जयपुर। राजस्थान के धौलपुर जिले में दलित सहायक अभियंता पर प्राणघातक हमले के आरोपी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को भाजपा में शामिल करने के बाद प्रदेश का दलित समाज मुखर हो गया है। मलिंगा को भाजपा में शामिल कर प्रत्याशी बनाए जाने के बाद आक्रोषित दलित समाज ने अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खुला पत्र लिख कर पूछा है कि दलितों पर अत्याचार करने वालों को उनके यहां पुरुस्कृत किया जाएगा? इनाम दिया जाएगा? कांग्रेस से नकारे गए विधायक मलिंगा को भाजपा में शामिल कर तत्काल टिकट देना, दलितों पर अत्याचार का इनाम है? भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनावी सभाओं में इस पर अपना स्पष्टीकरण देना चाहिए।
आपको बता दें कि वाल्मिकी समाज से आने वाले दलित सहायक अभियंता हर्षाधिपति धौलपुर जिले के बाड़ी में विद्युत निगम के सहायक अभियंता पद पर कार्यरत थे। 28 मार्च 2022 को बाड़ी से कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने अपने साथियों के साथ मिलकर निगम के कार्यालय में प्रवेश कर दलित सहायक अभियंता पर प्राणघातक हमला किया था। बेरहमी से किए गए हमले में सहायक अभियंता के शरीर की हड्डियां टूटी थीं। इस मामले में प्रदेश में राजनैतिक तूल भी पकड़ा था। भारतीय जनता पार्टी ने भी दलित प्रेम जताते हुए अस्पताल में भर्ती दलित सहायक अभियंता से मुलाकात कर हमले के आरोपी विधायक की गिरफ्तारी की मांग की थी। इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हस्तक्षेप के बाद विधायक की गिरफ्तारी भी हुई थी। बाद में जमानत पर रिहा हुआ। दलित सहायक अभियंता पर हमले के आरोपी विधायक को टिकट नहीं देने की मांग को लेकर प्रदेश के दलित संगठनों ने अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों को सामूहिक पत्र लिखा था। इसके बाद कांग्रेस ने दलितों पर अत्याचार के आरोपी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को बाहर का रास्ता दिखा दिया, लेकिन भाजपा ने दलित समुदाय की भावनाओं को नजरअंदाज कर दलित अत्याचार के आरोपी मलिंगा को पार्टी में शामिल कर प्रत्याशी भी बना दिया। भाजपा के इस कदम से नाराज दलित समुदाय ने पार्टी प्रमुख रेपी नड्डा व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जवाब मांगा है।
नड्डा जी, मोदी जी, क्या यही है भाजपा का दलित-वाल्मिकी प्रेम?
हम राजस्थान के दलित संगठन आप दोनों के संज्ञान में कुछ बातें लाना चाहते हैं। हालांकि आपको जानकारी होगी ही कि राजस्थान में बढ़ते दलित अत्याचार के मामलों में एक क्रूर हमला धौलपुर जिले के बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और उनके साथियों द्वारा किया गया था, जिसमें दलित इंजीनियर हर्षाधिपति वाल्मीकि के शरीर की हड्डियां तोड़ दी गईं, उन्हें मरणासन्न स्थिति में अस्पताल पहुंचाया गया, हत्या के प्रयास के इस मामले में घायल हुए हर्षाधिपति वाल्मीकि 605 दिन बाद आज भी खड़े होने की स्थिति में नहीं है और वे सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में आज भी बेड पर हैं।
गंभीर रूप से घायल हर्षाधिपति वाल्मीकि से भाजपा के नेता एसएमएस अस्पताल के आइसीयू जाकर मिले, इनमें नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, प्रदेश प्रवक्ता हिमांशु शर्मा और भाजपा नेता लक्ष्मी कान्त भारद्वाज ने सार्वजनिक रूप से विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा द्वारा दलित इंजीनियर पर हमले की कड़ी निंदा की और अपने-अपने सोशल मीडिया पर लिखित और मौखिक बयान भी दिए, जो अभी भी मौजूद है। नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा था कि "आज एसएमएस अस्पताल पहुंचकर बाड़ी से कांग्रेस विधायक की बर्बरता व गुंडागर्दी के शिकार हुए एइएन हर्षाधिपति वाल्मीकि की कुशलक्षेम पूछी और डाक्टरों से स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली, यह तस्वीरें कांग्रेस शासन के जंगलराज को स्वत: ही बयां कर रही है।"
इधर, दलित समाज की मांग के मद्देनजर तीन बार के विधायक गिर्राज मलिंगा को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया, लेकिन अफ़सोस के साथ कहना पड़ रहा है कि जिसे भारतीय जनता पार्टी ने जंगलराज कहा, उस जंगलराज को लाने वाले कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को ही गले लगा लिया। भाजपा ने न केवल उन्हें पार्टी में शामिल किया बल्कि टिकट दे कर विधायक प्रत्याशी बनाया है। हम स्तब्ध है कि दलित अत्याचार के आरोपी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह ने धूमधाम से खूब ख़ुशी से भाजपा में शामिल किया तथा इस अवसर पर सार्वजनिक मंच पर मिठाइयां बांटी गईं और मलिंगा को लड्डू खिलाकर स्वागत किया गया।
हर्षाधिपति के मामले में आपकी पार्टी का यह स्टैंड देख कर हमें बहुत धक्का लगा है, हमें विश्वास ही नहीं हो पा रहा है कि क्या एक जिम्मेदार राजनीतिक दल का ऐसा दोहरा चरित्र भी हो सकता है? समाज के सबसे वंचित वर्ग के पीड़ित व्यक्ति के साथ आपके दल की इतनी नफरत अविश्वसनीय है। आप मन की बात करते हैं और मंचों पर विभिन्न मुद्दों पर बेबाकी से पूरी बात कहते हैं, क्या आप राजस्थान में अपनी जन सभाओं में हर्षाधिपति वाल्मीकि पर जानलेवा हमले के आरोपी गिर्राज सिंह मलिंगा के बारे में मंच से बात करेंगे ?क्या भाजपा अपनी इस गलती का सुधार करेगी? क्या आप दोनों अपने अत्यंत व्यस्त समय में से कुछ वक्त निकाल कर सवाई मानसिंह हॉस्पिटल अस्पताल में जाकर हर्षाधिपति वाल्मीकि से मिल कर उसे न्याय का भरोसा दिलाएंगे, क्या भाजपा सार्वजनिक मंच से मलिंगा द्वारा किये गए अत्याचार पर बोलेगी?
