यूपी: स्वामी प्रसाद मौर्य ने CAA पर लखनऊ में दिया बयान, सोनभद्र में दर्ज हुआ मुकदमा!

सोनभद्र के मांची थानाक्षेत्र में बाराडाड़ गांव निवासी दलित बिंदु खरवार की तहरीर पर राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी अध्यक्ष पर आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य.
राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य.

लखनऊ। अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ सोनभद्र में एफआईआर दर्ज की गई है। सोनभद्र के मांची थानाक्षेत्र में बाराडाड़ गांव निवासी बिंदु खरवार की तहरीर पर राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य पर आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एक दलित व्यक्ति द्वारा मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के मामले में लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे है।

जानकारी के अनुसार सीएए को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने बयान दिया था। शिकायत करने वाले बिंदु खरवार ने बताया कि मौर्य ने सीएए को लेकर नफरती बयानबाजी की है। उन्होंने धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम किया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है।

सोनभद्र के मांची थाना क्षेत्र के बाराडाड़ गांव निवासी बिंदु खरवार ने पुलिस को शिकायत दी है कि स्वामी प्रसाद मौर्य यह बात कह रहे हैं कि सैकड़ों वर्षों से जंगल में रहने वाले आदिवासी, घूमंतू जनजाति के लोग, ग्राम समाज की जमीन पर बसे दलितों, पिछड़ों, वंचितों और अल्पसंख्यकों को नागरिकता से वंचित करने के लिए सीएए लागू किया जा रहा है।

आगे कहा गया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से गरीब जनता, आदिवासियों में भ्रम फैल रहा है और तरह-तरह की अफवाहें हवा में तैर रही हैं। इस बयान से लोग डरे हुए हैं और सरकार के कदम को संशय की नजर से देख रहे हैं। बिंदु खरवार ने कहा कि यह भ्रामक और देश विरोधी वक्तव्य देकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं। सोनभद्र निवासी बिंदु की तहरीर पर मांची थाने पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जो शिकायत मिली है, उसके आधार पर मामले की जांच की जा रही है।

बता दें कि CAA लागू होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने 11 मार्च को शाम 7.45 बजे अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर की। इसमें उन्होंने CAA लागू करने की घोर निंदा की है। उन्होंने लिखा कि “नागरिकता संसोधन (CAA) कानून लागू करना केंद्र सरकार का जन विरोधी निर्णय है। जो आदिवासी, दलित, पिछड़ा, गरीब, अल्पसंख्यक विरोधी भी है।

सैकड़ों वर्षों से जंगलो में रहने वाले आदिवासियों तथा घूमंतू जनजातियों, ग्राम समाज की जमीन पर बसे दलितों, पिछड़ो, गरीबों, वंचितों, अल्पसंख्यकों के पास आज भी राजस्व अभिलेख उपलब्ध नहीं है। इस कानून के माध्यम से ऐसे करोड़ों लोगों को प्रताड़ित करने व कब्जे से बेदखल करके नागरिकता से वंचित करने की घिनौनी साजिश है। इस जन विरोधी कानून की मैं घोर निंदा करता हूं.”

दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर के अनुसार स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देकर राष्ट्रीय दलित शोषित पार्टी का गठन किया है। सपा में रहते हुए उन्होंने हिंदू धर्म, सनातन को लेकर कई तरह की बयानबाजी की थी, जिससे सपा ने भी किनारा कर लिया था। माना जा रहा था कि वे पार्टी में बने रहेंगे लेकिन मौर्य ने अपनी पार्टी बनाकर राह अलग कर ली। अब अपने विवादित बयान की वजह से ही उनके ऊपर सोनभद्र में मुकदमा दर्ज किया गया है। सोनभद्र के एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने बताया कि बिंदु खरवार की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है और विधिक कार्रवाई की जा रही है।

राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य.
दिल्ली: CAA के खिलाफ़ DU और जामिया में प्रदर्शन, छात्रों ने कहा - “ मत रखने की आज़ादी नहीं”
राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य.
किन समुदायों को मिलेगी CAA के अंतर्गत भारतीय नागरिकता?
राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य.
किन देशों के अल्पसंख्यकों को मिलेगी भारतीय नागरिकता?

द मूकनायक की प्रीमियम और चुनिंदा खबरें अब द मूकनायक के न्यूज़ एप्प पर पढ़ें। Google Play Store से न्यूज़ एप्प इंस्टाल करने के लिए यहां क्लिक करें.

Related Stories

No stories found.
The Mooknayak - आवाज़ आपकी
www.themooknayak.com