंचे।
अधिकारियों ने प्रतिमा स्थापित करने की अनुमति मांगी, लेकिन ग्रामीणों के पास प्रतिमा स्थापित करने की कोई अनुमति नहीं थी। इस पर प्रशासन ने बगैर अनुमति डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा लगाने पर कार्रवाई करने की बात कही। इस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए।
इस पर ग्रामीणों का कहना था कि खेडला बस्ती की सार्वजनिक जमीन पर भविष्य में अंबेडकर पार्क बनाना प्रस्तावित है। इस क्षेत्र में जमीनों की कीमत बढ़ने से भू-माफियाओं के द्वारा उक्त स्थान पर अवैध तरीके से पत्थर डालकर कब्जा करने की फिराक में थे। इस पर खेड़ला गांव के ग्रामीण एकत्रित हुए और ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से यहां प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया है। जबकि अधिकारी बिना अनुमति के लगी प्रतिमा हटाने की बात कहते रहे। ऐसे में एक बार ग्रामीण व प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बन गई। बात बिगड़ती देख गंगापुर सिटी से अतिरिक्त जिला कलेक्टर नवरत्न कोली ने मौके पर पहुंच कर प्रतिमा हटाने की ग्रामीणों से समझाइश की लेकिन बात नहीं बनी। ग्रामीण आखिर तक जिद पर अड़े रहे।
विधायक रामकेश मीणा भी पहुंचे
क्षेत्र में स्थिति बिगड़ती देख बुधवार देर शाम को गंगापुर सिटी विधायक रामकेश मीणा भी मौके पर पहुंचे। यहां पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेने के बादबविधायक ने कहा कि यह जगह सार्वजनिक है। उन्होंने कहा कि पूर्व में 2008 से 2013 तक अपने विधायक कार्यकाल में उन्होंने इस जगह को बाबा साहब और गांधी जी की प्रतिमा लगाने के लिए निर्धारित कर रखा है।
विधायक ने अधिकारियों को कहा कि जब यहां लोग अतिक्रमण कर रहे थे तब चुप थे। अतिक्रमण रोकने के लिए ग्रामीणों ने पहले से अम्बेडकर पार्क के लिए आरक्षित स्थान पर बाबा साहेब की प्रतिमा लगाई तो सब यहां पहुंच गए। विधायक ने कहा कि यहां ग्रामीणों की मंशा गलत नहीं है। इन्होंने केवल अतिक्रमण रोकने के लिए यह कदम उठाया है। विधायक ने यहां अम्बेडकर पार्क निर्माण के लिए 10 लाख रुपये की घोषणा भी करदी।
यह बोले विधायक रामकेश मीना
वजीरपुर उपखण्ड(खेड़ला मोड़) पर बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा लगाने पर ग्रामीणों व पुलिस- प्रशासन के बीच विवाद उत्पन्न हो गया था। स्वयं मौके पर पहुंच कर, ग्रामीणों व अधिकारियों से पूरी जानकारी ली। मौके से ही संभागीय आयुक्त व जिला कलेक्टर से बात कर जल्द ही अम्बेडकर पार्क के लिए जमीन आवंटन करने की मांग की। उन्होंने कहा कि पार्क में बाबा साहेब के साथ महात्मा गांधी जी और बिरसा मुंडा की मूर्ति स्थापित की जाएगी।
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