अनुसूचित जाति अधिकार अभियान राजस्थान, दलित सिविल सोसायटी राजस्थान, दलित आदिवासी घुमंतू अधिकार अभियान राजस्थान, अम्बेडकर बुद्दिस्ट फोरम, राजस्थान दलित अधिकार मंच से जुड़े पदाधिकारियों ने भाजपा के दलित प्रेम को लेकर सवाल पूछा है। पत्र लिखने वालों में सेवानिवृत्त आईपीएस सत्यवीर सिंह, एडवोकेट सतीश कुमार, एडवोकेट तारा चंद वर्मा, एडवोकेट डॉ. महेंद्र कुमार आनंद, लेखक एव दलित चिन्तक भंवर मेघवंशी, दलित सामाजिक कार्यकर्ता रेनू गैंगट, आगाज फांडेशन के सुमन देवठिया के नाम शामिल है।
दलित शोषण मुक्तिमंच के प्रदेश संयोजक एडवोकेट किशन मेघवाल ने द मूकनायक से चर्चा के दौरान कहा कि भाजपा का दोहरा मापदंड है। किसी भी राजनीतिक संगठन में रहते हुए जो लोग भ्रष्ट, गुंडा, दलित विरोधी व राष्ट्र विरोधी रहते हैं, भाजपा के झंडे के नीचे आते ही वही लोग राष्ट्र भक्त, ईमानदार बन जाते हैं? भाजपा के लोग जनता के बीच जाकर ऐसे लोगों के चरित्र व ईमानदारी का बखान भी करते हैं। राजस्थान के धौलपुर जिले में एक दलित सहायक अभियंता पर प्राणघात हमले के आरोपी एवं विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के मामले में भाजपा का दोहरे चेहरे से नकाब उतर गया है। उन्होंने कहा कि दलितों पर अत्याचार करने वाले नेता को कांग्रेस ने नकार कर सकारात्मक संदेश दिया है, लेकिन भाजपा ने दलित विरोधी नेता को अपने साथ शामिल कर दलित विरोधी मानसिकता का परिचय दे दिया है।
एडवोकेट किशन मेघवाल कहते हैं कि भाजपा के चाल, चरित्र व चेहरे को देश की जनता जान चुकी है। भाजपाईयों के चेहरे पर लगा नकाब उतर गया है।
लेखक एवं दलित चिन्तक भंवर मेघवंशी ने कहा है कि राजस्थान के दलित संगठनों ने भाजपा के जेपी नड्डा व मोदी को खुला पत्र लिख कर पूछा है कि दलित समाज के विरोध के बावजूद बाड़ी धोलपुर में गिर्राज सिंह मलिंगा को टिकट दिया है? दलितों के विरोध के कारण ही कांग्रेस ने मलिंगा का टिकट काटा। जिस पर दलित अत्याचार के गंभीर आरोप है। उसे भाजपा ने न केवल अपनी पार्टी में शामिल किया। भाजपा यह जानती है कि मलिंगा पर दलित अत्याचार के गंभीर आरोप है। इस मामले में गिरफ्तारी हुई और अब जमानत पर बाहर है। इसके बावजूद पार्टी में शामिल कर टिकट भी दिया गया। भंवर मेघवंशी ने कहा कि हमने भाजपा से पूछा है कि क्या जो दलितों पर अत्याचार करेंगे उनके पुरुस्कृत किया जाएगा? ऐसे लोगों के लिए भारतीय जनता पार्टी में एक जगह है? प्रधानमंत्री और नड्डा से इस बारे में दलित संगठनों ने राजस्थान में होने वाली चुनावी सभाओं में अपनी बात स्पष्ट करने का अनुरोध किया है।
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