जयपुर। भारत में सामाजिक क्रांति में अहम भूमिका निभाने वाली प्रथम महिला शिक्षक सावित्रीबाई फुले के जन्मदिवस पर राजस्थान के जोधपुर में अधिवक्ता समुदाय ने फूले के व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया। राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर की हेरिटेज बिल्डिंग में स्थित पुस्तकालय सभागार में राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट रतनाराम ठोलिया की अध्यक्षता में आयोजित विचार-गोष्ठी में सावित्री बाई फुले की तस्वीर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
इस मौके पर विचार व्यक्त करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट रतनाराम ठोलिया ने कहा कि फुले का सपना था कि समाज को मौजूद रूढि़वादी और पाखण्ड की मानसिकता से उभार कर एक सुदृढ़ समाज का निर्माण किया जाए, हम इस सपने को साकार करने की दिशा में आगे बढ़े हैं, परन्तु अभी बहुत काम करना बाकी है। ऐसे में हमें लगातार काम करने की जरूरत है।
राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन की पुस्तकालय सचिव एवं अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (एडवा) की जिला-उपाध्यक्ष एडवोकेट कांता राजपुरोहित ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने विकट हालातों में सामाजिक क्रांति की ज्योति जलाई वैसा कोई दूसरा उदाहरण पूरी दुनिया में नहीं मिलता, रूढि़वादियों से जकड़े समाज के तानों और शारीरिक हमलों का मुकाबला करते हुए महिला शिक्षा के लिए अलख जलाए रखी।
गोष्ठी में राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन के महासचिव एडवोकेट शिवलाल बरवड़, संयुक्त महासचिव विरेन्द्र पुरी, कोषाध्यक्ष विमल माहेश्वरी, ऑल इंडिया लॉयर्स यूनियन के जिलाध्यक्ष एडवोकेट पी.आर. मेघवाल, किशन मेघवाल, रामचन्द्र लेखावत, शमा पुरोहित, दुर्गा चौहान, माया गहलोत, रेनू बोहरा, उर्वशी, कविता चौहान, अरूणा मांगलिया, गौतम गोदारा, श्रवण सिंह राजपुरोहित, शाइना बानो, बालकिशन, ओमप्रकाश भील, गणपत इंदलिया, महबूब खान, भीयाराम मेघवाल सहित अनेक अधिवक्तागण उपस्थित रहे।
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