सम्मान के नाम पर लाड़ली बहनों को जांच की धमकी क्यों दे बैठे मंत्री विजय शाह
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MP: सम्मान के नाम पर लाड़ली बहनों को जांच की धमकी क्यों दे बैठे मंत्री विजय शाह, जानिए क्या है मामला?

कांग्रेस ने मंत्री विजय शाह के बयान को महिलाओं के अपमान से जोड़ते हुए तत्काल इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जिन लाड़ली बहनों का भाजपा को सम्मान करना चाहिए, वहीं उन्हें मंत्री धमकी दे रहे हैं।
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भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर जनजातीय कल्याण मंत्री (कैबिनेट) विजय शाह अपने बयान को लेकर विवादों के केंद्र में आ गए हैं। सेना के “ऑपरेशन सिंदूर” में पराक्रम की ब्रीफिंग करने वाली सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी पर पूर्व में की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के चलते पहले ही घिरे विजय शाह ने अब प्रदेश की लाड़ली बहना योजना को लेकर ऐसा बयान दे दिया है, जिसे विपक्ष धमकी करार दे रहा है।

रतलाम में सरकार के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित जिला विकास सलाहकार बोर्ड की बैठक के दौरान मंत्री शाह ने कहा कि सरकार लाड़ली बहनों को करोड़ों रुपये दे रही है, इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री का सम्मान करने के लिए कार्यक्रम में आना चाहिए। जो नहीं आएंगी, उनकी जांच कराई जाएगी, यह टिप्पणी सामने आते ही राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया शुरू हो गई।

क्या कहा मंत्री ने?

मंत्री विजय शाह के बयान के अनुसार, लाड़ली बहना योजना के तहत प्रति माह 1,500 रुपये दिए जा रहे हैं और सरकार दो साल में एक बार मुख्यमंत्री के सम्मान के लिए कार्यक्रम कर रही है तो बहनों का आना बनता है। उन्होंने संख्या का जिक्र करते हुए कहा कि ढाई लाख में कम से कम पचास हजार तो आएं, और यदि ऐसा नहीं होता तो जिनके ढाई-ढाई सौ बढ़ रहे हैं, उनकी जांच के बाद देखेंगे।

उन्होंने आधार लिंकिंग का हवाला देते हुए यह भी कहा कि यदि किसी का आधार लिंक नहीं है तो “जांच थोड़ी पेंडिंग” कर दी जाएगी। इसी कथन को लेकर विपक्ष ने आरोप लगाया है कि लाभार्थियों पर दबाव बनाकर राजनीतिक कार्यक्रम में भागीदारी कराई जा रही है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों और कल्याणकारी योजनाओं की भावना के खिलाफ है।

कर्नल सोफिया पर दिया था विवादित बयान

यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब विजय शाह पहले से ही कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए कथित बयान के कारण जांच के दायरे में हैं। मई माह में एक कार्यक्रम के दौरान ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा करते हुए उन्होंने कर्नल कुरैशी को कथित तौर पर आतंकवादियों की बहन बताया था। इस टिप्पणी का व्यापक विरोध हुआ। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। एफआईआर दर्ज होने के बाद मंत्री शाह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे, जहां से राज्य सरकार को एसआईटी के जरिए जांच कराने के निर्देश मिले। हालांकि, यह जांच अब तक पूरी नहीं हो सकी है।

राज्य सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सम्मान का कार्यक्रम रतलाम में प्रस्तावित है, जिसमें लाड़ली बहनों को भी आमंत्रित किया गया है। इसी संदर्भ में दिए गए मंत्री के बयान ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या कल्याणकारी योजना के लाभार्थियों की उपस्थिति को राजनीतिक कार्यक्रम से जोड़ना उचित है। विपक्ष का कहना है कि योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक संबल देना है, न कि उन्हें किसी कार्यक्रम में आने या न आने के आधार पर परखना।

भाजपा संगठन की नसीहत

कर्नल सोफिया कुरैशी वाले प्रकरण के बाद भाजपा संगठन ने विजय शाह को नसीहत दी थी। इसके बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से खेद तो जताया, लेकिन विपक्ष का आरोप है कि वह भी हंसते-हंसते किया गया। जून 2025 में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पचमढ़ी में सांसद-विधायकों के प्रशिक्षण वर्ग में बिना नाम लिए यह संदेश दिया था कि एक बार गलती हो सकती है, लेकिन दोबारा नहीं होनी चाहिए। इसके बावजूद अब नया बयान सामने आना, विपक्ष के मुताबिक, अनुशासन और संवेदनशीलता, दोनों पर सवाल खड़े करता है।

विवाद बढ़ने के बाद मंत्री विजय शाह ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। उनका कहना है कि उन्हें जानकारी मिली थी कि अपात्र बहनों को ज्यादा लाभ मिल रहा है। एक अनौपचारिक बैठक में उन्होंने यह बात कही कि पात्र बहनों को ही लाभ मिले। उनके अनुसार, अपात्र बहनों के पैसे नहीं बढ़ेंगे, जबकि पात्र बहनों के बढ़ेंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि उनके मन में या पार्टी की ओर से किसी के प्रति दुर्भावना नहीं है और भ्रम फैलाया जा रहा है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि पार्टी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर कार्रवाई होगी। मंत्री विजय शाह ने अपना पक्ष स्पष्ट किया है कि उनके बयान को गलत ढंग से प्रस्तुत किया गया है। पार्टी मामले पर नजर रखे हुए है।

कांग्रेस का तीखा हमला

कांग्रेस ने मंत्री विजय शाह के बयान को महिलाओं के अपमान से जोड़ते हुए तत्काल इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि जिन लाड़ली बहनों का भाजपा को सम्मान करना चाहिए, वहीं उन्हें मंत्री धमकी दे रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले देश की गौरव कर्नल सोफिया कुरैशी पर ओछी टिप्पणी और अब प्रदेश की माताओं-बहनों को डराने वाला बयान, यह भाजपा की महिला विरोधी मानसिकता का प्रमाण है। पटवारी ने मुख्यमंत्री की चुप्पी को भी सवालों के घेरे में रखते हुए कहा कि यह पूरे अपमान पर मुहर लगाने जैसा है।

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